MP Ke Sambhag Aur Jile (म.प्र. में संभाग व जिले)

म.प्र. में संभाग व जिले

District and Sambhag of MP in Hindi

  • 1 नवंबर, 1956 को जिलों की संख्या -43 
  • 1972 को गठित-भोपाल, राजनांदगाँव 
  • मई 1998, जुलाई 1998 में गठित - 10+6 
  • 1 नवंबर, 2000 को छत्तीसगढ़ में शामिल -16
  • 1 नवंबर, 2000 को म.प्र. में जिले-45 
  • 2003 को 3 तथा 2008 को गठित जिले 2
  • वर्तमान में जिलों की संख्या 52
  • संभाग की संख्या 10 

रीवा संभाग  Rewa Sambhag


  • रीवा,  सीधी, सतना सिंगरौली 
रीवा जिला 
  • जनसंख्या 23,63,744
  • सफेद शेरों की भूमि व पूर्व विंध्य प्रदेश की राजधानी 
  • म.प्र. का सबसे ऊँचा प्रपात चचाई बीहड़ नदी में है। 
  • यहाँ महामृत्युजय का मेला लगता है। 
  • जिप्सम, हरसौठ, चूना-पत्थर एवं बॉक्साइट उत्खनित किया जाता है बीहड़ नदी में केवटी, बहूटी प्रपात है। 
  • प्रदेश का एक मात्र सैनिक स्कूल 
  • अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा में है। 
  • आम अनुसांधन केन्द्र गोविन्द्र गढ़ है। 
  • सुपारी के खिलौने बनते हैं। 
  • पुलिस वाहन प्रशिक्षण शाला गाविन्दगढ़ में तथा पुलिस मोटर वर्कशॉप, रीवा में है। 
  • टोंस जल विद्युत सिरमौर में है। (315 मे.वा.) 
  • त्यौंथर पुरावात्विक स्थल है। 
  • उद्योगों में यहाँ -सीमेंट उद्योग तथा  कत्था उद्योग है। 
  • डोलोमाइट व गेरू खनिज। 
  • कोरण्डम मिलता है। 
  • बाणसागर परियोजना का मुख्यालय रीवा में है। 

सीधी जिला 

  • जनसंख्या 11,26,515 
  • संजय गॉधी राष्ट्रीय उद्यान यहाँ है।(2007) 
  • सिंगरौली जिला 
  • जनसंख्या 11,78,132
  • कोयला राजस्व सर्वाधिक सिंगरौली से प्राप्त 
  • विंध्याचल ताप विद्युत केन्द्र बैढ़न की 2260 मेगावाट (210×6, 400×2 मे.वा.) उत्पादन क्षमता है। 
  • सीधी जिले के कुछ हिस्से को अलग करके सिंगरौली जिले का निर्माण किया गया है। इसमें तीन तहसीलें हैं- सिंगरौली, देवसर और चितरंगी शामिल हैं। इसी तरह तीन विकास खण्ड चितरंगी, बैढन और देवसर शामिल हैं। नवीन जिले के हिस्से में तीन विधानसभा क्षेत्र हैंे, जिनमें नये परिसीमन के अनुसार सिंगरौली (सामान्य) देवसर (अजा) और चितरंगी (अजजा) शामिल हैं। 
  • इस नये जिले का मुख्यालय बैढन है और जिले का जनसंख्या 2001 में 9,20,169 है। इसमें अनुसूचित जाति 2,96,809 और अनुसूचित जाति 1,15,832 शामिल है। इसमें राजस्व निरीक्षक मण्डल नौ, पटवारी हल्का 163 और गाँव 816 हैं। जिले की पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर लम्बाई लगभग 70 किलोमीटर तथा उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर 100 किलोमीटर है। इसकी सीमा छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले से और उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से लगती है। 
  • यह नया जिला बेशकीमती खनिजों से परिपूर्ण है। इसमें अपार वन संपदा पायी जाता है। यहाँ पर नॉर्दन कोल्डफील्ड के अंतर्गत नौ खदानें संचालित हैं। साथ ही एन.टी.पी.सी. का 4000 मेगावॉट का शक्ति संयंत्र स्थापित है इनके साथ ही निजी क्षेत्र की छह कम्पनियों द्वारा भी यहाँ शक्ति (विद्युत) संयंत्र लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस जिले में ऐतिहासिक गुफा माडा भी है। 
  • छडक्ब् यहा 1963 से कोयला उत्खनन कर रहा है। 

सतना जिला 

  • जनसंख्या -22,28,619
  • क्षेत्रफल -7502 वर्ग कि.मी. 
  • चित्रकूट, मैहर इसी जिले में है। इन्हें म.प्र. शासन ने पवित्र नगर घोषित किया है। चित्रकूट में गधा मेला विख्यात है। 
  • सतना में सीमेन्ट एवं बीड़ी उद्योग प्रचलित है।
  • चित्रकचूट महात्मा गाँधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय यहीं है। जिसके संस्थापक नानाजी देशमुख थे।
  • सीमेंट एवं बीड़ी उद्योग है। 
  • स्फटिक शिला चित्रकूट में राम के पद चिन्ह है। 
  • भरहुत स्तूप की खोज अलेक्जेंडर कानिंधम ने की। 
  • भूमरा एवं खोह में गुप्तकालीन मंदिर है। 
  • सती अनुसईया व अत्रि ऋषि का आश्रम तथा चित्रकूट में बह्मा, विष्णु, महेश ने बाल अवतार किया था। यहाँ मंदाकिनी नदी व गुप्त गोदावरी है। 
  • मैहर में शारदा देवी का मंदिर है। 
  • चित्रकूट में राम ने वनवास का समय बिताया था। 
  • चूना गेरू में शीर्ष उत्पाद जिला है। 
  • उस्ताद अलाद्दीन खाँ की कर्म स्थली है-मैहर। 

