MP PSC Mains Question With Answer Paper 5th 2018 | MPPSC Mains HIndi Paper With Answer | सामान्य हिन्दी पंचम प्रश्न पत्र 2018


MP PSC Mains Question With Answer Paper 5th 2018
 MPPSC Mains HIndi Paper With Answer
MP PSC Mains Question With Answer Paper 5th 2018 | MPPSC Mains HIndi Paper With Answer | सामान्य हिन्दी पंचम प्रश्न पत्र 2018


 (a) शौरसैनी अपभ्रंश के नागर रूप से निकलने वाली दो आधुनिक भाषाओं के नाम लिखिए।

उत्तर- 

  • शौरसेनी अप्रभंश के नागर रूप से निकलने वाली दो आधुनिक भाषाओं के नाम राजस्थानी एवं गुजराती है। शौरसेनी भाषा मूलतः शूरसेन महाजनपद (राजधानी मथुरा) में बोली जाती थी जिसके अपभ्रंश से पश्चिमी हिन्दी की विभिन्न आधुनिक भाषाओं का जन्म हुआ

 

(b) 'मेवाती बोली' किस उपभाषा के अंतर्गत आती है?

 

उत्तर-

  • मेवाती बोली शौरसेनी अप्रभंश से जन्मी पश्चिमी हिन्दी की ब्रजभाषा की उपभाषा के अंतर्गत आती है, मेवाती बोली हरियाणा एवं राजस्थान में बोली जाती है।

 

(c) खड़ी बोली का सर्वाधिक उपयुक्त प्राचीन नाम लिखिए।

 

उत्तर- 

  • खड़ी बोली का सर्वाधिक उपयुक्त प्राचीन नाम शौरसेनी है क्योंकि खड़ी बोली का विकास प्राचीनकाल की शूरसेन महाजनपद की भाषा शौरसेनी से हुआ है। खड़ी बोली दिल्ली के उत्तर पूर्वी (उ.प्र.) से हिमालय की तराई तक बोली जाती है।

 

(d) राजभाषा संबंधी प्रावधान भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में वर्णित है।

 

उत्तर- 

  • राजभाषा संबंधी प्रावधान भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 में वर्णित है। अनुच्छेद 343 (1) के प्रावधान के अनुसार भारतीय संघ की राजभाषा हिन्दी एवं लिपि देवनागरी निर्धारित की गई है।

 

(e)  दंत्योष्ठय वर्ण किसे कहते हैं? उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिये।


उत्तर-


  • दाँत से जीभ और ओठों (ओष्ठ) के कुछ योग से बोला जाने वाला वर्ण दंतोष्टाय वर्ण कहलाता है।

 

  • जैसे- '''' का उच्चारण स्थान दंतोष्ठय है  अर्थात् दाँत व ओंठ के संयोग से '' का उच्चारण होता है।

 

(f) अनौपारिक पत्र किसे कहते हैं

उत्तर- 

  • अनौपचारिक पत्र से आशय उन पत्रों से है जो हम अपने व्यक्तिगत संबंध वाले लोगों को लिखते हैं। अनौपचारिक पत्र अपने परिवार के लोगों को जैसे माता-पिता, भाई- संगे संबंधियों और मित्रों को उनका हाल चाल जानने एवं नियंत्रण आदि हेतु किया जाता है।

 

(g)प्रारूप लेखन की अवधारणा को स्पष्ट कीजिए । 

उत्तर- 

  • जब किसी पत्र को अंतिम रूप देने के पहले जो कच्चा मसौदा तैयार किया जाता है उसे प्रारूप लेखन कहते हैं, प्रारूप लेखन का उपयोग अधिकांशत: शासकीय पत्रों में किया जाता है।

 

(h) लोकोक्ति को परिभाषित कीजिए।

 

उत्तर- 

  • लोकोक्ति से अभिप्राय है लोक में प्रचलित वह कथन अथवा उक्ति जो व्यापक लोक अनुभव पर आधारित हो, अतएव लोकोक्ति में लौकिक / सामाजिक जीवन का अंश सत्यता के साथ की विद्यमान है। 


(i) भाषा और बोली में क्या अंतर है?

