चर्चित व्यक्ति अप्रैल 2021| Charchit Vyakti April 2021 |Person in News April 2021

 चर्चित व्यक्ति अप्रैल 2021 

Charchit Vyakti April  2021 | Person in News April 2021

चर्चित व्यक्ति अप्रैल 2021  Charchit Vyakti April  2021 | Person in News April 2021



बाबू जगजीवन राम

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबू जगजीवन राम की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सामाजिक रूप से शोषित और वंचित वर्ग के उत्थान हेतु उनके प्रयास हमेशा सभी के लिये प्रेरणा का स्रोत रहेंगे। सामान्यतः बाबूजी के नाम से प्रसिद्ध बाबू जगजीवन राम सुप्रसिद्ध राष्ट्रीय नेतास्वतंत्रता सेनानीसामाजिक न्याय और वंचित वर्ग के पक्षधरएक उत्कृष्ट नीतिनिर्माता और सच्चे लोकतंत्रवादी थे। 

  • बाबू जगजीवन राम का जन्म 5 अप्रैल1908 को ब्रिटिश भारत के भोजपुर (बिहार) में हुआ था। 
  • वर्ष 1928 में कलकत्ता (अब कोलकाता) के वेलिंगटन स्क्वायर में एक मज़दूर रैली के दौरान इनकी मुलाकात नेताजी सुभाष चंद्र बोस से हुई। 
  • उन्होंने वर्ष 1935 में अखिल भारतीय शोषित वर्ग लीग की नींव रखने में अहम योगदान दिया थाजो अछूतों के लिये समानता का अधिकार प्राप्त करने हेतु एक समर्पित संगठन था। स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने के अलावा बाबूजी’ ने भारतीय राजनीति में भी महत्त्वपूर्ण कार्य किया। अपने पाँच दशक लंबे राजनीतिक कॅरियर में उन्होंने एक राजनीतिज्ञ के तौर पर काफी ख्याति हासिल की।

 

एन.वी. रमण

  • राष्ट्रपति ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 के खंड (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश नथालपति वेंकट रमण को भारत का मुख्य न्यायाधीश (CJI) नियुक्त किया है। 
  • न्यायमूर्ति एन.वी. रमण 24 अप्रैल2021 को भारत के मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभालेंगे। वे देश के 48वें मुख्य न्यायाधीश होंगे। 
  • वे आंध्र प्रदेश के एक किसान परिवार से हैंजिन्होंने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालयकेंद्रीय तथा आंध्र प्रदेश प्रशासनिक न्यायाधिकरण और भारत के सर्वोच्च न्यायालय में वकालत की है। इसके अलावा उन्होंने आंध्र प्रदेश के अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में भी अपनी सेवाएँ प्रदान की हैं। भारत के मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय (SC) के न्यायाधीशों को राष्ट्रपति द्वारा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 के खंड (2) के तहत नियुक्त किया जाता है। 
  • मुख्य न्यायाधीश पद के मामले में देश के निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश द्वारा अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश की जाती है। द्वितीय न्यायाधीश वाद में वर्ष 1993 में सर्वोच्च न्यायालय ने निर्णय दिया था कि सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश को ही मुख्य न्यायाधीश के पद पर नियुक्त किया जाना चाहिये। केंद्रीय विधि मंत्री द्वारा मुख्य न्यायाधीश की सिफारिश प्रधानमंत्री को हस्तांतरित की जाती है और प्रधानमंत्री उसी आधार पर राष्ट्रपति को सलाह देता है।


मंगल पांडे और बंकिम चंद्र चट्टोपाध्यारय

  • देश भर में 08 अप्रैल को महान स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे और राष्ट्रगीत वंदे मातरम’ के रचयिता तथा बंगाल के प्रसिद्ध साहित्यकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्यांय को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मंगल पांडे का जन्म 19 जुलाई1827 को अकबरपुर (उत्तर प्रदेश) में हुआ था। .