शहडोल संभाग Sahdol Sambhag


  • शहडोल, उमरिया, अनूपपुर 
शहडोल जिला 
  • जनसंख्या -10,64,989
  • ओरियंट पेपर मिल अमलई में है। 
  • सोहागपुर कोयला क्षेत्र प्रदेश का सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र है। 
  • देश की पहली किन्नर विधायक शबनम मौसी सोहागपुर से निर्वाचित हुई थी। 
  • अमरकंटक ताप 300 मे.वा. शहडोल में है। 
  • बाण सागर परियोजना देवलोंद नामक स्थान पर है।
  • सोन नदी पर सोन घडि़याल अभ्यारण्य सीधी एवं शहडोल सीमा पर है। 

अनूपपुर जिला 
  • जनसंख्या -7,49,251
  • क्षेत्रफल- 3747 वर्ग कि.मी. 
  • 15 अगस्त, 2003 को जिला बनाया। तहसीलें-अनुपपुर, पुष्यराजगढ़, कोतमा, जैतहारी। 
  • अमरकंटक को पवित्र नगर घोषित किया गया है। यहाँ से तीन नदियाँ-नर्मदा, सोन, जोहिला-का उद्गम होता है। 
  • पर्यटन: माई की बगिया, माई का हाथी, सोनमुडा, नवग्रह मंदिर, कबीर चौरा, जलेश्वर महादेव मंदिर है, आदिनाथ मंदिर नवग्रह मंदिर देखने योग्य है।
  • चचाई थर्मल पॉवर स्टेशन है। 
  • बाक्साइट खनिज अमरकंटक से निकाला जाता है। 
  • जैन धर्म का महाकुम्भ अमरकंटक में आयोजित किया गया था यहाँ पर आदिनाथ जैन तीर्थकर की सबसे बड़ी अष्टधातु की प्रतिमा लगाई गई हैं। 
  • जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में है। 

उमरिया जिला 

  • जनसंख्या -6,43,579, 
  • क्षेत्रफल- 6205 वर्ग कि.मी. 
  • 1998 में जिला बना 
  • उमरिया में बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान है। 
  • खनिज की उपलब्धता है। 
  • हर्रा से भिलाला निकाला जाता है। 
  • लाख से चपडा बनाने का सरकारी कारखाना है।
  • बांधवगढ़ का किला बघेल वेश के शासक विक्रमादित्य ने 14वी शताब्दी में बनवाया यहाँ शेषशाही तालाब और विष्णु मंदिर है। 

जबलपुर संभाग  Jabalpur Sambhag

जबलपुर, कटनी, सिवनी, नरसिंहपुर, बालाघाट, मण्डला, छिंदवाड़ा , डिंडोरी (क्षेत्रफल की दृष्टि से यह सबसे बड़ा संभाग)

जबलपुर जिला 

  • जनसंख्या - 24,60,714 व्यक्ति 
  • भारतीय वन अनुसांधन संस्थान एवं टेªनिंग सेन्टर का क्षेत्रीय कार्यालय है। यहाँ पर तीन विश्वविद्यालय हैं-दुर्गावती, जवाहरलाल नेहरू, महर्षि वैदिक विश्वविद्यालय है। यहाँ पर देश का पहला रत्न परिष्कृत केन्द्र है। महात्मा गाँधी सामुदायिक विकास प्रशिक्षण केन्द्र है। भारी वाहन कारखाना, गन केरैज एवं ऑर्डिनेन्स फैक्ट्री है। म.प्र. का मानक समय जबलपुर से लिया जाता है देश का प्रथम पुर्नवास विकलांग केन्द्र है। यहाँ एन.सी.सी. प्रशिक्षण कॉलेज (महिला) स्थापित किया गया है। 
  • म.प्र. उच्च न्यायालय का मुख्यालय। 
  • प्रदेश का एकमात्र कृषि विश्वविद्यालय यहीं पर है। 
  • पर्यटन: मदनमहल, चौसंठ योगिनियों का मंदिर, भेड़ाघाट, पिसनहारी, की मढि़या जैन तीर्थ
  • पोस्ट एण्ड टेलीग्राफ वर्कशॉप है।
  • जनसंख्या की दृष्टि से (2460714) दूसरा बड़ा जिला है। 
  • त्रिपुरी ऐतिहासिक नगरी है, जो कल्चुरियों की राजधानी रहीं 
  • रूपनाथ में अशोक का अभिलेख मिला है। 

कटनी जिला 

  • जनसंख्या -12,91,684 व्यक्ति 
  • जबलपुर से पृथक् कर सन् 1998 में बनाया गया जिला है। इसे चूना नगरी कहते हैं। यहाँ ए.सी.सी सीमेन्ट फैक्ट्री कैमूर में है। देश की पहली किन्नर महापौर (कमला जान) यहीं से थीं।
  • कर्नल स्लीमन (ठगी प्रथा का खात्मा) के नाम पर स्लीमनाबाद नगर कटनी जिले में हैं। 

सिवनी जिला 

  • जनसंख्या- 13,78,876
  • इसे म.प्र. का लखनऊ कहा जाता है। यहाँ मेरोथान का मेला लगता है। यहाँ से एन.एच.7 गुजरता है। 
  • भीमगढ़ बाँध पर है। 
  • कालीमूँछ का चावल एवं मावा वाटी, के लिए लखनादौन प्रसिद्ध है। 
  • पेंच राष्ट्रीय उद्यान में मोगली लैण्ड बनाया गया है। 

बालाघाट जिला 

  • जनसंख्या - 17,01,156 
  • धान उत्पादक शीर्ष जिला है। 
  • नक्सालाइड प्रभावित जिला है। 
  • मैगनीज का उत्पादन होता  है। 
  • मलाज खण्ड तहसील से ताँबा निकालता  है।
  • यहाँ पर जनसंख्या वृद्धि सबसे कम है। 
  • यहाँ बैगा जनजाति पाई जाती है। 
  • एशिया की सबसे बड़ी भूमिगत मैगनीज खान भरवेली खान यहाँ पर है। 
  • बाँस सर्वाधिक पाया जाता है। 
  • वन महाविद्यालय है। 
  • यह प्रदेश का सर्वाधिक लिंगानुपात वाला जिला है। (1000ः1022) 
  • बालाघाट को मैगनीज की नगरी कहा जाता है। 
  • गांगुल पारा प्रपात इसी जिले में है। 

