एडॉप्ट-एन-एनिमल कार्यक्रम | Adpt an animal

 नंदनकानन प्राणी उद्यान 

ओडिशा के भुवनेश्वर में नंदनकानन प्राणी उद्यान’ (Nandankanan Zlgical Park- NZP) जिसे CVID-19 महामारी के मद्देनज़र लॉकडाउन के कारण भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा, ने जानवरों के लिये संसाधन जुटाने हेतु एडॉप्ट-एन-एनिमल’ (Adpt-An-Animal) नामक अभिनव कार्यक्रम की पुनः शुरुआत की है।

एडॉप्ट-एन-एनिमल’ (Adpt-An-Animal) कार्यक्रम:

एडॉप्ट-एन-एनिमल  कार्यक्रम | Adpt an animal


  • NZP जीव-जंतुओं की प्रजातियों की विविधता के मामले में देश के अग्रणी चिड़ियाघरों में से एक है।
  • पशु संरक्षण एवं कल्याण में जन भागीदारी बढ़ाने और धन जुटाने के लिये NZP ने अपने सभी जानवरों के लिये वर्ष 2008 में एडॉप्ट-एन-एनिमलकार्यक्रम शुरू किया था।
  • एडॉप्ट-एन-एनिमलकार्यक्रम के तहत तीन वर्ष पहले NZP को 32 लाख रुपए की मदद  मिली थी।
  • अब तक 100 से अधिक संगठन एवं व्यक्ति 22 लाख की मदद के साथ जानवरों को गोद लेने के लिये आगे आए हैं।
  • जब कोई व्यक्ति या संगठन किसी पशु या पक्षी को गोद लेता है तो उसके द्वारा प्रदान की गई धनराशि का इस्तेमाल पशु या पक्षी की देखभाल, भोजन, बाड़े का संवर्द्धन एवं नवीनीकरण के लिये किया जाता है।
  • NZP के अधिकारियों ने पशु प्रेमियों से 500 से लेकर 2.5 लाख तक की धनराशि देने का आग्रह किया जिसके बदले में गोद लेने वाले व्यक्ति या संगठन को एक 'थैंक यू' प्रमाण पत्र, मुफ्त प्रवेश टिकट और आयकर छूट प्रदान की जाएगी।
  • नंदनकानन प्राणी उद्यान

नंदनकानन प्राणी उद्यान (Nandankanan Zoo logical Park- NZP)

  • नंदनकानन  प्राणी उद्यान, भारत का एक प्रमुख बड़ा चिड़ियाघर है। इसे वर्ष 1960 में स्थापित किया गया था। 
  • देश के अन्य चिड़ियाघरों के विपरीत, नंदनकानन को वन के ही अंदर स्थापित किया गया है और यह पूरी तरह से प्राकृतिक वातावरण से संबद्ध है।
  • नंदनकानन व्हाइट टाइगर (White Tiger) और मेलानिस्टिक टाइगर (Melanistic Tiger) के प्रजनन के लिये दुनिया का पहला चिड़ियाघर है।
  • नंदनकानन दुनिया में भारतीय पैंगोलिन (Indian Panglins) का एकमात्र संरक्षण प्रजनन केंद्र है।
  • नंदनकानन भारत का एकमात्र प्राणि उद्यान है जो वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ ज़ूज़ एंड एक्वेरियम’ (Wrld Assciatin f Zs and Aquarium- WAZI) का संस्थागत सदस्य है।

वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ ज़ूज़ एंड एक्वेरियम’ (WAZI): 

  • WAZA, विश्व के चिड़ियाघरों एवं एक्वेरियम समुदाय के लिये एक अंब्रेलासंगठन या नेतृत्त्वकर्त्ता संगठन के रूप में कार्य करता है।
  • इसकी स्थापना वर्ष 1935 में हुई थी।
  • इसका मिशन जानवरों की देखभाल एवं कल्याण, जैव विविधता के संरक्षण, पर्यावरण शिक्षा एवं वैश्विक संधारणीयता (Glbal Sustainability) में दुनिया के चिड़ियाघरों, मछलीघरों एवं साझेदार संगठनों के लिये नेतृत्त्व एवं समर्थन प्रदान करना है।

 

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