  • मंगल पांडे 29 मार्च1857 को ब्रिटिश अधिकारियों पर हमला करने वाले पहले भारतीय सैनिक थेयह पहला बड़ा विद्रोह थाजिसे 1857 के सिपाही विद्रोह’ के रूप में जाना गया। इस विद्रोह को प्रायः स्वतंत्रता संग्राम का पहला युद्ध माना जाता है। इस विद्रोह की शुरुआत तब हुई जबईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने सैनिकों के लिये एनफील्ड राइफल मस्कट’ नाम से एक नया हथियार प्रस्तुत किया। इस नए हथियार (कारतूस) के कारण भारतीय सैनिकों में असंतोष पैदा हो गया और इस असंतोष ने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासकों के विरुद्ध व्यापक पैमाने पर विद्रोह को जन्म दिया। इस विद्रोह ने ब्रिटिश प्रशासन को भारत सरकार अधिनियम 1858 के माध्यम से ब्रिटिश भारत के प्रशासन में व्यापक बदलाव करने पर मज़बूर किया। 

  • वहीं बंगाली साहित्यकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय का जन्म 27 जून1838 को पश्चिम बंगाल के नैहाटी में एक रूढ़िवादी बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने प्रसिद्ध उपन्यास आनंदमठ’ की रचना और उसमें वंदे मातरम’ गीत को शामिल किया। बंकिम चंद्र द्वारा रचित उपन्यास आनंदमठ’ वर्ष 1882 में प्रकाशित हुआ था। दुर्गेश नंदिनी’ और कपालकुंडला’ उनकी प्रारंभिक प्रमुख रचनाओं में शामिल हैं। दोनों उपन्यासों का कई अन्य भाषाओं में भी अनुवाद किया गया है।


प्रिंस फिलिप

  • 09 अप्रैल2021 को ब्रिटेन के प्रिंस फिलिप का 99 वर्ष की आयु में निधन हो गया। एडिनबर्ग के ड्यूक प्रिंस फिलिप ने वर्ष 1947 में ब्रिटेन की राजकुमारी एलिज़ाबेथ-II से विवाह किया थाजो कि ब्रिटिश इतिहास में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महिला हैं। प्रिंस फिलिप का जन्म 10 जून1921 को कोर्फू (ग्रीस) में हुआ था और वे ग्रीस के राजकुमार एंड्रयू के इकलौते पुत्र थे। उनकी माँ बैटलबर्ग की राजकुमारी थींइसलिये प्रिंस फिलिप को 'प्रिंस ऑफ ग्रीस एंड डेनमार्कभी कहा जाता था। राजकुमारी एलिज़ाबेथ-II के साथ विवाह के बादप्रिंस फिलिप को ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग’, ‘अर्ल ऑफ मेरियोनेथ’ और बैरन ग्रीनविच’ की उपाधियों से सम्मानित किया गया था। प्रिंस फिलिप वर्ष 1939 में एक कैडेट के रूप में रॉयल नेवी में शामिल हुए। अपना प्रारंभिक प्रशिक्षण पूरा करने के बादप्रिंस फिलिप ने वर्ष 1940 में युद्धपोत HMS रैमिलीज़ पर मिडशिपमैन के रूप में हिंद महासागर में छह माह तक अपनी सेवाएँ दी थीं। बाद में प्रिंस फिलिप को सब-लेफ्टिनेंट के रूप में पदोन्नत दे दी गई। वर्ष 1947 में उन्होंने राजकुमारी एलिज़ाबेथ से विवाह किया और वर्ष 1952 में उन्हें रॉयल नेवी के कमांडर के तौर पर पदोन्नत किया गयाहालाँकि राजकुमारी एलिज़ाबेथ-II के पिताकिंग जॉर्ज-VI की मृत्यु के बाद रॉयल नौसेनिक के तौर पर प्रिंस फिलिप का कॅरियर समाप्त हो गया।


दुती चंद

  • जकार्ता एशियाई खेलों में 100 और 200 मीटर में रजत पदक जीतने वाली भारत की महिला धावक दुती चंद को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य के वीरानी पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा। 
  • इस संबंध में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिकखेल के क्षेत्र में दुती चंद के योगदान को देखते हुए उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। ज्ञात हो कि वर्ष 2019 मेंओडिशा की धावक दुती चंदइटली में आयोजित विश्व विश्वविद्यालय खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं। दुती चंद ने 100 मीटर की दौड़ 11.22 सेकंड में पूरी कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा खेलसाहित्यशिक्षाकानूनसंगीतइतिहाससामाजिक कार्य और व्यवसाय सहित विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान को रेखांकित करने के लिये छत्तीसगढ़ वीरानी पुरस्कारों का गठन किया गया था। इस पुरस्कार का उद्देश्यभारतीय समाज में महिलाओं को सशक्त बनाना और उनकी उपलब्धियों को रेखांकित करना हैसाथ ही यह महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाने के लिये भी प्रेरित करता है।