मण्डला जिला 

  • जनसंख्या - 10,53,522
  • कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान है। 
  • मोतीमहल, बघेलिन महल है। 
  • लिंगानुपात में तीसरा सबसे बड़ा जिला (1000ः1005) है। 
  • बैंगा चक क्षेत्र यहीं पर हैं। 

नरसिंहपुर जिला 

  • जनसंख्या - 1092141 व्यक्ति 
  • म.प्र. का सबसे साक्षर जिला है। 
  • सोयाबीन उत्पादन जिला है। 
  • बरमान का मेला लगता ह।
  • सारक्षता 76.8ः प्रतिशत है। 
  • नरसिंहपुर का किला बरमानघाट व डमरू घाटी दर्शनीय हैं। 
डिण्डोरी जिला 

  • जनसंख्या -704218
  • प्रदेश में सबसे कम जनसंख्या घनत्व 94 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी वाला जिला है। 
  • लिंगानुपात में चौथा स्थान है। 
  • इसे मण्डला से 1998 में पृथक् कर जिला बनाया गया है। 
  • बैगा एवं गोंड जनजाति पाई जाती है। 
छिंदवाड़ा जिला

  • जनसंख्या - 2090306 व्यक्ति 
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला है (11815वर्ग किमी.)। 
  • पाताल कोट की भारिया जनजाति यहीं पाई जाती है। 
  • पेंच राष्ट्रीय उद्यान का कुछ भाग भी इसी जिले में है। 
  • हिन्दुस्तान लीवर लि. का कारखाना यहाँ है। 
  • पांढूरना में गोटमार प्रथा प्रचलित है। 
  • आदिवासी कला संग्रहालय छिन्दवाड़ा में स्थापित किया गया है। 
  • कोरकू जनजाति पाई जाती है। 
  • एग्रो कॉम्पलेक्स छिंदवाड़ा में है। 
  • पेंच राष्ट्रीय उद्यान में मोगली लैण्ड बनाया जा रहा है। 
  • कोयला, ताँबा, मैगनीज उत्पादन 

चंबल संभाग  Chambal Sambhag


भिण्ड, मुरैना, श्योपुर (क्षेत्रफल में सबसे छोटा संभाग)

भिण्ड जिला 
  • टिप्पणीः मालनपुर में रक्षा उत्पाद कारखाना हेतु साय्मन कार्व्य इं.लि. निवेश कर रही है। 
  • जनसंख्या - 1703562 व्यक्ति 
  • बागियों का गढ़ कहा जाता है। 
  • म.प्र. का सबसे कम वर्षा वाला स्थान है। 
  • अनुसूचित जनजाति के लोग सबसे कम हैं। 
  • कम लिगांनुपात में पहला स्थान है। (1000ः838)
  • प्रदेश का दूसरा सूखा बंदरगाह मालनपुर भिण्ड में है। 
  • जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटी तहसील रौन इसी जिले में है। 
  • सरसों उत्पादित जिला है। 
  • जमधारा का रेणुका माता मंदिर यहीं पर है। 
  • औसत वर्षा 55 सेमी. होती है।

मुरैना जिला 

  • जनसंख्या - 1965137 व्यक्ति 
  • मुरैना: सिहोनिया में ककनमठ मंदिर है। 
  • लिंगानुपात कम है (1000ः839) 
  • यहाँ की गजक प्रसिद्ध है। सरसों उत्पादक जिला है।
  • चंबल नदी के किनारे है- चंबल घडि़याल परियोजना, जहाँ डाल्फिनों का संरक्षण भी किया जा रहा है। बटेश्वर में 6-7वीं शताब्दी के मंदिर हैं। 
  • बीहड़ की समस्या इस जिले में भी है। 
  • पदावली व मितावली ऐतिहासिक स्थल है। 
  •  औद्योगिक विकास केन्द्र बानमौर में है। 

श्योपुर जिला 

  • जनसंख्या - 687952 व्यक्ति 
  • कुपोषित जिला ।
  • सन् 1998 में मुरैना से पृथक् कर जिला बनाया गया है। 
  • इसमें श्योपुर विजयपुर, कराहल तहसीलें हैं। 
  • पालपुर कुनो अभयाण्रय में चीतों का संरक्षण किया जायेगा। 
  • चंबल नहर से सिचिंत जिला । 
  • सरसों उत्पादित जिला । 
सागर संभाग Sagar Sambhag
 सागर, पन्ना, दमोह छतरपुर, टीकमगढ़ ,निवाड़ी

सागर जिला 
  • जनसंख्या -2378295।
  • क्षेत्रफल 10,252 वर्ग कि.मी. 
  • यहाँ प्रदेश का सबसे पुराना विश्वविद्यालय सागर विश्वविद्यालय 1946 में स्थापित। 
  • जवाहरलाल नेहरू राज्य पुलिस अकादमी है। 
  • वनस्पति विज्ञान का सबसे बड़ा उद्यान (प्रदेश का) विश्वविद्यालय में है। 
  • सागर में धमोनी का उर्स लगता है। 
  • प्रदेश का सबसे बड़ा अभ्यारणय नौरादेही अभ्यारण्य है। 
  • बीना तहसील के आगासोद में ओमान के सहायोग से रिफाइनरी लगाई जा रही है। 
  • स्टील कॉम्पलेक्स सागर में है। 
  • महार रेजीमेन्ट का मुख्यालय सागर है। 
  • फोरेंसिक साइंस प्रयोगशाला सागर ।
  • ऐरण (सागर) में सती प्रथा का अभिलेख मिलता है। 
  • राह गढ़ का किला दर्शनीय है। 


छतरपुर जिला

  • जनसंख्या - 1762857 व्यक्ति 
  • क्षेत्रफल 8,687 वर्ग कि.मी.। 
  • चंदेल शासकों की राजधानी होने के कारण छतरपुर को जेजाक भुक्ति कहा जाता था। 
  • मध्य प्रदेश से प्रथम यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में शामिल खजुराहो मंदिर छतरपुर जिले में है। 
  • आदिवासी कला संग्रहालय खजुराहो में है। 
  • खजुराहो नृत्य समारोह प्रतिवर्ष होता है। छतरपुर में जल बिहारी का मेला, धुबेला संग्रहालय नौगाँव।
  • जटकरा में पुरातात्विक स्थल। 
  • पर्यटन में खजुराहो, धुबेला संग्रहालय पाडण्व प्रपात, रंगभ झील बेनीसागर बांध है। 
  • हीरे का भंडार ज्ञात हुए हैं। 
  • केन-बेतवा सम्पर्क के तहत दोधन बाँध निर्माणाधीन है। 

