केन्द्रीय बैंक एवं व्यापारिक बैंक में अंतर | केन्द्रीय बैंक एवं व्यापारिक बैंक की तुलना |Comparison of central bank and commercial bank

 केन्द्रीय बैंक एवं व्यापारिक बैंक की तुलना

केन्द्रीय बैंक एवं व्यापारिक बैंक में अंतर 
केन्द्रीय बैंक एवं व्यापारिक बैंक में अंतर | केन्द्रीय बैंक एवं व्यापारिक बैंक की तुलना |Comparison of central bank and commercial bank


 

केन्द्रीय बैंक एवं व्यापारिक बैंक में समानता

 

  • दोनों केन्द्रीय एवं वाणिज्यक बैंक मुद्रा का व्यवसाय करते हैं। जहां केन्द्रीय बैंक मुद्रा का निर्माण करता है वहीं व्यापारिक बैंक मुद्रा का लेन-देन और साख मुद्रा का निर्माण करता है। 
  • दोनो ही साख का निर्माण करते हैं। केन्द्रीय बैंक नोटों का निर्गमन करके साख का निर्माण करता है वहीं व्यापारिक बैंक व्युत्पन्न जमाओं के रूप में साख निर्माण में सहायक है। 
  • दोनों ही बैंक न तो अचल सम्पत्ति के आधार पर ऋण और न ही दीर्घकालीन ऋण देते हैं।

 

केन्द्रीय बैंक एवं व्यापारिक बैंक में असमानता

 

केन्द्रीय बैंक

  1. अमेरिका को छोड़कर (12 केन्द्रीय बैंक) अन्य सभी देशों में एक केन्द्रीय बैंक होता है । 
  2. इसका स्थान सर्वोच्च होता है और अन्य बैंकों का नियंत्रण करता है।
  3. इसे पत्र मुद्रा का निर्गमन करने का अधिकार होता है।
  4. यह सरकार की ओर से लेन-देन करते हैं।
  5. यह जन साधारण के साथ प्रत्यक्ष व्यवसाय नहीं करता है। 
  6. यह अपने पास जमा कराये गये धन पर ब्याज नहीं देता है। 
  7. इन पर सरकार का स्वामित्व होता है। 
  8. राष्ट्रहित में बैकिंग प्रणाली का सफल संचालन करना इसका प्रमुख उद्देश्य है | 
  9. यह अन्तिम ऋणदाता है और व्यापारिक बैकों को बिल भुनाने की सुविधा देता है। 
  10. यह व्यापारिक बैंकों का भी बैंक है। 
  11. यह समाशोधन गृह का कार्य करता है। 
  12. अर्थव्यवस्था के हित में यह स्वतंत्र एवं क्रियाशील नीति अपनाता है। 
  13. केन्द्रीय बैंक का मुख्य प्रशासक गवर्नर कहलाता है।

 

व्यापारिक बैंक

 

  1. प्रत्येक देश में अनेक व्यापारिक बैंक होते हैं। 
  2. यह सम्पूर्ण प्रणाली का एक अंग होता है।
  3. व्यापारिक बैकों का यह अधिकार नहीं होता है।
  4. इनका ऐसा कोई विशेष दायित्व नहीं होता है। 
  5. ये जन साधारण से व्यवसाय करते है।
  6. ये अपने जमा धन पर ब्याज देते हैं। 
  7. ये प्रायः अंशधारियों के बैंक होते हैं । 
  8. लाभ कमाना इनका मुख्य उद्देश्य है। 
  9. ये केन्द्रीय बैंक से ऋण लेते हैं। 
  10. ये केन्द्रीय बैंक के ग्राहक होते हैं।
  11. केवल केन्द्रीय बैंक के निर्देश पर ही ये समाशोधन गृह का कार्य कर सकते हैं।
  12. ये केन्द्रीय बैंक के निर्देशन में अपना कार्य करते हैं। 
  13. व्यापरिक बैंकों का मुख्य प्रशासक चेयरमैन कहलाते हैं।

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