 

उत्तर- 

  • एक सीमित क्षेत्र में बोलचाल के रूप में प्रयुक्त होने वाली भाषा को बोली कहते हैं। बोली का शब्द भंडार सीमित होता है। जब कोई बोली कुछ विशेष भौगोलिक / सामाजिक/ सांस्कृतिक राजनीतिक व प्रशासनिक कारणों से अपना क्षेत्र विस्तार कर लेती है तो भाषा कहलाती है। भाषा का भंडार व्यापक होता है। 


(j) 'यण संधि' किसे कहते हैं? उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिए।

 

उत्तर- 

  • यदि इ, , उ ऊ और ऋ के बाद कोई भिन्न स्वर आए तो इ ई का य उ, ऊ का व् और ऋट का र हो जाता है। 

 

उदाहरण 

(i) यदि + अपि यद्यपि 

(ii) अनु + अय अन्वय 

(iii) पितृत + आदेश = पित्रादेश 


(k) देवनागरी लिपि की तीन विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।

 

उत्तर- 

(i) इसमें एक ध्वनि के लिये एक ही वर्ण संकेत हैं। 

(ii) इसमें जो बोला जाता है वही लिखा जाता है। 

(iii) एक वर्ण संकेत के लिए एक ही ध्वनि व्यक्ति होती है।

 

(l) 'सिन्धी' भाषा को किस संविधान संशोधन के तहत शामिल किया जाता है।

उत्तर- 21वें संविधान संशोधन (1967) द्वारा सिन्धी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची के अंतर्गत पंद्रहवीं भाषा के रुप में सम्मिलित किया गया। 


(m) 'संकर शब्द' किसे कहते हैं? दो उदाहरण लिखकर स्पष्ट कीजिए ।

 

उत्तर- हिन्दी में ऐसे भी शब्द हैं जो दो भाषाओं के शब्दों के मेल से बन गए हैं, संकर शब्द कहलाते हैं जैसे- रेलगाड़ी, सिनेमाघर पॉकेट-खर्च।

 

(n) परसर्ग किसे कहते हैं? दो उदाहरण लिखकर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- 

  • 'परसर्ग' शब्द दो शब्दों के मेल से बना है 'पर' और सर्ग पर का अर्थ है बाद और सर्ग का अर्थ है चलना अर्थात् जो तत्व शब्द के अंत में प्रयुक्त होता है उन्हें परसर्ग कहते हैं। परसर्ग के उदाहरण हैं। ने को से लिए अरे वास्ते में पर का के की जैसे- यह राम का सामान है।

 

(0) अनुनासिक एवं अनुस्वार किसे कहते हैं? दो-दो उदाहरण लिखिए।

 

उत्तर- 

  • अनुनासिक (गाँव) ऐसे स्वरों का उच्चारण नाक और मुँह से होता है जैसे- गाँव आँगन, दाँत अनुस्वार (अंगूर) यह स्वर जिसकी ध्वनि नाक से निकलती है जैसे- अंगूर, कंकण ।

 

(p) कर्मधारय एवं बहुब्रीहि समास में अंतर लिखिए। एक-एक उदाहरण दीजिए।


उत्तर- 

  • कर्मधारय समास में पहला पद विशेषण या उपनाम होता है तथा दूसरा पद विशेष्य अथवा उपमेय होता है। जैसे- महापुरुष-महान है जो पुरुष जबकि बहुब्रीहि समास में दोनों पद प्रधान न होकर अन्य पद प्रधान होता है, जैसे- लम्बोदर लम्बा और उदर अर्थात् गणेश |

 

(q) हंसपद किसे कहते हैं

उत्तर- 

  • यदि लेखन करते समय कोई अक्षर शब्द अथवा वाक्यांश लिखते समय छूट जाए तो छूट हुए स्थान के नीचे इस हंस पद चिन्ह को लगाकर ऊपर वाले भाग में लिख देते हैं। 

 

(r) राजभाषा अधिनियम 1976 का उल्लेख कीजिए।

उत्तर- 

  • राजभाषा अधिनियम 1976 के अंतर्गत राजभाषा संबंधी नियम बनाए गए हैं। इस अधिनियम का विस्तार तमिलनाडु राज्य के सिवाय सम्पूर्ण भारत पर लागू है। इसके अंतर्गत राज्यों आदि और केंद्रीय सरकार के कार्यालयों से भिन्न पत्रादि प्रावधानों का उल्लेख हैं।