टीकमगढ़ जिला 

  • जनसंख्या - 1444920 व्यक्ति 
  • क्षेत्रफल - 5048 वर्ग किमी 
  • म.प्र. की प्रथम महिला मुख्यमंत्री इस जिले से है। 
  • हरदौल कीर मनौती यहीं माँगी जाती है। 
  • बेतवा के किनारे बंुदेला वंश की राजधानी ओरछा में शहीद स्मारक, राम राजा का मंदिर दर्शनीय है। 

निवाड़ी जिला (प्रदेश का 52वॉ जिला)

  • 01 अक्टूबर 2018 को सागर संभाग के अंतर्गत टीकमगढ़ जिले से अलग कर एक नए जिले निवाड़ी का गठन किया गया है।
  • निवाड़ी राज्य का 52वॉ जिला बना है।
  • विश्व प्रसिद्ध धरोहर ओरछा अब निवाड़ी जिले के अंतर्गत आएगी।
  • निवाड़ी जिले की सीमाएं तीन दिशाओं में उत्तरप्रदेश से घिरी है।
  • निवाड़ी जिले में दो विधानसभा क्षेत्र निवाड़ी और पृथ्वीपुर शामिल हैं।
  • निवाड़ी जिले के गठन की पहल सबसे पहले बाबुलाल यादव पोहा ने की थी।
  • निवाड़ी जिले में कुल 209 पंचायते है।।
  • निवाड़ी का व्हीकल कोड एम.पी. 71 है। 
दमोह जिला 
  • जनसंख्या - 1263703
  • क्षेत्रफल - 7306 वर्ग किमी 
  • प्रदेश के सर्वाधिक बाल श्रमिक हैं। पीतल के सामान हेतु प्रसिद्ध है। कुण्डलपुर में जैनियों का तीर्थस्थल है। दमोह जिले के बादकपुर में शिव मंदिर प्रसिद्ध है। डायमंड सीमेन्ट का कारखाना है। बातीगढ़ का किला पर्शियन वास्तुकला सर्वोत्तम उदाहरण है। 
  • चंदेलों की राजधानी नोहटा यहीं है। 

पन्ना जिला 

  • जनसंख्या - 1016028 
  • जून 2009 से छडक्ब् ने हीरा खनन पुनः शुरू किया, प्रतिवर्ष 80 हजार केरेट उत्पादित। 
  • पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील क्षेत्रफल की दृष्टि से प्रदेश की सबसे बड़ी तहसील है। अजयगढ़ का किला प्रसिद्ध है। हीरा उत्खनन के लिये पन्ना विश्व प्रसिद्ध है। पन्ना में ट्री हाउस पांडव प्रपात है। पुरैना में सीमेन्ट औद्योगिक केन्द्र है। 
  • पन्ना प्रोजेक्ट टाइगर से बाघों की समाप्ति  से पन्ना चर्चित रहा । 

होशंगाबाद संभाग (नर्मदापुरम) Narmadapuram Sambhag

होशंगाबाद (नर्मदापुरम) , हरदा, बैतूल 

होशंगाबाद जिला (नर्मदापुरम)

  • जनसंख्या - 1240975 
  • क्षेत्रफल - 6703 वर्ग किमी. 
  • जनसंख्या में छोटा संभाग 
  • स्टील संयंत्र डोलरिया में प्रस्तावित  है। 
  • नव-पाषाणकालीन स्थल आदमगढ़ में है। 
  • प्रति हेक्टेयर गेहूँ उत्पादन में देश का शीर्ष जिला है। 
  • सिविल न्यायालय ऑन लाइन होने वाला पहला जिला है। 
  • नर्मदा नदी के तट पर स्थित जिसे होशंगशाह ने बसाया था। 
  • मध्य प्रदेश की सबसे ऊँची चोटी धूपगढ़ इसी जिले में पचमढ़ी में है। प्रदेश में सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान पचमढ़ी ही है। 
  • म.प्र. का पहला जैव आरक्षित मण्डल पचमढ़ी में है। 
  • आर्मी एजुकेशन कोर पचमढ़ी में स्थित है। 
  • सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान में बाघ संरक्षण परियोजना प्रारंभ की गई हैं। 
  • म.प्र. का एकमात्र हिल स्टेशन पंचमढ़ी है। 
  • म.प्र. का सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन इटारसी इसी जिले में है। 
  • इटारसी में आयुध डिपो है। 
  • सिक्युरिटी पेपर मिल होशंगाबाद में है। 
  • म.प्र. का सबसे बड़ा कृषि फार्म बाबई में है। बाबई ही माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म स्थली है। 
  • जनसंख्या की दृष्टि से होशंगाबाद सबसे छोटा संभाग है। 
  • सबसे लंबा नदी पुल (सड़क) तवा नदी पर है। 
  • पर्यटन: पचमढ़ी सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान, तवा जलाशय, सेठानी घाट, सन सेट प्वाइंट, पांडव गुफाएँ। 

हरदा जिला Harda Jila

  • जनसंख्या - 570302
  • क्षेत्रफल - 3334 
  • हरदा, खिरकिया, टिमरनी तहसील को मिलाकर 1998 में जिला बनाया गया। 
  • हण्डिया ऐतिहासिक स्थल है।
  • जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा जिला है। 
  • कान्हा बाबा का मेला शोडलपुर में लगता है। 
  • हरदा में बोरी अभयारण्य है। 
  • सर्वाधिक औसत जोत वाला हिस्सा ।

बैतूल जिला Baitul Jila

  • जनसंख्या - 1575247
  • कोरकू जनजाति में सडोली प्रथा व चटकोरा नृत्य प्रसिद्ध हैं। 
  • मुक्तगिरी जैन तीर्थ स्थल है यहाँ जैन धर्म के 56 मंदिर हैं। 
  • सारणी ताप विद्युत केन्द्र बैतूल में है। 
  • आमला में आयु सेना की सैनिक छावनी है।
  • ताप्ती नदी का उद्गम स्थल मुल्ताई में है।
  • कालीभीत अभयारण में भालुओं का संरक्षण किया जा रहा है। 
  • कोरकू जनजाति पाई जाती है।
  • ग्रेफाइट खनिज पाया जाता है। 
  • सेमवर्मा द्वारा बालाजी का मंदिर बनवाया गया है। 

