संगठन की अवधारणा के प्रकार | संगठन की अवधारणा |Concept of organization in Hindi


संगठन की अवधारणा के प्रकार

संगठन की अवधारणा 

संगठन की अवधारणा के प्रकार | संगठन की अवधारणा |Concept of organization in Hindi



संगठन की - समूह अवधारणा

 

इस अवधारणा के अनुसारसंगठन मूल रूप से व्यक्तियों का समूह हैजो निश्चित उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए मिलजुल कर कार्य करते हैं। अतः कोई भी संगठन उस समय अस्तित्व में आ जाता हैजब कुछ लोग एक साथ कार्य करने के लिए सहमत होते हैं। 


समूह अवधारणा से जुड़े विद्वान-

 

1. इटजियोनि के अनुसार, संगठन विशिष्ट उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए स्वेच्छा से निर्मित मानवीय समूह हैं।

 

2. मूने व रैले के अनुसार, संगठन सामान्य हितों की पूर्ति के लिए बनाया गया मनुष्यों का एक समुदाय है जो पूर्व निर्धारित उद्देश्यों के लिये कार्य करता है।

 

2 संगठन की - कार्यात्मक अवधारणा

 

  • कार्यात्मक अवधारणा के अनुसारसंगठन प्रबन्ध का प्राथमिक कार्य है जो उत्पादन के विभिन्न साधनों का निर्धारित लक्ष्यों व सम्बन्धों की सरंचना हैंजिसमें कर्मचारी कर्तव्यों और दायित्वों का निष्पादन करते है। संगठन सम्बन्धों की सरंचना करके क्रियाओं के क्षेत्र की रचना करता है। 


संगठन की - कार्यात्मक अवधारणा अवधारणा से जुड़े विद्वान

 

1. ओलिवर शेल्डन के अनुसार,

  • संगठन वह कार्यविधि हैजिसके द्वारा आवश्यक विभागों में व्यक्तियों या समूहों द्वारा किए जाने वाले कार्य को इस प्रकार संयोजित किया जाता है कि उसके द्वारा उपलब्ध प्रयत्नों को श्रृंखलाबद्ध करके कुशलव्यवस्थित एवं समान्वित बनाया जा सके। इस प्रकार संगठन प्रबन्ध का वह यन्त्र है जो प्रशासन द्वारा नियत लक्ष्यों की पूर्ति में सहायक होता है।

 

2. प्रो0 हैने के अनुसार

  • किसी विशेष उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किसी वस्तु के भाग अथवा कार्य के विभिन्न साधनों को एकताबद्ध करके उनमें सहकारिता पैदा करना ही संगठन कहलाता है।

 

संगठन की - उद्देश्य अवधारणा

 

  • इस अवधारणा के अनुसारप्रत्येक संस्था में संगठन की स्थापना निर्धारित उद्देश्यों और लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए की जाती है। संगठन सदैव उद्देश्यों से सम्बन्धित होता है। 

 

संगठन की - उद्देश्य अवधारणा से जुड़े विद्वान

 

1. जी0 ई0 मिलबर्ड के अनुसार

  • कर्मचारियों और उनके कार्यों में एकीकरण व सामंजस्य स्थापित करने की क्रिया को संगठन कहते हैं।

 

2. विलियम आर० स्प्रीगल के अनुसार,

  • संगठन वास्तव में विभिन्न क्रियाओं तथा कारकों के बीच का सम्बन्ध हैं।

 

संगठन की प्रक्रिया अवधारणा

 

प्रक्रिया अवधारणा के अनुसारसंगठन किसी उपक्रम के सदस्यों के बीच सम्बन्धों को स्थापित करने की प्रक्रिया है। सम्बन्धों की स्थापना सत्ता तथा दायित्व के रूप में स्थापित की जाती है। 


 संगठन की  प्रक्रिया अवधारणा से जुड़े विद्वान

 

1. कूण्ट्ज एवं ओ0 डोनैल के अनुसार

  • संगठन एक विधिसंगत एवं संभावित भूमिकाओं एवं अवस्थितियों की सरंचना है।

 

2. निओल तथा ब्राण्टन के अनुसार

  • संगठन अंशतः सरंचनात्मक सम्बन्धों का प्रश्न है तथा अंशतः मानवीय सम्बन्धों से सम्बन्धित है।

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