 

(s) मूलनिष्ठ और मूलआश्रित अनुवाद किसे कहते हैं? स्पष्ट कीजिए | 

उत्तर- 

अनुवाद प्रक्रिया के दौरान अनुवादक जिस भाषा में लिखे लेख का अनुवाद करता है उसे मूलाश्रित भाषा एवं जिस भाषा में अनुवाद करता है उसे मूलनिष्ठ अनुवाद भाषा कहा जाता है। 


 (T)'संपर्क भाषाकिसे कहते हैं?

 

उत्तर- 

  • संपर्क भाषा से आशय सामान्य बोलचाल एवं आम जनता के सामान्य व्यवहार में प्रयोग की जाने वाली भाषा से हैं जो स्थानीयता पर आधारित होती है। जिसमें व्यक्ति सहज तरीके से अपने विचारों को एक दूसरे से सम्प्रेषित कर पाता है।

 

हिन्दी का अंग्रेजी में अनुवाद

  • कदाचित् ही कोई ऐसी इमारत होगी, जो सौंदर्य और वैभव में ताजमहल की बराबरी कर सकती हो । सुंदर उद्यान से घिरा हुआ है। संतरी की भाँति खड़े हुए सरों के वृक्ष वायु को सुगन्धित करते हुए खिले संगमरमर के हौज में मछलियों का आह्लादपूर्ण नृत्य और सामने उल्लास से क्रीड़ा करते हुए फव्वारे, इसका बहुत ही उपयुक्त वातावरण बनाते हैं। एक लेखक कहता है- यह इतना स्वच्छ, इतना पवित्र पड़ता है कि मनुष्यों के हाथों द्वारा द्वारा निर्मित नहीं जान पड़ता देवदूत इसे स्वर्ग से लाए होंगे और इस पर एक आवरण बना देना चाहिए जिससे यह वायु की प्रत्येक श्वास से सुरक्षित रहे।"

 

अँग्रेजी अनुवाद 

 

  • There will probably be a building in the world that can match the Tajmahal in beauty and splender. It is surrounded by a beautiful garden. The arid trees standing like the saffror, Flavouring the air the fishes of the fish in the marble halls and the fountains playing in the front. Make it an appropriate environ ment of the park. An author says "It seems so clean, so pure that it does not seem to be created by the hands of hu mans. The Angle must have brought it from heaven and it should be made on such a cover so that is protected from every breath of dir.

 

  • ऊपर कार्य करना, कभी भी समय पर जाना इसे समय की पाबंदी कहा जाता है, जो कोई भी एक मिनट भी व्यर्थ नहीं करता है, उसे समय का पाबंद कहा जाता है। यदि तुम समय व्यर्थ करते हो, तो समय कर देगा। जो कोई भी समय का महत्त्व जानता है वह कभी अपना एक मिनट भी व्यर्थ नहीं करता, हमेशा समय का पाबंद होता है। वह उसकी नौकरी में उसके अधिकारी द्वारा अच्छा कर्मचारी समझा जाता है। इससे उसका समाज, मित्रों व रिश्तेदारों में रुतबा बढ़ता है।

 

हिन्दी से अंग्रेजी में अनुवाद

 

  • Working on time, going any where on. time is called restriction of time, who ever does not waste time. Then time will destroy you. Anyone who knows the importance of time does not waste his last one minute too. The person who is always punctual is considered good em ployee by his officer in his job so it in creases the status of his society friends and relatives. 



अंग्रेजी गद्यावतरण का हिन्दी में अनुवाद कीजिए

 

  • Life in modern city is tiring. It keeps the mind in a state of uneasiness. Bainess has to be disposed of quickly and accurately. The noise makes our ... restless. The ever present crowed of people distracts our attention. That is the peason why city dwellers have to seek recreation.

