स्वास्थ्य पत्रकारिता क्या है ? | स्वास्थ्य पत्रकारिता के उद्देश्य| What is Health journalism

स्वास्थ्य पत्रकारिता क्या है ?  स्वास्थ्य पत्रकारिता के उद्देश्य

स्वास्थ्य पत्रकारिता क्या है ? | स्वास्थ्य पत्रकारिता के उद्देश्य|  What is Health journalism
 

स्वास्थ्य पत्रकारिता सामान्य परिचय 

 

  • जिस तरह से किसी भी देश में लोकतंत्र के स्वस्थ रहने और सरकार और प्रशासन के सुचारू रूप से काम करने के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष राजनीतिक और सामाजिक पत्रकारिता की आवश्यकता होती है, उसी तरह से किसी भी देश और पूरी दुनिया में सेहत से संबंधित मसलों को सरकारों, नीति निर्माताओं के सामने प्रस्तुत करने और जनता को इनके बारे में जागरूक करने में स्वास्थ्य पत्रकारिता की बड़ी भूमिका होती है।

 

  • एक अच्छा स्वास्थ्य पत्रकार स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र में व्याप्त गड़बडिय़ों को उजागर कर सकता है, जनता को जागरूक बना सकता है जिससे कि लोग खुद को रोगों से बचाने के लिए चौकस रहें और तरह-तरह के खाद्य पदार्थ बनाने वाली कंपनियों और दवा कंपनियों के भ्रामक दावों पर विश्वास न करें। एक अच्छे स्वास्थ्य पत्रकार का यह भी दायित्व है कि वह स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधी नीतियों का सही विश्लेषण कर उनकी खामियों का लेखाजोखा प्रस्तुत करे जिससे कि नागरिक समाज नीति निर्माताओं पर दबाव बनाकर सही स्वास्थ्य और चिकित्सा नीतियां बनाने के लिए अपनी ओर से पहले कर सके।

 

  • स्वास्थ्य पत्रकारिता का क्षेत्र इतना व्यापक है कि यदि स्वास्थ्य पत्रकार अपने कार्य को अच्छी तरह से अंजाम दें तो वे किसी भी क्षेत्र, देश और दुनिया के स्वास्थ्य परिदृश्य पर अहम प्रभाव डाल सकते हैं। स्वास्थ्य पत्रकारिता का दायरा सिर्फ अस्पतालों, डॉक्टरों और दवा कंपनियों तक ही सीमित नहीं है। खानपान की शैली, गुणवत्ता और हमारे स्वास्थ्य पर उनके प्रभाव, खानपान के क्षेत्र में सक्रिय कारोबारियों के गलत दावों की पोल खोलने, स्वच्छ जल की उपलब्धता न होने के कारण महामारियों के फैलने की आशंका से लेकर मच्छरों की रोकथाम के जरिये डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से बचाव भी इसके दायरे में आते हैं। चूंकि हर व्यक्ति चाहे वह गरीब हो या अमीर, अच्छी सेहत चाहता है, इसलिए सेहत का कारोबार भी उतना ही बड़ा है और इसमें हजारों कारोबारी लगे हैं जिनका सालाना कारोबार हज़ारों अरबों रूपये का है। स्वास्थ्य पत्रकार के लिए जहां एक तरफ ज़रूरत इस बात की होती है कि वह डॉक्टरों, दवा उद्योग और चिकित्सा परीक्षण उद्योग और चिकित्सा नियमन अधिकारियों की अपने-अपने लाभ के लिए साठगांठ को रोकने के लिए पाठकों के सामने तथ्य प्रस्तुत करे, वहीं उसकी यह भी जिममेदारी हो जाती है कि वह हज़ारों अरबों के खानपान और जीवनशैली कारोबार में लागों के सेहत से जुड़े मुद्दों को समय-समय पर उजागर करे | अपनी भूमिका का निर्वाह करते वक्त एक स्वास्थ्य पत्रकार को किसी खास अस्पताल, डॉक्टर, दवा, खाद्य पदार्थ आदि की सिफारिश करने से बचना चाहिए और उसे ज़्यादा से ज़्यादा वस्तुनिष्ठ भूमिका अदा करते हुए लोगों के सामने संपूर्ण तथ्य और विभिन्न विशेषज्ञों की राय प्रस्तुत करनी चाहिए। राय के लिए विशेषज्ञों का चुनाव करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे विभिन्न धाराओं का प्रतिनिधित्व करते हों लेकिन उनमें से कुछ ज़रूर ऐसे हों जो किसी भी तरह के कारोबारी हित के बजाय सीधे जनता के हितों की परवाह करते हों। ऐसे लोग किसी गैरसरकारी संगठन के हो सकते हैं या फिर प्रोफेशनल स्तर पर सक्रिय लोग। एक अच्छे स्वास्थ्य पत्रकार को स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न लोगों से नियमित तौर पर संपर्क में रहना चाहिए। इनमें स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र में नीति निर्धारित करने वाले अधिकारी, एलोपैथिक, आयुर्वेदिक और होमयोपैथिक डॉक्टर, अस्पतालों के संचालनकर्ता, सामुदायिक लीडर और क्षेत्र के नागरिक संगठनों के प्रमुख शामिल हैं।

 

