मांडा | हड़प्पा कालीन सभ्यता का उत्तरी स्थल


 हड़प्पा कालीन सभ्यता का  उत्तरी स्थल


सिंधु सभ्यता का सबसे उत्तरी स्थल

जम्मू से करीब 28 किमी उत्तर-पश्चिम में सिंधु नदी की एक सहायक नदी चिनाब के दाहिने तट पर पीरपंजाल पर्वत श्रृंखला की तराई में स्थित मांडा हड़प्पाकालीन सभ्यता का सबसे उत्तरी स्थल है।

मांडा से संबन्धित तथ्य 

  • मांडा 18वीं सदी के खंडहरों में स्थित इस स्थल से विकसित हड़प्पा संस्कृति के लोगों के पूर्व हड़प्पाकालीन लोगों के साथ रहने के प्रमाण मिले हैं।
  • उत्खनन से पूर्व हड़प्पा से कुषाण काल तक की संस्कृतियों के तीन स्तरीय अनुक्रम प्रकाश में आए हैं।
  • यहाँ से प्राप्त हड़प्पाकालीन वस्तुओं में दोहरने सर्पिल-सिरे वाली ताम्र पिन या कील (125.4 सेमी) से समझा जाता है कि इसका पश्चिम एशिया से संबंध था। हड्डियों के वाणाग्र आधार सहित, चूडि़याँ, पक्की मिट्टी की भट्टियाँ, हड़प्पाकालीन चित्रकारी वाले बर्तनों के टुकड़े, श्रृंग पत्थर (बिल्लौर), ब्लेड, एक अर्द्धनिर्मित मुहर, कुछ चक्कियाँ एवं मूसल शामिल हैं
  • मलबे के एक बड़े ढेर से गिरी हुई दीवार का संकेत मिलता है।

No comments:

Post a Comment

Powered by Blogger.