 

  • Villages have their own recreations but they are natural not artificial. The vil lage labourer use his body more than his brain. His work puts more strain on his body, therefore the enjoys sound sleep at night. The peaceful and clean atmosphare of the village quickly re moves physical fatigure. When the labourer get up in the morning, he feels spurt of liveliness. The peaceful atmo sphere of the village does not put strain on our nerves. The sight of green fields, quietness and the murmur of running water offered us rest and pleasure. उत्तर- अंग्रेजी से हिन्दी में अनुवाद

 

अथवा

 

  • Until recently the environment has been largely taken for grandted- that it will continue, as it always had, to sup port our life and livelihood, providing the air that we breathe, the water that we drink, the food that we eat, and much of our industrial raw material. This is our biological capital, the basic advanced technology will come to naught and any economic and political integrity of this biological capital is technology itself. 


अंग्रेजी का हिन्दी में अनुवाद

 

उत्तर- 


  • यद्यपि काफी लंबे समय से पर्यावरण हमारी जीवनशैली और जीवन को हमेशा योगदान देता रहा है। वह श्वसन हेतु वायु उपलब्ध कराता है। पीने के लिए पानी एवं हमें खाने के लिए भोजन और हमारे उद्योगों के लिए कच्चा माल उपलब्ध कराता है। यह हमारी जैविक पूँजी है जो आधारभूत उन्नत तकनीकी के आने पर भी कोई भी आर्थिक एवं राजनीतिक स्थिति इस जैविक पूँजी की तकनीकी के साथ ही कार्य कर पाता है।

 

निम्नलिखित गद्यांश का एक तिहाई शब्दों में संक्षेपण कीजिए तथा रेखांकित पंक्तियों का भाव पल्लन अपने शब्दों में कीजिए-

 

  • युवाशक्ति का आर्थिक क्षेत्र में मुख्य योगदान रहा है। आर्थिक क्षेत्र में मुख्य आधार युवाशक्ति है। किसी भी राष्ट्र की आर्थिक व्यवस्था सुदृढ़ अथवा कमजोर होने का श्रेय युवा शक्ति को जाता है। भारत एक विशाल देश है जहां 80% जनता गाँवों में निवास करती है। आर्थिक दृष्टि से आज भी ग्रामीण क्षेत्र पिछड़ा हुआ दृष्टिगोचर होता है। राष्ट्र को अन्न देने वाला किसान निर्धन अवस्था में रहता है तथा देश की पूँजी कुछ ही लोगों के हाथों में जाकर समा जाती हैं। पूँजीपति की पूँजी बढ़ती जा रही है तथा गरीब और गरीब होता जा रहा है। इस बिगड़ी हुई स्थिति एवं व्यवस्था को मिटाने के लिए युवा शक्ति ही चेतना ला सकती है।

 

उत्तर- 

संक्षेपण- 

  • किसी भी राष्ट्र के आर्थिक क्षेत्र में युवा शक्ति का महत्वपूर्ण योगदान होता है। भारत में निवासित 80% ग्रामीण जनसंख्या है जो गरीब व पिछड़ी हुई है। आज देश का अन्नदाता निर्धन एवं पूँजीपति और अमीर हो रहा है। इस परिस्थिति को देश की युवा शक्ति की चेतना से ही सुधारा जा सकता है। युवा शक्ति का आर्थिक क्षेत्र में मुख्य योगदान रहा है।

 

  • भाव पल्लवन किसी भी राष्ट्र की आर्थिक वृद्धि एवं समृद्धि में युवा शक्ति की कार्यशीलता मुख्य भूमिका निभाती है। भारत की जनसंख्या का सर्वाधिक प्रतिशत युवाशक्ति का है जो भविष्य में जनसंख्या लाभांश के रूप में वैश्विक स्तर पर भारत को उन्नति प्रदान करेगी। देश की पूँजी कुछ ही लोगों के हाथों में जाकर समा जाती है। 

 

भाव पल्लवन- 

  • देश की जनसंख्या में आर्थिक असमानता का पाया जाना विभिन्न समस्याओं का प्रमुख कारण है। आज पूँजीपति और अमीर होता जा रहा है और गरीब और अधिक निर्धन होता जा रहा

 

अथवा

 