ग्वालियर संभाग Gwalior Sambhag

ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया

ग्वालियर जिला 

  • जनसंख्या - 2030543 व्यक्ति
  • राजा मानसिंह तोमर संगीत विश्वविद्यालय की स्थापना 2008 में की गई। 
  • प्रदेश का सबसे बड़ा व्यापारिक मेला लगता है। 
  • एन.सी.सी का महिला प्रशिक्षण कॉलेज है। 
  • भांडेर में गैस आधारित प्रथम विद्युत संयंत्र है। 
  • म.प्र. का राजस्व मुख्यालय ग्वालियर में है। 
  • महालेखाकार का कार्यालय यहीं पर है। 
  • केन्दीय आरक्षित पुलिस बल (ब्मदजतंस त्मेबतअम च्वसपबम थ्वतबम. ब्त्च्थ्) का प्रशिक्षण केन्द्र है। 
  • घाटी गाँव अभयारण्य है। इसमें सोन चिडि़या का संरक्षण किया जा रहा है। 
  • ग्वालियर में सूचना तकनीकी विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है। 
  • महारानी लक्ष्मीबाई शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय, जिसे समकक्ष विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया है। 
  • संगीत सम्राट तानसेन का मकबरा है। यहीं पर तानसेन समारोह का आयोजन होता है। (बेहट) सरोद घर के नाम से स्थापित संग्रहालय यहीं पर है। 
  • ग्वालियर का किलों का रत्न या जिब्राल्टर कहलाता है। (निर्माता सूरज सेन)
  • पर्यटन - छतरीबाग, ग्वालियर का किला, मान मंदिर, बाड़ा मोतीमहल, जयविलास पैलेस, रूपसिंह स्टेडियम, गौस मुहम्मद का मकबरा, लक्ष्मीबाई की समाधि, गुर्जरी महल है। तानसेन का मकबरा, गोपाचल की दिगम्बर जैन मूर्तियाँ दर्शनीय हैं। तेली का मंदिर द्रविड़ शैली में निर्मित है।

शिवपुरी  जिला Shivpuri Jila

  • जनसंख्या - 1725818
  • तात्या टोपे की समाधि है। 
  • शिवपुरी को म.प्र. का पहला पर्यटन शहर घोषित किया गया है। 
  • माधव राष्ट्रीय उद्यान में जॉर्ज केसल भवन है। 
  • शिवपुरी में नरवर का किला है। (नल दमयंती)। 
  • सांख्य राजे सिंधिंया की समाधि व माधव राष्ट्रीय उद्यान के अन्दर जार्ज केसल भवन है। 
  • करैरा अभयारण्य है। सोन चिडि़या का संरक्षण किया जा रहा है। 
  • पीर बुधान का मेला लगता है।

गुना जिला Guna Jila

  • जनसंख्या -1240938 
  • क्षेत्रफल -6390 वर्ग किमी
  • विजयनगर में एन.एफ.एल. तथा जी.ए.आई.एल. है। 
  • भू-उपग्रह दूरसंचार अन्वेषण केन्द्र है। 
  • हजीरा-विजयपुर-जगदीशपुर पाइप लाइन यहाँ से निकलती है। 
  • नेशनल फर्टिलाईजर्स विजयपुर यहीं पर है। 
  • यहाँ पर तेजाजी का मेला लगता है। 

अशोक नगर जिला Ashok Nagar Jila

  • जनसंख्या - 844971
  • क्षेत्रफल - 4676 वर्ग किमी. 
  • चंदेरी में बैजू बावरा की समाधि है। 
  • 15 अगस्त, 2003 को गुना से अलग करके बनाया गया। 
  • अशोक नगर, ईसागढ़, चंदेरी व मुंगावली तहसीलें इस जिले में । 
  • मुंगावली में खुली जेल है। 
  • आनंदपुर आश्रम (सिख समुदाय) यहीं पर है। 
  • चंदेरी का किला देखने योग्य है। 
  • चंदेरी साडि़यों के लिए प्रसिद्ध है। 

दतिया जिला Datia Jila

  • जनसंख्या - 786375 
  • प्रदेश का सर्वाधिक सिंचित जिला है(60 प्रतिशत)
  • गुर्जरा से अशोक के अभिलेख प्राप्त हुए हैं। जहाँ अशोक का नाम अशोक मिलता है।
  • यहाँ पर पीताम्बरा पीठ है। 
  • इसका नाम दिलीप नगर था। 
  • जैनों का तीर्थस्थल सोनागिरी यहीं है। 
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा जिला है।
  • यहाँ के किले में लिखा है कि न्यायमुकुट का हीरा है। 
  • कुदउ सिंह संगीत महाविद्यालय दतिया में है। 

उज्जैन संभाग Ujjain Sambhag

उज्जैन, देवास, रतलाम, मंदसौर, नीमच,शाजापुर और आगर मालवा

उज्जैन जिला

  • जनसंख्या - 1986597 व्यक्ति 
  • 600 ई.पू. में भारत के 16 महाजनपदों में शामिल अवंती की राजधानी उज्जयिनी थी। 
  • कुल जनसंख्या दृष्टि से सर्वाधिक अनुसूचित जातियां इसी जिले में है। 
  • उज्जैन को मंदिर मूर्तियों का नगर कहा जाता है। 
  • प्राचीन नाम अवन्तिका है।
  • प्रत्येक 12 वर्ष पश्चात् उज्जैन में सिंहस्थ का मेला लगता है। 
  • इस नगर को राजा विक्रमादित्य ने अपनी राजधानी बनाया था। 
  • उज्जैन को महाकाल की नगरी भी कहते हैं। 
  • नागदा में कृत्रिम रेशे बनाने का कारखाना है। 
  • यहाँ पर एशिया का सबसे बड़ा सोयाबीन संयंत्र स्थापित है। 
  • कायथा एवं नागदा पुरातात्विक स्थल यहीं पर है।
  •  कॉटन सीड्स सालवेन्ट प्लाण्ट है। 
  • पर्यटन - भृर्तहरि की गुफाए, महाकाल मंदिर, संदीपनी आश्रम, बड़े गणेश, काल भैरव मंदिर, कालियादह महल, साक्षी गोपाल मंदिर, जंतर-मंतर, चंपा की बावड़ी, हर सिद्धि मंदिर, मंगलनाथ मंदिर, वेश्य टेकरी स्तूप है। 