स्वास्थ्य पत्रकारिता के उद्देश्य Objectives of health journalism

 

स्वास्थ्य पत्रकारिता से जुड़े किसी भी पत्रकार के लिए ज़रूरी है कि वह स्पष्ट रूप से जाने कि वह जो कुछ लिख रहा है उसका क्या प्रयोजन है। स्वास्थ्य पत्रकारिता मूलत: इन लक्ष्यों को सामने रखकर की जाती है:

 

जनता को स्वास्थ्य संबंधी मसलों के बारे में जागरूक बनाना:

 

  • इसमें वे तमाम बातें शामिल हैं जिन्हें मीडिया प्रचारित-प्रसारित कर लोगों तक स्वास्थ्य शिक्षा पहुंचा सकता है और उन्हें विभिन्न रोगों से बचने और उनके प्रभावी इलाज के लिए बरते जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी प्रदान कर सकता है। लेकिन किसी भी पत्रकार के लिए यहां सबसे बड़ी ध्यान रखने की बात यह है कि जनता तक स्वास्थ्य संबंधी सूचना पहुंचाई जाए वह प्रामाणिक स्रोतों से हो । झोलाछाप डॉक्टरों, तथाकथित अधकचरे स्वास्थ्य विशेषज्ञों, धामिर्क बाबाओं आदि के द्वारा दी जाने वाली सलाहों को प्रचार देने से उन्हें बचना चाहिए। स्वास्थ्य संबंधी मसलों पर कलम चलाने वाले पत्रकार को इस बात का अहसास होना चाहिए कि वह जो कुछ भी लिखेगा उससे लाखों लोगों की सेहत प्रभावित हो सकती है, इसलिए किसी भी तरह के अंधविश्वास को बढ़ावा न दिया जाए। स्वास्थ्य संबंधी सूचनाओं और प्रतिक्रियाओं के लिए प्रामाणिक स्रोतों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए जिनमें स्वास्थ्य एवं चिकित्सा से जुड़े वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, विभिन्न विधाओं के अनुभवी प्रशिक्षित डॉक्टर, आहार विशेषज्ञ, औषध निर्माता कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य के लिए काम करने वाले गैरसरकारी संगठनों के प्रतिनिधि, चिकित्सा शोध संस्थानों के शोधकर्मी आदि शामिल हैं।

 

स्वास्थ्य एवं चिकित्सा से जुड़े ढांचे में खामियों को उजागर करना: 

  • स्वास्थ्य पत्रकारों के लिए ज़रूरी है कि वे अपने कार्यक्षेत्र के अनुरूप अपने क्षेत्र या पूरे देश में स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधी ढांचे पर पैनी निगाह रखें। इस बात पर गौर करें कि क्या यह ढांचा वहां के नागरिकों की चिकित्सा संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम है। ऐसा आकलन करते समय भविष्य की ज़रूरतों पर भी गौर करना चाहिए कि क्या चिकित्सा सुविधा विस्तार योजनाएं भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपट पाएंगीं। इसके मद्देनज़र इलाके में मौजूद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, अस्पतालों और विशेष चिकित्सा संस्थानों द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं का आकलन करते हुए खामियों को उजागर करना चाहिए। कुछ इस तरह के सवाल पत्रकार के मन में उठने चाहिए: क्या इलाके में रोगियों की संखया के मद्देनज़र यह व्यवस्था पर्याप्त है? क्या मौजूदा सुविधाओं का सही तरीके से लाभ मिल रहा है? क्या गुणवत्ता का ध्यान रखा जा रहा है? कहीं ऐसा तो नहीं कि लापरवाही के चलते चिकित्सा संस्थान ही लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हों? इनमें संक्रमण के मसले से लेकर सही औषधि और मरीज़ों की सही तरीके से देखभाल का मसला शामिल है। क्या अस्पताल में गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए ज़रूरी इंतजाम हैं? और क्या मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त डॉक्टर और कर्मचारी हैं? इन मसलों पर गौर कर और खामियों को सार्वजनिक करने से एक दबाव बनता है और खामियों को दूर करने में मदद मिलती है।

 

  • स्वास्थ्य पत्रकार अपने कार्यक्षेत्र के अंतर्गत आने वाली चिकित्सा सुविधाओं और वहां स्वास्थ्य और चिकित्सा के मद में हो रहे खर्च के बारे में सूचना के अधिकार के तहत भी जानकारी मांग सकता है या फिर इलाके में अन्य लोगों द्वारा इस प्रकार हासिल की गई अहम जानकारियों को पाठकों के सामने प्रस्तुत कर सकता है। इस तरह की जानकारी से कई बार महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ सकते हैं।

 

  • स्वास्थ्य पत्रकार के लिए आवश्यक है कि वह चिकित्सा से जुड़े हर पहलू से खुद को रूबरू करे और चिकित्सा संस्थानों में अपने संपर्क बनाए जिससे कि उसे तुरंत ही किसी भी तरह के घटनाक्रम की जानकारी मिल सके। क्षेत्र में किसी बीमारी के अचानक दस्तक देने या फिर अस्पताल में किसी संक्रमण के चलते अचानक मरीजों की संख्या में भी वृद्धि के मामलों में इस तरह के संपर्क ही सबसे पहले जानकारी मुहैया कराते हैं।

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