  • मानव जीवन में अभ्यास का बहुत महत्व होता है। निरंतर अभ्यास से व्यक्ति किसी भी कला में निपुणता तथा कौशल प्राप्त कर सकता है। अभ्यास के बल पर वह कठिन से कठिन कार्य को भी सरल बना सकता है। कालिदास, अर्जुन, एकलव्य इसके उदाहरण हैं। उन्होंने सतत अभ्यास के बल पर निपुणता हासिल की। अनेक प्रकार की ललित कलाओं में भी अभ्यास का महत्त्व असंदिग्ध है। संगीत, नृत्य जैसी कलाएँ तो अभ्यास के बिना आ रही नहीं सकतीं। भारत के प्रसिद्ध खिलाड़ी ध्यानचंद के जादू का एकमात्र कारण उनका सतत अभ्यास ही था।

 

उत्तर- 

संक्षेपण- 

  • निरंतर अभ्यास से ही व्यक्ति किसी भी कला में निपुण बनता है। अभ्यास वह माध्यम है। जिससे कठिनतम कार्य को सरल बनाया जा सकता है। इतिहास में अनेक उदाहरण हैं जिन्होंने अभ्यास के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उल्लेखनीय प्रसिद्धि हासिल की हैं।निरंतर अभ्यास से व्यक्ति किसी भी कला में निपुणता तथा कौशल प्राप्त कर सकता है

 

  • व्यक्ति के जीवन में अभ्यास ही वह युक्ति जिससे वह निपुणता एवं कौशल प्राप्त कर अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकता है एवं किसी भी कला में पारंगत हो सकता है इसलिए व्यक्ति को निरंतर किसी भी कला को सीखने के लिये अभ्यास करते रहना चाहिए ।

 

अभ्यास के बल पर वह कठिन से कठिन कार्य को भी सरल बना सकता है

 

भाव पल्लवन-

  • अभ्यास व्यक्ति की वह सामर्थ्य शक्ति है जिसके बल पर वह असंभव से लगने वाले मुश्किल कार्य को भी संभव व सरल बना सकता है इसलिए व्यक्ति के जीवन में अभ्यास का काफी महत्व है।


प्रश्न 6. निम्नलिखित अंग्रेजी शब्दों में से किन्हीं पाँच के हिन्दी पारिभाषिक रुप लिखिए ?

 

उत्तर- अंग्रेजी पारिभाषिक शब्द हिन्दी पारिभाषिक शब्द

 

(a) Abstract -अपसंक्षेप 

(b) Enclosure -संलग्न

(c) Cadre- संवर्ग 

(d) Judicial Stamp-न्यायिक मुहर

(e) Privilege leave -विशेष अवकाश

(f)Communigue -संप्रेषक

(h)Subsistence -उदय निर्वाह (आजीविका)

(i) Tribunal-न्यायाधिकरण

(j) Probation - परिवीक्षा निकासी

 


हिन्दी शब्दों अंग्रेजी पारिभाषिक शब्द लिखिए

 

उत्तर- हिन्दी शब्द

 

(a) आवर्ती-Recurrent

(b) अनुचर-Servant

 (c)  प्राधिकृत - Authorized

(d) अधिलाभांश -Bonus

(e) निर्जलीकरण -Dehydration

(f) निर्देशिका-Directory

(g)उद्यम-Enterprises 

(h) अनुलिपि -Duplicate copy

(i) राजपत्र / गजट -Gazette

(i) समीक्षा- Review


 

प्रश्न 7. निम्नलिखित मुहावरों / कहावतों में से किन्हीं पाँच का अर्थ स्पष्ट करते हुए उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए |

 

(a) पानी पानी होना 

अर्थ - बहुत लज्जित होना, शर्मिंदा होना 

प्रयोग कर्मचारी श्यामलाल की सच्चाई खुल जाने 117 के बाद अधिकारी के सामने पहुँचते ही वह पानी -पानी हो गया।

 

(b) कच्चा चिट्ठा खोलना 

अर्थ- भेद खुल जाना 

प्रयोग- घोटाले में अपना हिस्सा न पाने पर अभियुक्त ने पुलिस के सामने सारा कच्चा चिट्ठा खोल दिया गया।

 

(C )तिल का ताड़ करना 

अर्थ- किसी छोटी बात को बहुत बढ़ा देना 

प्रयोग वह इतनी शातिर औरत है कि हर किसी को बदनाम करने के लिए पलक झपकते ही तिल का ताड़ बना देती है।

 