नीमच जिला Neemuch Jila

  • जनसंख्या - 825958 व्यक्ति 
  • 1857 का स्वतंत्रता संग्राम मध्य प्रदेश में 3 जून  को नीमच प्रारंभ हुआ। 
  • नीमच जावद, मनासा, तहसीलों को मिलाकर 1998 में जिला बनाया गया। 
  • अफीम उत्पादक जिला है। 
  • केन्द्रीय आरक्षित पुलिस बल (ब्त्च्थ्) का टेªनिंग सेंटर है। 
  • एलकलाइड फैक्ट्री है 
  • शहाबुद्दीन औलिया का उर्स लगता है। 
  • झाँतला ग्राम में पहला ग्राम न्यायालय स्थापित किया गया था (राज्य ग्राम न्यायालय)।

मंदसौर जिला Mandsaur Jila

  • जनसंख्या - 1339832 व्यक्ति
  • यशोवर्मन का मंदसौर अभिलेख प्रसिद्ध है। 
  • मंदसौर का प्राचीन नाम दसपुर है 
  • पशुपति नाथ का मंदिर है। 
  • स्लेट पेंसिल बनाने का कारखाना है। 
  • यह शहर शिवना नदी के किनारे है
  • इन्द्रगढ़ में पुरातात्विक स्थल है। 
  • भानपुरा तहसील के सुनेलटप्पा गाँव को राजस्थान को दे दिया था। 
  • गाँधी सागर बांध चंबल नदी पर है। 
  • गाँधी सागर अभ्यारण्य है। 

देवास जिला  Dewas Jila

  • जनसंख्या -1563107 व्यक्ति 
  • आई.एस.ओ. प्रमाणन पाने वाला पहला थाना देवास है। 
  • नोट छापने का कारखाना (5 रूपए से अधिक कीमत के नोट छपते हैं)
  • मंगालिया में गैस बाटलिंग प्लाण्ट।
  • आयसर की फैक्ट्री। 
  • चमड़ा संयंत्र।
  • एस. कुमार शूटिंग एवं सर्टिग। 
  • टाटा का असेम्बली सेंटर । 
  • चामुण्डा देवी का मंदिर । 
  • जामगोदरानी में पवन ऊर्जा संयंत्र है। 

रतलाम जिला  Ratlam JIla

  • जनसंख्या - 1454483 व्यक्ति
  • अफीम उत्पादक जिला है। 
  • इसे सेव की नगरी कहा जाता है। 
  • सैलाना फ्लोरिकन अभयारण्य है।
  • सेलखड़ी उद्योग है। 
  • जावरा में शुगर मिल है। 
  • सैलाना फ्लोरिकन अभ्यारण्य में खरमौर का संरक्षण किया जाता है। 

शाजापुर जिला  Shajapur Jila

  • जनसंख्या: 1512353 व्यक्ति 
  • मोमन बड़ोदिया में मेला लगता है। 
  • मुल्ला शमशुद्दीन का मकबरा है। 
  • मक्सी में डाबर का संयंत्र है। 

इंदौर संभाग Indore Sambhag

इंन्दौर, धार, झाबुआ, खरगौन, खण्डवा, बुरहानपुर बड़वानी, अलीराजपुर 

इंदौर जिला  Indore Jila

  • जनसंख्या-3272335 व्यक्ति (सर्वाधिक जनसंख्या जिला)
  • आई.आई.टी. 2009 में स्थापित। 
  • म.प्र. की औद्योगिक राजधानी है। 
  • म.प्र. वित्त निगम एवं म.प्र. शेयर मार्केट यहीं पर है। 
  • पुलिस शस्त्र प्रशिक्षण केन्द्र है। 
  • प्रदेश की मौसम वेधशाला व म.प्र. लोक सेवा आयोग का कार्यालय है। 
  • चंबल नदी का उद्गम महू एवं क्षिप्रा नदी उद्गम काकरीबाड़ी से होता है। 
  • डॉ. अम्बेडकर सोशल इंस्टीट्यूट महू में है 
  • इंदौर एयरपोर्ट (देवी लहिल्याबाई हवाई अडड्ा) को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा दिया जा रहा है। 
  • उच्च प्रौद्योगिकी संस्थान व लेजर किरण परमाणु ऊर्जा संस्थान यहीं है। 
  • जेम्स एवं ज्वैलरी पार्क स्थापित किया जा रहा है। 
  • इलेक्ट्रॉनिक्स कॉम्पलेस है। 
  • देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय यहीं पर है। 

खण्डवा जिला  Khandwa Jila

  • जनसंख्या: 1309443
  • किशोर कुमार की समाधि व माखनलाल चतुर्वेंदी तथा सुभद्राकुमारी चौहान की कर्मस्थली है। 
  • गाँजा उत्पादक जिला है। 
  • हरसूद जो इंदिरा सागर परियोजना के डूब क्षेत्र में आ गया है। पुनासा ग्राम में इंदिरा सागर परियोजना स्थापित है, सिंगा जी की समाधि है। 
  • ओंकारेश्वर, ज्योर्तिलिंग, यहीं पर है। 
  • छनेरा ग्राम (नया हरसूद) इसी जिले में है।

बड़वानी जिला Badwani Jila

  • जनसंख्या: 1385659 व्यक्ति 
  • 72 फीट ऊँची आदिनाथ जी की जैन मूर्ति है। 
  • चावल अनुसांधन केन्द्र बड़वानी में है। 
  • 1998 में जिला बनाया गया 
  • इसमें बड़वानी, ठीकरी, राजपुर, पानसेमल, सेंधवा, निवली तहसीलें हैं । 