बलबीर सिंह जूनियर

  • 13 अप्रैल2021 को पूर्व हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह जूनियर का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। 2 मई1932 को पंजाब के संसारपुर में जन्मे बलबीर सिंह जूनियर ने मात्र छह वर्ष की आयु में हॉकी खेलना शुरू किया था। 1950 के दशक में भारतीय रेलवे टीम में शामिल होने से पूर्व बलबीर सिंह जूनियर ने इंटर यूनिवर्सिटी हॉकी टूर्नामेंट में पंजाब विश्वविद्यालय टीम की कप्तानी भी की थी। वर्ष 1958 में टोक्यो में आयोजित एशियाई खेलों मेंबलबीर सिंह जूनियर को बलबीर सिंह सीनियर के बैकअप (सेंटर फॉरवर्ड) के रूप में भारतीय टीम में शामिल किया गयाहालाँकि टूर्नामेंट में वे इनसाइड-लेफ्ट के रूप में खेले। बलबीर सिंह जूनियर वर्ष 1962 में सेना में एक आपातकालीन कमीशन अधिकारी के रूप में शामिल हुए थे और बाद में सेना की ऑर्डिनेंस कोर से मेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए। विदित हो कि बलबीर सिंह जूनियर वर्ष 1958 में आयोजित एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे।


हैती के प्रधानमंत्री जोसेफ जूथ का इस्तीफा

  • हाल ही में कैरिबियाई देश हैती के प्रधानमंत्री जोसेफ जूथ ने राजनीतिक अस्थिरता और अपराधिक मामलों की बढ़ती संख्या के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा स्वीकार करते हुए हैती के राष्ट्रपति ने क्लॉपर्ड जोसेफ को हैती का नया प्रधानमंत्री मनोनीत किया है। विदित हो कि जोसेफ जूथ को मार्च 2020 में हैती का प्रधानमंत्री चुना गया था। कैरेबियन सागर में स्थित देश हैतीहिसपनिओला द्वीप के पश्चिमी हिस्से में स्थिति एक छोटा सा देश है। हैती तैनो भाषा’ का एक शब्द हैजिसका अर्थ है पहाड़ी देश। वर्तमान में हैती के लगभग 9 मिलियन निवासी मुख्य रूप से अफ्रीकी मूल के हैं। 19वीं सदी की शुरूआत में फ्राँँसीसी औपनिवेशिक नियंत्रण और दासता को समाप्त करहैती दुनिया का पहला अश्वेत नेतृत्त्व वाला गणराज्य तथा स्वतंत्र कैरिबियन राज्य बना था। पोर्ट-ऑ-प्रिंस’ हैती की राजधानी है। हैती दोनों अमेरिकी महाद्वीपों का एकमात्र देश है जिसे दुनिया के सबसे कम विकसित देशों में गिना जाता है।


रामानुजाचार्य

  • 18 अप्रैल2021 को महान हिंदू दार्शनिक और चिंतक रामानुजाचार्य की 1004वीं जयंती है। रामानुजाचार्य ने आम जनमानस को समानता और भक्ति का मार्ग दिखाया था। उनका जन्म वर्ष 1017 में तमिलनाडु के श्रीपेरूमबुदूर गाँव में हुआ था। रामानुजाचार्य जयंती की तिथि तमिल सौर कैलेंडर के आधार पर तय की जाती है। वह एक महान धर्मशास्त्री थेजिन्होंने सार्वभौमिक भाईचारे का संदेश दिया। रामानुजाचार्यवेदांत और वैष्णववाद दर्शन के महान समर्थक थे।
  • संत रामानुजाचार्य ने तथाकथित अछूतों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव न करने की बात करते हुए कहा कि विश्व के रचयिता ने कभी भी किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया। श्री रामानुजाचार्य ने ऐसा सिद्धांत प्रतिपादित किया जिसमें जन्म या जाति के बजाय व्यक्ति के आध्यात्मिक ज्ञान के आधार पर सम्मान दिया जाता है। उन्होंने वेदों के गोपनीय और सर्वोत्कृष्ट ज्ञान को मंदिरों से निकाल कर आम लोगों तक पहुँचाया। श्री रामानुजाचार्य महान दार्शनिकसंतचिंतकसमाज सुधारक और वेदांत की विशिष्टाकद्वैत धारा के मुख्यु उद्घोषक थे। माना जाता है कि उनका निधन 120 वर्ष की आयु में वर्ष 1137 में तमिलनाडु के श्रीरंगम में हुआ था।


