नागरिक समाज (सिविल सोसायटी) की विशेषताएं |Features of Civil Society

नागरिक समाज (सिविल सोसायटी) की विशेषताएं
Features of Civil Society
नागरिक समाज (सिविल सोसायटी) की विशेषताएं |Features of Civil Society


 

नागरिक समाज (सिविल सोसायटी) की विशेषताएं  बिन्दुवार 


विभिन्न विद्वानों द्वारा प्रस्तुत विचारों के आधार पर नागरिक समाज की निम्न विशेषताएं होती हैं-

 

  • यह संगठित समाज को इंगित करता है। 
  • इसके अन्तर्गत राज्य का एक बड़ा हिस्सा आता है। 
  • यह राज्य से अलग होता हैलेकिन राज्य के साथ इसका सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों तरह का स सम्बन्ध पाया जाता है। 
  •  यह नागरिक जीवन में राज्य के अनावश्यक हस्तक्षेप को कम करता है। 
  • समाज में राजनीतिकसामाजिकप्रशासनिक और आर्थिक चेतना जागृत करता है। 
  • सरकारी विभागों में कार्य संचालन को बेहद पारदर्शी बनाता है। 
  • यह स्वतंत्र एंव उत्तरदायी संगठन होता है। 
  • राज्य की मनमानी जनविरोधी नीतियों पर प्रतिबंध लगाता है। 
  • योजनाओं प्रशासन और नीति निर्माण के क्रियावयन में जन सहभागिता सुनिश्चित करता है।
  • नागरिकों में देश के लिए कर्तव्य एवं निष्ठा का प्रसार एवं जागरण करता है ।
  • इसके अर्न्तगत राज्य (राजनैतिक समाज) एवं परिवार (प्राकृतिक समाज) के बीच के समूह आते हैं। 
  • यह जनमत का निर्माण करता है और जनसामान्य प्रकृति वाली मांगे तय करता है।यह सरकार एवं बाजार दोनों पर लोकतांत्रिक जागरूकता के कारण नियंत्रण रखता है। 
  • इसका लक्ष्य सार्वजनिक भलाई के ओत-प्रोत होता है । 
  • यह राज्य के अधिपत्य कम करने के लिए संस्थाओं के निर्माण का समर्थन करता है। 
  • यह बौद्धिक रूप से उन्नत एवं प्रगतिशील होता है। 
  • यह सामुदायिक मूल्य प्रणाली में नैतिक संदर्भ के रूप में कार्य करता है। 
  • यह स्वायत्त होते हुए भी राज्य की सत्ता के अधीन होता है।

 


नागरिक समाज (सिविल सोसायटी) के संघटक

 

नागरिक समाज की अवधारणा के अन्तर्गत निम्नलिखित संगठनसमूह एवं संस्थायें आती हैं -

 

1. गैर सरकारी संगठन 

2. सामुदायिक संगठन 

3. मजदूर संगठन 

4. किसान संगठन 

5. महिला संगठन 

6. धार्मिक संगठन 

7. सहकारी संस्थायें 

8. व्यवसायिक एसोसियेशन 

9. अन्य संगठित समूह


नागरिक समाज (सिविल सोयसायटी) विषय सूची- 





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