(d)धब्बा लगना 

अर्थ- कलंक लगना 

प्रयोग व्यभिचार की उस घटना से उसके चरित्र  पर कभी न मिटने वाला धब्बा लग गया। 


(e) जमीन पर पाँव न पड़ना 

अर्थ- बहुत अभिमान करना 

प्रयोग- उसे अमेरिका में नौकरी क्या पा ली, उसके तो जमीन पर पाँव ही नहीं पड़ रहे हैं।

 

(f) लहू के घूँट पीना 

अर्थ- प्रचण्ड क्रोध करके रह जाना 

प्रयोग- अधिकतर राजनेताओं के कुकृत्यों को देखकर में लहू के घूँट पीकर रह जाता हूँ। 


(g) हाथ-पैर फूल जाना 

अर्थ भयभीत होना 

प्रयोग- आतंकवादियों के शहर में घुसने का समाचार फैलते ही शहरवासियों के हाथ-पाँव फूलने लगे।

 

(h) साँच को आँच नहीं 

अर्थ सच को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती है। 

प्रयोग- मैंने जब कोई अपराध किया ही नहीं है तो मुझे डरने की जरूरत नहीं है। साँच को आँच नहीं।

 

(i) कान पर जूँ न रेंगना

अर्थ- बिल्कुल ध्यान न देना। 

प्रयोग मैंने उसे बहुत समझाया किन्तु यह है कि उनके कान पर जूं तक नहीं रेंगती है।

 

(j) जुबान पर लगाम न होना 

अर्थ- नियंत्रण रहित होकर बोलना 

प्रयोग- ऐसे लोगों से किसी प्रकार का सम्बन्ध न रखो जिसकी जुबान पर लगाम न हो। 

प्रश्न 8. निम्नलिखित में से किन्हीं पाँच के उत्तर दीजिए उत्तर

 

(a) वधू+आगमन वध्यागमन (यण स्वर संधि )

(b) चमन (चे + मन) (अयादि स्वर संधि ) 

(c) अम्रतधारा ( अमृत की धारा) सम्बन्ध तत्पुरुष समास

(d) 'पटु' का समानार्थी शब्द 'चतुर' है। 

(e) शुक के पर्यायवाची शब्द - शुक्र बीज 

(f) उर्वरा का विलोम शब्द -जीवन 

(g) परक-आज का मुहूर्त

(h) परख-जाँच

(i) जेठ शब्द का तत्सम रूप ज्येष्ठ है।

(j)  पर्यक शब्द का तद्भव रूप पलंग है। 

(k)अपूर्ण विराम चिन्ह के उदाहरण- 

 (i) उनका कोई चरित्र नहीं होता, जो कथनी-करनी में एकरूपता नहीं रखते हैं। 

(ii) उसने खाया, पिया और सो गया।

 

प्रश्न 9. निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर नीचे लिखे प्रश्नों उत्तर दीजिए ?

  • भारतीय दर्शन सिखाता है कि जीवन का एक आशय और लक्ष्य है, उस आशय की खोज हमारा दायि है और अंत में उस लक्ष्य को प्राप्त कर लेना, हमारा विशेष अधिकार है। इस प्रकार दर्शन जो कि आशय को उद्घाटित करने की कोशिश करता है और जहाँ तक उसे इसमें सफलता मिलती है, वह इस लक्ष्य तक अग्रसर होने की प्रक्रिया है। कु मिलाकर आखिर यह लक्ष्य क्या है? इस अर्थ में यथार्थ की प्राप्ति वह है जिसमें पा लेना, के जानना नहीं है, बल्कि उसी का अंश हो जाना है। इस उपलब्धि में बाधा क्या है? बाधाएँ कई हैं, पर इनमें प्रमुख हैं- अज्ञान अशिक्षित आत्मा नहीं है, यहाँ तक कि यथार्थ संसार भी नहीं है। यह दर्शन ही है जो उसे शिक्षित करता है और अपनी शिक्षा से उसे उस अज्ञान से मुक्ति दिलाता है, जो यथार्थ दर्शन नहीं ह देता। इस प्रकार एक दार्शनिक होना एक बौद्धिक अनुगमन करना नहीं है, बल्कि एक शक्तिप्रद अनुशासन पर चलना है, क्योंकि सत्य की खोज में लगे हुए सही दार्शनिक को अपने जीवन में इस प्रकार आचरित करना पड़ता है ताकि उस यथार्थ से एकाकार हो जाए जिसे वह खोज रहा है। वास्तव में, यही जीवन का एक मात्र सही मार्ग है- और सभी दार्शनिकों को इसका पालन करना होता है, और दार्शनिक ही नहीं, बल्कि सभी मनुष्यों को, क्योंकि सभी मनुष्यों दायित्व और नियति एक ही है।

 

(a) भारतीय दर्शन किस लक्ष्य की ओर संकेत करता है? 

