पवित्र उपवन | Sacred Groves of India

 

पवित्र उपवन |


पवित्र उपवन Sacred Groves of India

पवित्र उपवन क्या है इसके संरक्षण में क्या भूमिका है

ऐसे विशिष्ट क्षेत्र व पादप समूह, जो लोगों की आस्था ओर उनके प्राकृतिक लगाव के कारण संरक्षित किये जाते हैं पवित्र उपवन कहलाते हैं, ये क्षेत्र स्थानीय लोक संस्कृति से जुडे होते हैं। आई.यू.सी.एन. के अनुसार, पवित्र उपवन प्रकृति की आरधना का एक रूप है।

भारत के गांवो में अभी भी वृक्षों व वनों के प्रति पारंपरिक एवं सांस्कृतिक जुड़ाव देखा जाता है। ग्रामीण भारतीय आज भी अनेक वृक्षों जैसे- नीम,पीपल, बरगद, आॅवला, आम एवं अन्य पुष्पीय पौधों को पवित्र मानकर उनकी पूजा करते हैं। राजस्थान के विश्नोई समुदाय का खेजड़ी वृक्ष (शमी) से जुड़ाव सांस्कृतिक महत्व के लिए विश्व प्रसिद्ध है।

स्थानिक समुदाय की आस्था को ध्यान में रखते हुए सरकार पवित्र उपवन संरक्षण का अधिकार उन्हीं समुदायों को दे देती है जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी हस्तांतरित होता रहता है। इन वनों के प्रति लोगों में उनके पूर्वजों द्वारा ऐसा विश्वास भरा गया होता है कि वनों की क्षति से समुदाय को अहित का सामना करना पड़ेगा।

पवित्र उपवन मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं-

  • परम्परागत पवित्र उपवन (ग्रामीण आस्था पर आधारित)
  • मंदिर उपवन (मंदिर के चारों ओर के संरक्षित उपवन)

पवित्र उपवन का महत्व Importance of sacred groves

परम्परागत उपयोग

  • पवित्र उपवन आयुर्वेदिक एवं औषधीय उत्पादों के भंडार होते हैं।
  • ये फलों शहद, गोंद आदि के स्त्रोत होते हैं।
  • मृदा क्षरण को रोकते हैं।
  • तालाबों एवं नदियों के जल संभर तथा पुनर्भरण में सहायता करते हैं।
  • यहां पर शिकार एवं पेड़ों की कटाई वर्जित होने से वन अधिक सुरक्षित होते हैं।
  • विभिन्न जीवों को सुरक्षित आवास प्रदान करते हैं

आधुनिक उपयोग

  • ये समृद्ध जीनपूल के रूप में काम करते हैं, जिसमें दुर्लभ संकटग्रसत और लुप्तप्राय प्रजातियां रहती हैं।
  • पवित्र उपवन शहरों की वायु शुद्ध कर, ये फेफड़ों के रूप में कार्य करते हैं
  • ये कार्बन फुटप्रिंट को कम करते हैं।

भारत के कुछ प्रमुख पवित्र उपवन Sacred Groves of India

  • पवित्र वन आंध्रप्रदेश में है।
  • सरना उपवन बिहार एवं झारखण्ड में है।
  • गुम्पा वन अरूणाचल प्रदेश में है।
  • देवराय , देवगुडत्री पवित्र वन महाराष्ट्र मे है।
  • देवरा पवित्र उपवन कर्नाटक मे है।
  • काउस साराकाबू पवित्र उपवन केरल में।
  • शिफिन पवित्र उपवन हिमाचल प्रदेश में।
  • जोहरा थाकुरामा पवित्र उपवन ओड़िशा।
  • कोविल काडु पवित्र उपवन पुदुचेरी।
  • ओरांस, वेनिस, शामलत, देह केनक्रिस पवित्र उपवन राजस्थान में।
  • स्वामी शोला, काइलकाडू पवित्र उपवन तमिलनाडु में

 

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