डॉ. नरेंद्र कोहली

  • 17 अप्रैल2021 को हिंदी के प्रख्यात साहित्यकार नरेंद्र कोहली का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। 
  • नरेंद्र कोहली को हिंदी के प्रमुख उपन्यासकारकहानीकारनाटककार और व्यंग्यकार के रूप में जाना जाता था। 
  • 06 जनवरी1940 को पाकिस्तान के सियालकोट में जन्मे नरेंद्र कोहली का परिवार वर्ष 1947 में विभाजन के बाद बिहार में विस्थापित हो गया था। नरेंद्र कोहली की प्रारंभिक शिक्षा लाहौर और जमशेदपुर में हुई। उन्होंने राँची विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में शिक्षा प्राप्त की। साहित्य में पौराणिक और ऐतिहासिक चरित्रों के जीवंत चित्रण के लिये उनका योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने भारतीय पौराणिक पात्रों को एक नए संदर्भ में दुनिया के समक्ष प्रस्तुत किया। नरेंद्र कोहली को रामायण और महाभारत के पात्रों के बारे में उनके लेखन के लिये जाना जाता है। महाभारत पर आधारित महाकाव्यत्मक उपन्यास- 'महासमरजोकि आठ-खंडों में विभाजित हैको एक उत्कृष्ट कृति माना जाता है। उन्होंने लेखन के माध्यम से संस्कृति के पुनरुद्धार पर ज़ोर दिया। उन्होंने उपन्यासनिबंधव्यंग्य और संस्मरण सहित 100 से अधिक पुस्तकों की रचना की। उनके प्रमुख उपन्यासों में अभ्युदयदीक्षाअवसर और अभिज्ञान आदि शामिल हैं। उनके द्वारा रचिय नाटकों में शम्बूक की हत्यानिर्णय रुका हुआ और गारे की दीवार आदि शामिल हैं। हिंदी साहित्य में योगदान के लिये उन्हें वर्ष 2017 में पद्म पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।


शिव सुब्रमणियम रमण

  • हाल ही में शिव सुब्रमणियम रमण ने भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला है। इस संबंध में जारी आधिकारिक सूचना के मुताबिकसुब्रमणियम रमण की नियुक्ति कुल वर्षीय कार्यकाल के लिये की गई है। इस नियुक्ति से पूर्व सुब्रमणियम रमण राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सर्विसेज़ लिमिटेड (NeSL) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में सेवारत थे। तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाले सुब्रमणियम रमण वर्ष 1991 बैच के भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा सेवा (IA&AS) अधिकारी हैं। इसके अलावा वे वर्ष 2015-2016 के झारखंड के प्रधान महालेखाकार के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। वहीं भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) की स्थापना 2 अप्रैल1990 को संसद के एक अधिनियम के तहत सूक्ष्मलघु और मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्र के संवर्द्धनवित्तपोषण और विकास हेतु एक प्रमुख वित्तीय संस्था के रूप में की गई थी।


वनिता गुप्ता

  • हाल ही में भारतीय मूल की अमेरिकी सिविल राइट्स अधिवक्ता वनिता गुप्ता को अमेरिका में एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के रूप में नियुक्त किया गया है, जिसके साथ ही वे अमेरिकी न्याय विभाग के इस तीसरे सबसे महत्त्वपूर्ण पद पर कार्य करने पहली भारतीय-अमेरिकी बन गई हैं। वनिता गुप्ता ने न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के लॉ स्कूल’ से कानून की पढाई की है और उन्हें वर्ष 2014 में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा कार्यवाहक सहायक अटॉर्नी जनरल और अमेरिकी न्याय विभाग के नागरिक अधिकार प्रभाग के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था। एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के पद पर नियुक्त होने से पूर्व वह अमेरिका के सबसे पुराने नागरिक अधिकार गठबंधन- द लीडरशिप काॅॅन्फ्रेंस ऑन सिविल एंड ह्यूमन राइट्स’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में कार्य चुकी हैं। अमेरिकी न्याय विभाग के एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के रूप में वनिता गुप्ताविभाग के सिविल राइट्स लिटिगेशन’ विभाग के साथ-साथ उसके एंटीट्रस्टनागरिक और पर्यावरण प्रभागों की भी प्रभारी होंगी।


पंडित राजन मिश्र

  • 25 अप्रैल2021 को सुप्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक पंडित राजन मिश्र का कोरोना संक्रमण के चलते 70 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। बनारस घराने से ताल्लुक रखने वाले पंडित राजन मिश्र हिंदुस्तानी संगीत के एक प्रमुख दिग्गज थेजिन्होंने अपने भाई साजन मिश्र के साथ दशकों तक भारतीय और वैश्विक दर्शकों के समक्ष संगीत गायन किया। उनकी रचनात्मकता और कला में उनके योगदान के कारण उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक ख्याति प्राप्त हुई और उन्हें विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गयाजिसमें पद्म भूषण (वर्ष 2007) और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (वर्ष 1998) शामिल हैं। इसके अलावा उन्हें संगीत भूषणगंधर्व राष्ट्रीय पुरस्कार और राष्ट्रीय तानसेन सम्मान आदि से भी सम्मानित किया गया था। पंडित राजन मिश्र और भाई पंडित साजन मिश्र को भारतीय शास्त्रीय संगीत की ख्याल गायकी’ शैली के प्रमुख प्रतिपादकों में से एक माना जाता है।


