इथिलीन हॉर्मोन क्या है इसके उपयोग |ETHYLENE Hormone and Usages

 इथिलीन हॉर्मोन क्या है इसके उपयोग (ETHYLENE Hormone and Usages) 

इथिलीन हॉर्मोन क्या है इसके उपयोग |ETHYLENE Hormone and Usages



इथिलीन हॉर्मोन क्या है इसके उपयोग 

  • इथिलीन एक वाष्पशील गैस है जिसका रासायनिक सूत्र C2H4 (या CH2 = CH)2 होता है। यह पौधों में अल्पमात्रा में निर्मित होने वाला गैसीय हॉर्मोन है। यह पौधों में पाया जाने वाला एकमात्र गैसीय हॉर्मोन है। चूंकि यह गैसीय अवस्था में होता हैअत: यह एक कोशिका से दूसरी कोशिका में आसानी से विसरित हो जाता है। पौधों में इसका निर्माण उपापचयी क्रियाओं के फलस्वरूप होता है। सर्वप्रथम वर्ग (Berg, 1962) ने बताया कि यह एक वृद्धि नियामक हॉर्मोन है। इथिलीन का सर्वाधिक मात्र में उत्पादन फलों में पकने के दौरान होता है। फलों के अलावा यह बीजोंजहाँ पतियोंपुष्पों अन्य कटकों में भी संश्लेषित होता है। 

  • डेनी (Denny, 1924) एवं गेन (Gane, 1934) के अनुसारइथिलीन गैस पौधों में फलों को पकाने का कार्य करती है।

 

इथिलीन हॉर्मोन जैविक महत्त्व 

1. फलों का पकाना (Ripening of fruits) - यह हॉर्मोन तनों के अग्र भागों में बनकर तथा फलों में विसरित होकर उनके पकने में सहायता करता है। 

2. तनों का क्षैतिज फैलाव (Horizontal expansion of 'stem) - यह पौधे की लम्बाई में वृद्धि को रोकता हैकिन्तु तनों के फूलने में सहायक होता है। 

3. यह ऑक्सिन के समान पुष्पन को कम करता है लेकिन अनन्नास में पुष्पन को बढ़ाता है। 

4. यह पौधों में नर पुष्पों की संख्या में कमी तथा मादा पुष्पों की संख्या में वृद्धि करता है। 

5. यह पत्तियोंफलों व पुष्पों में विलगन परत के निर्माण को तीव्र करता है। 

6. मूल रोम एवं बीजों के अंकुरण का प्रेरण- यह मूलरोमों के निर्माण तथा बीजों के अंकुरण को प्रेरित करता है।  

7. फलों को शीघ्रता से पकाना। 

8. कटे हुए तनों के अग्रस्थ भागों पर कलिका निर्माण को रोक देना।

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