Nagvansh in MP,Bodhi vansh in MP,Magh Vansh in MP,Vaktak Vansh in MP नागवंश, बौधि वंश,माघ वंश,वाकटक वंश



नागवंश Nagvansh in MP

  • नागवंश- इस वंश का संस्थापक वृषनाथ था जिसने विदिशा को राजधानी बनाया।
  • भीमनाग ने राजधानी को पद्मावती स्थानांतरित किया।
  • नागवंश ने कुषाणों के उन्मूलन के लिए दस अश्वमेघ यज्ञ करवाये।
  • अंतिम नाग राजा मणपतिनाग को समुद्रगुप्त ने हराकर गुप्त साम्राज्य की स्थापना की।
  • रविनाग का एक सिक्का ऐरण (सागर) से मिला हैं।

 बौधि वंश Bodhi vansh in MP

जबलपुर का बौधि वंश-त्रिपुरी के इस वंश के 4 राजाओं के सिक्के मिले हैं श्री बौधि, वसुबौधि, चंद्रबौधि, शिवबौधि।

माघ वंश Magh Vansh in MP

बघेलखंड का माघ वंश- भीमसेन, भद्रमघ, शिवमघ प्रमुख शासक थे। इनके सिक्कें और शिलालेख बाँधवगढ़ (उमरिया) से मिले हैं। कुषणों से इन्होंने संघर्ष किया।

वाकटक वंश Vaktak Vansh in MP
  • विन्ध्यशक्ति/विघाशक्ति नामक ब्राम्हण ने विदिशा में वाकाटक वंश की स्थापना की थी  ।  इसके प्रमाण व्यघ्रराज नयनाकुडार (सतना) और गजअभिलेख (पन्ना) से मिलते है।
  • हरिषेण के प्रयाग अभिलेख से पता चलता हैं कि समुद्रगुप्त ने श्रीधर को हराकर विदिशा पर अधिकार कर लिया । 
  • प्रवरसेन-सस ने छिंदवाड़ा, सिवनी, बैतूल, बालाघाट, इन्दौर क्षेत्र पर शासन किया।

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