Social Media Ki Avdharna | सोशल मीडिया की अवधारणा | Concept of Social Media


सोशल मीडिया की अवधारणा

सोशल मीडिया की अवधारणा Concept of Social Media

  • विश्व की पहली वेबसाइट 6 अगस्त 1991 को शुरु  हुई। इसका नाम info.cern.ch था। इस वेबसाइट को एटमी शोध के यूरोपियन संगठन सर्न CERN के लिए बनाया गया था।
  • वर्ल्ड वाइड वेब के जन्मदाता एवं ब्रिटिश कम्प्यूटर वैज्ञानिक टिमोथी जान टिम बर्नर्स ली ने इस वेबसाइट की शुरूआत की थी।
  • डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू संरचना के निर्माण से ही वेबसाइटों का अस्तित्व साकार हो पाया। इसके बाद नित्य नई-नई वेबसाइटें बनने का सिलसिला शुरू हो गया।
  • पिछले एक दशक में डिजिटल क्रांति ने दुनिया भर में एक ऐसे मीडिया का जन्म दे दिया है जो न केवल पुराने माध्यमों से भिन्न है, बल्कि सही मायने में ग्लोबल भी है। कंप्यूटर आधारित इस माध्यम को सायबर मीडिया, वेब मीडिया, इंटनेट मीडिया जैसे अनेक नामों से जाना जाता है।

सूचना संचार प्रौद्योगिकी के युग मेें सोशल मीडिया शब्द जाना पहचाना सा हो गया है। विश्व पटल पर अपनी पहुँच और प्रायोगिक क्षमताओं के बल पर सोशल मीडिया ने संचार जगत की तस्वीर बदल दी है। संचार आवश्यकताओं के साथ सामाजिक व्यावसायिक दोनों ही दृष्टियों से सोशल मीडिया का प्लेटफार्म व्यक्तियों को विचार प्रकट करने का सरल मंच प्रतीत होने लगा है।
विगत कुछ ही वर्षों में सोशल मीडिया ने साइबर स्पेस में मुख्य स्थान ग्रहण कर लिया है। इंटरनेट उपभोक्ताओं में लगभग 75 प्रतिशत उपभोक्ता ऐसे हैं जो प्रतिदिन साइबर स्पेस में इसलिए प्रवेश करते हैं कि उनको सोशल मीडिया का प्रयोग करना होता है। सोशल मीडिया इंटरनेट वेबसाइटों में से वे वेबसाइटें है जो उपभोक्ताओं को आभासी जगत में प्रवेश प्रदान करती हैं।
सोशल नेटवर्क साइटों के समूह ने सोशल मीडिया की संरचना को आधार प्रदान किया है। सोशल मीडिया जैसा की नाम से स्पष्ट है कि समाज की मीडिया अर्थात जिसमें विचारों और सूचनाओं का संप्रेषण स्वयं समाज करे। यह व्यक्तियों को आपस में जुड़ने व वैचारिक आदान-प्रदान करने का अनूठा माध्यम प्रदान करती है। आज विश्व की हजारों किलोमीटरों में फैली आबादी एक क्लिक पर एक दूसरे के आमने-सामने आ जाती है और व्यक्तिगत व सामूहिक दोनों ही प्रकार से अपने विचारों को व्यक्ति कर पाती है। आज सूचना प्रौद्योगिकी ने सभी सीमाएं लांघ कर अपने को विश्व पटल पर सर्वोत्तम स्थान पर स्थापित कर दिया है। आज समाज के छोटे से छोटे मुद्दों को विश्व स्तर का मंच प्राप्त होता है।
बदलते परिवेश में सूचना संचार तकनीक के व्यापक प्रसार ने व्यक्तियों की दिनचर्या में अपना स्थान बना लिया है। साथ ही साथ यह व्यक्तियों के जीवन का महत्वपूर्ण भाग बनती जा रही है।
सूचना संचार क्रांति की देन सोशल मीडिया व्यक्तियों को विश्व स्तर पर उनकी पहचान दिला रही है। सोशल मीडिया वर्तमान में सबसे लोकप्रिय माध्य बनता जा रहा है। वेब की दुनिया में सोशल मीडिया एक प्रभावी जनसूचना माध्यम के तौर पर उभर रही है।
विद्वान अब ऐसा मत भी प्रकट करने लगे हैं कि सोशल मीडिया के बिना वेब अधूरा है। सोशल नेटवर्किंग साइटों  में प्रवेश पाने के लिए आपके पास ई-मेल खाता होना आवश्यक है, जिसे आप सोशल साइटों पर रजिस्टर कर अपना सोशल मीडिया नेटवर्किंग खाता बना कर वर्चुलिज्म की अनोख्चाी और स्वतंत्र दुनिया में अपने विचार, ऑडियो, वीडियों, ग्राफिक्स एवं टेक्स्ट के माध्य म से संप्रेषित कर सकते हैं।  सोशल नेटवर्क पर स्पेस की कमी जैसी कोई बात नही हैं बस आपके पास सामग्री होनी चाहिए, वर्चुलिज्म का यह संसार आपको भावनात्मक रूप से आकर्षित कर आपके जीवन का अहम हिस्सा बनने की अपार क्षमता रखता है।
सोशल नेटवर्किंग प्रदान करने में फेसबुक, ट्वीटर, गुगर, लिंक्ड इन, इंस्टाग्राम, यू-ट्यूब आदि तमाम साइटें मौजूद हैं। वर्चुअल रियलटी की यह दुनिया युवाओं को आकर्षित करने मेें सक्षम रही है। इसके जरिये वे अपने विचार व्यक्त करने के साथ-साथ फोटो तथा वीडियों सभी का साझा कर पाते हैं। यहां पर जितनी भी सामग्री है उसे आप पंसद नापंसद कर सकते हैं। साथ ही उस पर टिप्पणी भी कर सकते हैं। इस प्रकार से वह इससे जुड़ कर तमाम लोगों से इंन्टरेक्ट कर सकते हैं जिनको वह सोशल मीडिया के मंच से आमंत्रित कर अपने खाते से जोड़ते हैं या फिर उनसे जुड़ते हैं।
युवाओं के लिए यह नित्य नए मित्रों का वर्चुअल संसार है जिसमें सीमाओं की कोई सीमा नही है। परस्पर परिचित न होते हुए भी वे अपने को इस संसार से जुड़े व्यक्तियों से अलग नहीं समझते तथा उनसे अपने बारे में खुल कर बातचीत करने में भी नहीं हिचकिचाते हैं। सोशल मीडिया की संदेश भाषा ने भी अपने को बहुत ही अनोखा बना रखा है, जो मनो-मस्तिष्क पर गहरी छाप बना लेती है। बातचीत के दौरान यूजर्स कोड का प्रयोग कर संदेश को सूक्ष्म बना देते हैं, जिससे वे कम से कम शब्दों में अपनी बात कह पाते हैं। और संदेश की स्पष्टता में भी कोई कमी नहीं आती है।

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