बुरहानपुर जिला Burhanpur Jila

  • जनसंख्या: 756993 व्यक्ति। 
  • तहसीले हैं - बुरहानपुर, खकनार एवं नेपानगर।
  • नेपानगर में नेशनल न्यूजप्रिंट कारखाना व चाँदनी ताप विद्युत केन्द्र है। 
  • प्रदेश का पहला यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय है। 
  • असीरगढ़ का किला को अकबर ने 1601 में जीता था। 

धार जिला Dhar Jila

  • जनसंख्या:2184672 व्यक्ति 
  • ज्ञानदूत परियोजना की शुरूआत यहीं से हुई। 
  • यह परमार वंश की राजधानी थी। 
  • सरदारपुर अभयारण्य में खरमौरो की संरक्षण किया जाता है।
  • मांडू को सिटी ऑफ ज्वाय व पीथमपुर को म.प्र. का डेट्रायट कहा जाता है। 
  • राजा भोज निर्मित भोजशाला (सरस्वती का मंदिर) यहीं पर है। 
  • पीथमपुर में निर्यात सवर्धन पार्क है। 
  • ज्ञानदूत परियोजना यहीं से प्रारंभ की गई थी। 
  • पर्यटन: धार का किला, मांडू के महल, हुशंगशाह का मकबरा एवं बाघ की गुफाएँ दर्शनीय है। 
  • डायनासोर जीवाश्म पार्क है। 

खरगौन (पश्चिमी निमाड़) जिला  Khargone Jila

  • जनसंख्या: 1872413 व्यक्ति 
  • महेश्वर मंडलेश्वर ऐतिहासिक हैं व कसरावद स्तूप प्रसिद्ध है। 
  • अहिल्याबाई होल्कर की राजधानी महेश्वर थी। 
  • नर्मदा नदी पर सबसे बड़ा घाट महेश्वर में है।
  • रंगीन कपास का उत्पादन होता है। 
  • सिंगाजी का मेला लगता है। 
  • केन्दीय औद्योगिक सुरक्षा बल (ब्मदजतंस सदकनेजतपंस ैमबनतपजल थ्वतबम.ब्प्ैथ्) का प्रतिशत केन्द्र है (बड़वाह)।

झाबुआ जिला Jhabua Jila

  • जनसंख्या: 1024091 वक्ति 
  • अनुसूचित जनजाति बाहुल्य जिला है। 
  • भील जाति पाई जाती है। 
  • मेघनगर औद्योगिक केन्द्र है। 
  • आदिवासी शोध संचार केन्द्र है। 
  • भगोरिया हाट का मेला भरता है। 
  • सबसे कम साक्षरता वाला जिला है। इसकी साक्षरता 37.68 प्रतिशत है। 
  • मक्का का उत्पादन होता है। 
  • रेल रिपेयर फैक्ट्री प्रस्वावित । 

अलीरापुर जिला  Alirajpur Jila

  • 17 मई, 2008 को झाबुआ से बना नया जिला। 
  • जनसंख्या - 728677
  • तहसील - अलीराजपुर, जोबट और भाबरा 
  • छह विकास खण्ड - अलीराजपुर, जोबट, भाबरा, उदयगढ़, कट्ठीवाड़ा और सोण्डवा 
  • ग्राम पंचायत - 228
  • राजस्व गाँव - 551
  • जनसंख्या - लगभग छह लाख दस हजार 
  • क्षेत्रफल - 3182 वर्ग कि.मी. 
  • फसलें -  मक्का, उड़द, सोेयाबीन, कपास, चना, गेहँू, मूँगफली आदि
  • वनोपज - आम, महुआ, ताड़ी, सीताफल 
  • खनिज - डोलोमाइट, रेत। 
  • सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति आबादी वाला जिला है आदिवासी खेल विद्यालय है। 

भोपाल संभाग Bhopal Sambhag

भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़ 

भोपाल जिला  Bhopal Jila

  • जनसंख्या: 2368145 व्यक्ति 
  • राजा भोज द्वारा बसाया गया भोजपाल वर्तमान भोपाल है। 
  • 26 जनवरी, 1972 को भोपाल को जिला बनाया गया पहले यह सीहोर की तहसील थी। 
  • प्रदेश का सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व 854 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी भोपाल में है। प्रतिशत की दृष्टि से सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या है। 
  • इसरो का उपग्रह नियंत्रण केन्द्र यहीं है। 
  • सर्वाधिक विश्वविद्यालय वाला जिला है। 
  • 1. बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल 
  • 2. माखनलाल चतुर्वेंदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय 
  • 3. राजा भेाल खुला विश्वविद्यालय भोपाल 
  • 4. राजीव गाँधी प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल 
  • 5. राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय भोपाल 

दो समकक्ष विश्वविद्यालय 

  • 1.एम.ए.एन.आई.टी.
  • 2. सरोजनी नायडू महाविद्यालय भोपाल 
  • शैक्षिक एवं प्रशिक्षण संस्थान 
  • 1. भारतीय  वन प्रबंध संस्थान देश एवं एशिया का पहला संस्थान है। (I.I.F.M.)
  • 2. क्षेत्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल 
  • 3. भोपाल होटल प्रबंध संस्थान 
  • 4. R.C.P.V. (आर.सी.पी.वी.) नरोन्हा प्रशासनिक अकादमी 
  • 5. कृषि एवं प्रतिक्षण प्रयोगशाला नबीबाग भोपाल 
  • 6. उन्नम सांड प्रजनन केन्द्र भदभरा भोपाल 
  • इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल में है इसकी स्थापना 1985 में की गई। 
  • भारत भवन सांस्कृतिक केन्द्र 
  • इंदिरा गाँधी विधान भवन 
  • पंडित कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय विधि एवं विधायी प्रशिक्षण संस्थान भोपाल 
  • प्रौद्योगिकी अध्यापक प्रशिक्षण संस्थान (टेक्नीकल टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट), भोपाल 
  • जेल अनुसंधान एवं प्रशिक्षण शाला भोपाल 
  • क्षेत्रीय विज्ञान केन्द्र 
  • पुलिस श्वान प्रशिक्षण केन्द्र, भोपाल 
  • पुलिस यातायात प्रशिक्षण केन्द्र, भोपाल 