(b) लक्ष्य प्राप्त करने में प्रमुख बाधा क्या है?

 (c) जीवन का एकमात्र उद्देश्य क्या है? 

(d) 'अनुशासनशब्द में उपसर्ग एवं मूलशब्द क्या हैं?

(e) इस गद्यांश का उपर्युक्त शीर्षक लिखिए।

 

उत्तर

 

भारतीय दर्शन जीवन की यथार्थता के लक्ष्य की ओर संकेत करता है।

(b) लक्ष्य प्राप्त करने में प्रमुख बाधाएँ अज्ञान एवं अशिक्षा है। 

(c) जीवन का एकमात्र उद्देश्य जीवन का इस प्रकार आचरण करना है ताकि वह यथार्थ से एकाकार हो जाए।

(d) 'अनुशासन' शब्द में उपसर्ग एवं मूलशब्द  

उपसर्ग अनु 

मूल शब्द शासन

 

(e) इस गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक 'जीवन की यथार्थता' है। 

 


 गद्यांश 02

  • मानव जाति ने अपने उद्भव काल से ही प्रकृति की गोद में और उसी से अपने भरण-पोषण की सामग्री प्राप्त की। सभी प्रकार के वन्य या प्राकृतिक उपादान सीता व लक्ष्मण ने भी पंचवटी नामक स्थान पर कुटिया बनाकर वनवास का लम्बा समय व्यतीत किया था। वृक्षों की लकड़ी से मानव अनेक प्रकार के लाभ उठाता है। उसने लकड़ी को ईंधन के रूप में प्रयुक्त किया। इससे मकान व झोपड़ियाँ बनाईं। इमारती लकड़ी से भवन निर्माण, कृषि यंत्र, परिवहन जैसे रथ, ट्रक तथा रेलों के डिब्बे तथा फर्नीचर आदि बनाए जाते हैं। कोयला भी लकड़ी का प्रतिरूप है। वृक्षों की लकड़ी तथा उसके उत्पाद; जैसे नारियल का जूट, लकड़ी व बुरादा, चीड़ की लकड़ी आदि का प्रयोग फल, काँच के बर्तन आदि नाजुक पदार्थों की पैकिंग में किया जाता है। इस प्रकार वृक्षों से विभिन्न प्रत्यक्ष लाभों के अतिरिक्त परोक्ष फायदे भी हैं। जीवनदायिनी ऑक्सीजन पेड़ों ही उसकी जीविका के एकमात्र साधन थे। प्रकृति ने ही मानव जीवन को संरक्षण प्रदान किया। रामचंद्रसे प्राप्त होती है। वृक्षों के आधिक्य से बाढ़ नियंत्रण में सहायता मिलती है?

 

(a) आदिकाल में मानव जीवन किस पर आधारित था ? 

(b) लकड़ी का प्रतिरूप क्या है। 

(c) 'पंचवटी का समास विग्रह क्या है ? 

(e) इस गद्यांश का सटीक एवं उचित शीर्षक लिखिए |

 

उत्तर

 

(a) आदिकाल में मानव जीवन प्राकृतिक एवं अन्य संपदा पर आधारित था। 

(b) लकड़ी का प्रतिरूप - कोयला, ईंधन एवं इमारती लकड़ी व फर्नीचर वस्तुएँ हैं। 

(c) वृक्षों से परोक्ष फायदा जीवनदायिनी ऑक्सीजन की प्राप्ति एवं बाढ़ नियंत्रण में सहायता मिलती है। 

(d) पंचवटी का समास विग्रह 'पाँच वटियों का समूह ' (द्वंद समास ) 

(e) इस गद्यांश का सटीक एवं उचित शीर्षक है 'प्रकृति और मानव जीवन'



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