सोशल मीडिया का क्रमिक विकास | Gradual development of social media

सोशल मीडिया का क्रमिक विकास

सोशल मीडिया का क्रमिक विकास

सोशल मीडिया के विकास की शुरुआत 500 से 1500 ई. से मानी जा सकती है। जब कबूतरों को संदेशवाहक के रूप में एक से दूसरे स्थान तक संदेश भेजने के लिए प्रयोग में लाया जाता था। इसके बाद 1792 में टेलग्राफ का विकास हुआ। टेलीग्राफ में संदेशों को टावर के प्रयोग से विजुअल संदेशों द्वारा भेजा जाता था। इसके बाद सन् 1836 में मोर्स कोड की शुरूआत हुई, इस प्रणाली में टेक्स्ट को ऑन-ऑफ-टोन्स की लाइट ओर क्लिक के जरिये भेजा जाने लगा। इन संदेशों को पढ़ने के लिए विशिट मशीन की आवश्यकता होती थी।

सन् 1836 में ही न्यूमैटिक मेल सेवा की शुरूआत हुई। इस पद्धिति में पत्रों को दबाब युक्त एयरट्यूब से भेजा जाता था। इसके बाद सन् 1875 में टेलीफोन के आविष्कार के उपरांत सूचना क्रांति के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन दृष्टिगोचर हआ। अब टेलीफोन लाइनों के द्वारा लोग परस्पर दूर स्थित स्थानों से एक-दूसरे से वार्ता कर सकते थे। सन् 1891 मार्कोनी ने रेडियो सरंचना को आधार दिया। रेडिया में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगो के प्रयोग से सूचना को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने में मदद मिली।

इस प्रणाली में रेडियो सेट पर एक ही फ्रिक्वेंसी पर एक ही समय में बहुत से व्यक्तियों को सूचना देने कााम किया जाता सकता था। इसी बीच टीवी और सिनेमा जैसे माध्यमों ने भी अपना अस्तित्व साकार किया। सन 1969 में कंप्यूसर्वर नामक संदेश संवाहक सेवा शरू हुई।यह संचार प्रणाली अमेरिका की पहली ऑनलाइन सर्विस थी। कंप्यूटर इंजीनियर रे टामलिन्सन ने पहला ईमेल सन 1971 में भेजा।

यह संदेश उन्होंने स्वयं को ही भेजा था जो कि एक साधारण संदेश के रूप में ही था। टिमोथी जॉन टिम बर्नर्स ली ने 1989 में वर्ल्ड वाइट वेब की शुरूआत की। साथ ही साथ सन् 1991 में दुनिया की पहली वेबसाइटल info.cern.ch बनी। इसे CERN के लिए बर्नस ली ने ही बनाया था। दुनिया के पहले ब्लॉग की शुरूआत सन् 1994 में लिंक्स नेट के नाम से हुई।

सिक्स डिग्रीज नामक दुनिया की पहली पूर्ण सोशल नेटवर्किंग साइट सन 1997 में बनी। सिक्स डिग्रीज ऐसी पहली नेटवर्किग साइट थी, जिसने यूजर्स को अपनी प्रोफाइल बनाने और दूसरों के साथ मित्रता करने का अवसर प्रदान किया था। यही वह साल था जब, एओएल के इंस्टेंट मैसेंजर (अर्थाात त्वरित गामी संदेश प्रेषक) की शुरूआत हुई। ब्लागर्स की शुरूआत 1999 में हुई थी।

लिंक्ड इन की शुरूअता 2003 में सोशल नेटवर्किंग और बुकमार्किंग साइट के तौर पर हुई। यही वह वर्ष था जब फोटोबकेट की शुरूआत हुई थी। यह ऐसी सोशल साइट थी जिसके द्वारा फोटो शेयर करने जैसे फीचर की शुरूआत की थी। माईस्पेस नामक सोशल नेटवर्किंग साइट ने भी इसी वर्ष दुनिया में दस्तक दी। सन् 2004 सोशल नेटवर्किंग साइटों की दुनिया में एक ऐसे ज्वालामुखी को जन्म दे रहा था जो कि दुनिया में आंदोलनों के मंच के रूप में परिवर्तित होने वाला था इसका नाम था फेसबुक। मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक नाम सोशल साइट का निर्माण कर एक कॉलज कैंपस की शुरूआत की । सन् 2005 में वीडियों शेयरिंग वेबसाइट यूट्यूब की शुरूआत हुई। सन् 2006 में ट्वीटर की शुरूरूआत हुई। इसी अवधि में स्काइप, रिसर्च गेट जैसे बहुत सी सोशल साइटें बनी और उन पर व्यक्तियों का बड़ा जमावड़ा नजर आने लगा।

सन् 2007 में आईफोन और एंड्रायड के विस्तार ने एप आधारित सोशल नेटवर्किंग को जन्म दिया। व्हाट्स-एप, हाइक, वी-चेट जैसे एप मैसेंजर और नई-नई सोशल साइटों के द्वारा विकसित किये जाने लगे। विकास का यह क्रम सोाशल मीडिया के क्षेत्र में अब भी जारी है।

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