संग्रहालय 

  • दुष्यंत कुमार पाण्डुलिपि 
  • प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय 
  • बिड़ला म्यूजियम भोपाल 
  • माधवराव सप्रे पत्रकारिता संग्रहालय 
  • राज्य संग्रहालय भोपाल 
  • दूर संचार संग्रहालय भोपाल 
पर्यटन 


  • 1. नवाब हसन सिद्दकी का मकबरा 
  • 2. वन विहार राष्ट्रीय उद्यान 
  • 3. गौहर महल एवं ताजमहल 
  • 4. सबसे बड़ी ताजुल मस्जिद तथा सबसे छोटी मस्जिद (ढाई सीढ़ी की मस्जिद)
  • 5. आकार गुडि़या धर, इस्लाम नगर का किला 
  • 6. कमला पार्क 
  • 7.मछलीघर 

निम्नलिखित के वास्तुकार चार्ल्स कोरिया हैं

  •  1. भारत भवन्
  •  2. इंदिरा गाँधी  विधान भवन 
  •  3. पर्यावास भवन 
  • 4. IIFM का भवन 
  • 5. गाँधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल

उद्योग

  • 1. बी.एच.ई.एल.(ब्रिटेन के सहयोग से)
  • 2. मैदा मिल 
  • 3. रेल्वे कोच फैक्ट्री, निशातपुरा 

सीहोर जिला Sihore Jila

  • जनसंख्या - 1311008
  • सलकनपुर मेला ख्यात है। 
  • लघु वनोपज संघ के द्वारा यहाँ जड़ी-बूटियाँ व आँवले से विभिन्न उत्पाद (त्रिफला) तैयार किये जाते हैं। 
  • आष्टा तहसील से पार्वती नदी निकलती है। 
  • पान गुडरिया बुधनी से अशोक के अभिलेख प्राप्त हुए। 
  • बधनी में रेलवे स्लीपार बनाये जाते हैं।
  • भोपाल शुगर मिल्स सीहोर में है।
  • देश का पहला आवासीय खेल विद्यालय स्थापित किया गया। 
  • कोलार नदी का उद्गम व कोलार जलाशय परियोजना है।
  • टैªक्टर प्रशिक्षण केन्द्र बुधनी में है। 

विदिशा जिला 

  • जनसंख्या: 1458212
  • विदिशा का प्रचीन नाम भिलसा (भेलसा), महामालिस्तान या बेसनगर था।
  • उदयगिरि की गुफाएँ गुप्तकालीन हैं। यहाँ वीरसेन साव का अभिलेख है। 
  • भागवत धर्म से संबंधित हेलियोडोरस का गरूड़ स्तंभ बेसनगर में है। 
  • राजस्थान से प्राप्त सिरोंज तहसील यहीं सम्मिलित है।
  • सम्राट अशोक सागर परियोजना हलालीडेम 
  • चना उत्पादक जिला 
  • सम्राट अशोक की पत्नी महादेवी यहीं की थीं। 
  • उदयपुर का नीलकंठेश्वर मंदिर (बासौदा) परमार वंश कालीन है।
  • ग्यारसपुर का मालादेवी मंदिर उदयगिरि की बारह अवतार प्रतिमा ख्यात हैं। 
  • जैन तीर्थकर शीतलनाथ की जन्मस्थली विदिशा है। 

उद्योग 

  • 1. वनस्पति घी उद्योग 
  • 2. मेटल वर्क्स 
  • 3. प्लास्टिक पाइप उद्योग 
  • 4. जी.आई. कटीले तार 

रायसेन जिला 

  • जनसंख्या - 1331699
  • रातापानी अभ्यारण्य बाघ परियोजना हेतु प्रस्तावित है।
  • मृगेन्द्रनाथ गुफा पाटनी प्रागैतिहासिक कालीन है। 
  • बनगवां में प्रागैतिहासिक शैल चित्र हैं। 
  • मण्डीदीप औद्योगिक केन्द्र है।
  • साँची में बौद्ध स्तूप हैं। साँची को बौद्ध जगत की पवित्र नगरी कहा जाता है।
  • साँची को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित किया गया है।
  • विश्व का सबसे बड़ा शैलाश्रय समूह भीमबेटका अब्दुलागंज में है इसे यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित किया जा चुका है। भीमबेटका से आदि मानव के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। 
  • विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग भोजपुर में है। भोजपुर में मकर संक्रांति, शिवरात्रि, बसंत पंचमी पर मेला लगता है।
  • रायसेन जिले के कुचवाड़ा ग्राम आचार्य रजनीश (ओशो) को जन्म हुआ। 
  • रायसेन का किला, रातापानी अभयारण्य, फरीदउल्ला की दरगाह।
  • हिन्दुस्थान इलेक्ट्रो ग्रेफाइट, ग्रेफाइट की एशिया में सबसे बड़ी फैक्ट्री है। 

राजगढ़ जिला 
  • जनसंख्या: 1,546,541
  • ब्यावरा में राष्ट्रीय राजमार्गों का चौराहा है।
  • नरसिंहगढ़ अभ्यारण्य है, नरसिंहगढ़ का किला एवं गिन्नौरगढ़ किले के तोते प्रसिद्ध हैं। 
  • राजगढ़ देश का पहला ऐसा जिला है, जिसने पृथक् मानव विकास प्रतिवेदन प्रस्तुत किया है।

म.प्र. के जिले व क्षेत्रफल MP ke jile evam area

  • बड़े जिले  क्षेत्रफल (वर्ग किमी.)
  • छिंदवाड़ा - 11815
  • शिवपुरी  - 10277
  • सागर  - 10252
  • बैतूल - 10043
  • बालाघाट - 9229
  • सिवनी - 8758
  • छोटे जिले   क्षेत्रफल (वर्ग किमी.)
  • दतिया - 2691
  • भोपाल - 2772
  • अलीराजपुर - 3182
  • हरदा - 3334
  • बुरहानपुर 3427
  • झाबुआ - 3596
  • अनुपपुर - 3747
  • इंदौर - 3898 
  • उमरिया - 4076
  • नीमच - 4256
  • भिण्ड - 4459

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