मनोज दास

  • 28 अप्रैल2021 को ओडिशा के  प्रख्यात शिक्षाविद और जाने-माने द्विभाषी लेखक मनोज दास का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वर्ष 1934 में ओडिशा में जन्मेा मनोज दास ने ओडिया और अंग्रेज़ी दोनों ही भाषाओं में महत्त्वपूर्ण साहित्यिक रचनाएँ कीं। मनोज दास ने छोटी उम्र में ही लेखन कार्य शुरू कर दिया था और ओडिया भाषा में उनकी कविता की पहली किताब वर्ष 1949 में तब प्रकाशित हुई थीजब वे हाई स्कूल में पढ़ते थेइसके बाद उन्होंने एक साहित्यिक पत्रिका और लघु कथाओं का संग्रह भी प्रकाशित किया। एक विपुल द्विभाषी लेखक के रूप में मनोज दास अपनी नाटकीय अभिव्यक्ति के साथ-साथ बेहतरीन व्यंग्य के लिये भी जाने जाते थे। दास ने अपनी रचनाओं में विभिन्न सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समस्याओं जैसे विस्थापनप्राकृतिक आपदाएँ (बाढ़भूकंप और सुनामी आदि)अलौकिक चीज़ों पर मानवों का विश्वासराजनेताओं का दोहरे व्यवहार और मनोवैज्ञानिक विकार आदि को शामिल किया। मनोज दास को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिये वर्ष 2001 में पद्मश्री और वर्ष 2020 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार फैलोशिप से भी सम्मानित किया गया था।


माइकल कॉलिन्स

  • अपोलो 11 अंतरिक्ष यान के पायलट माइकल कॉलिन्सजिन्होंने नील आर्मस्ट्रांग और एडविन बज़ एल्ड्रिन को चंद्रमा तक पहुँचायाका हाल ही में 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। अपोलो 11 मिशन की शुरुआत 16 जुलाई1969 को हुई थी। नासा द्वारा अपोलो 11 मिशन को लगभग 24 बिलियन डॉलर की लागत से तीन मनुष्यों को चंद्रमा तक ले जाने और उन्हें सुरक्षित पृथ्वी पर लाने के लिये डिज़ाइन किया गया था। जब नील आर्मस्ट्रांग और एडविन बज़ ने पहली बार चंद्रमा की सतह पर कदम रखातब माइकल कॉलिन्स भी वहीं मौजूद थेहालाँकि वह चंद्रमा की सतह पर नहीं उतरे बल्कि वे चंद्रमा के ऑर्बिट में 21 घंटे से अधिक समय तक कोलंबिया नामक कमांड मॉड्यूल में चंद्रमा के चक्कर लगाते रहे। माइकल कॉलिन्स इस दौरान मिशन कंट्रोल और अंतरिक्ष यात्रियों के बीच एक महत्त्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य कर रहे थे। अपोलो-11’ मिशन में पायलट के तौर पर शामिल होने से पूर्व माइकल कॉलिन्स तीन दिवसीय जैमिनी-X’ मिशन में भी बतौर पायलट शामिल हुए थेजिसे 18 जुलाई1966 को लॉन्च किया गया था।


टी.वी. सोमनाथान

  • कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय द्वारा जारी हालिया आदेश के मुताबिकवित्त मंत्रालय में व्यय सचिव के रूप में कार्यरत टी.वी. सोमनाथान को वित्त सचिव के रूप में नामित किया गया है। टी.वी. सोमनाथन 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के IAS अधिकारी हैं। टी.वी. सोमनाथान वर्तमान में वित्त मंत्रालय में सभी सचिवों में सबसे वरिष्ठ अधिकारियों में से एक है। वित्त सचिव के तौर पर टी.वी. सोमनाथान की नियुक्ति को अंतिम मंज़ूरी केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा नियुक्त समिति द्वारा दी गई है। टी.वी. सोमनाथान ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी डिग्री हासिल की हैइसके अलावा उन्होंने हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल से एग्ज़ीक्यूटिव डेवलपमेंट प्रोग्राम’ डिप्लोमा भी प्राप्त किया है।


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