Bharat ka Bhugol Sanpoorn Adhyaan भारत सम्पूर्ण अध्ययन { Complete Study of India }

Bharat Sampoorn Adhyaan
Bharat Ka Bhugol
  • कुल राज्यों की संख्या 28 तथा संघशासित क्षेत्रों की संख्या 9 है।
  • भारत में कर्क रेखा 8 राज्यों (गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल,त्रिपुरा तथा मिज़ोरम) से होकर गुज़रती है।
  • भारत में कुल द्वीपों की संख्या 247 है, जिसमें 204 द्वीप बंगाल की खाड़ी में तथा 43 द्वीप अरब सागर में हैं।
  • भारत का एकमात्र राज्य केरल तथा केन्द्र शासित प्रदेश पुदुचेरी है, जहाँ महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक है।
  • सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला राष्ट्रीय राजधानी प्रदेश दिल्ली तथा सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला केन्द्रशासित प्रदेश अण्डमान-निकोबार है।
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान तथा सबसे छोटा राज्य गोवा है।
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा संघशासित प्रदेश अण्डमान-निकोबार तथा सबसे छोटा संघशासित प्रदेश लक्षद्वीप है।
  • भारत की नर्मदा और ताप्ती नदी दो ऐसी नदियाँ हैं, जो कि पश्चिम की ओर बहती हैं। भारत की शेष सभी नदियाँ पूर्व की ओर बहती हैं।
  • सारनाथ स्थित अशोक स्‍तम्‍भ के शीर्ष की अनुकृति को भारत के राजचिह्न के रूप में भारत सरकार ने 26 जनवरी, 1950 को स्वीकार किया। यह सारनाथ के संग्रहालय में सुरक्षित है।
  • सर्वप्रथम 27 दिसम्बर, 1911 को कोलकाता में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन मेंराष्ट्रीय गान गाया गया था।
  • वर्ष 1912 में 'तत्वबोधिनी' नामक पत्रिका में भारत भाग्य विधाता शीर्षक से सर्वप्रथम प्रकाशित हुआ था।
  • गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने वर्ष 1919 में इस गीत का अंग्रेज़ी अनुवाद 'द मार्निंग साँग ऑफ़ इण्डिया' शीर्षक से किया था।
  • भारतीय संविधान सभा ने 24 जनवरी, 1950 को इसे भारत के राष्ट्रीय गान के रूप में स्वीकार किया।
  • राष्ट्रीय गीत 'वन्दे मातरम्' बंकिम चन्द्र चटर्जी द्वारा रचित है। पूरे गीत में पाँच पद हैं, लेकिन इसका प्रथम पद ही राष्ट्रीय गीत के रूप में गाया जाता है। गीत के गाने की अवधि लगभग एक मिनट पाँच सेकेण्ड है। इस गीत का ताल कहरवा राग में है।
  • राष्ट्रीय गीत को सर्वप्रथम 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन (कोलकाता) में गाया गया था।

राष्ट्रीय प्रतीक और चिह्न National Symbols And Icons

राष्ट्रीय ध्वजतिरंगा
राष्ट्रीय राजचिह्नअशोक की लाट
राष्ट्रीय गानजन-गण-मन अधिनायक जय हे!
राष्ट्रीय गीतवन्दे मातरम्
राष्ट्रीय वाक्यसत्यमेव जयते
राष्ट्रीय भाषाहिन्दी
राष्ट्रीय लिपिदेवनागरी
राष्ट्रीय ग्रन्थगीता
राष्ट्रीय योजनापंचवर्षीय योजना
राष्ट्रीय मुद्रारुपया
राष्ट्रीय नदीगंगा
सर्वोच्च सम्मानभारत रत्‍न
राष्ट्रपितामहात्मा गांधी
राष्ट्रीय पुष्पकमल
राष्ट्रीय फलआम
राष्ट्रीय वृक्षबरगद
राष्ट्रीय मिठाईजलेबी
राष्ट्रीय खेलहॉकी
राष्ट्रीय पशुबाघ
राष्ट्रीय पक्षीमयूर (मोर)
जलीय जीवगंगा डॉल्फ़िन 
राष्ट्रीय कलैण्डरराष्ट्रीय शाके
क्षेत्रफल
32,87,263 वर्ग किमी. (विश्व का 2.42% तथा सातवाँ स्थान);
 1,20,849 वर्ग किमी (चीन और पाकिस्तान द्वारा अधिगृहीत क्षेत्र
 को हटाकर)
सीमा
उत्तर में हिमालय पर्वतमाला से लगे हुए चीन, नेपाल तथा भूटान,
 पूर्व में पर्वतीय श्रृंखला से अलग हुआ म्यांमार तथा बांग्लादेश,
 पश्चिम में पाकिस्तानतथा अफ़ग़ानिस्तान, दक्षिण में हिन्द
महासागर, बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर अक्षांशीय फैलाव
 80 4' उत्तर से 370 6' उत्तर तक यानी लगभग 29 अक्षांशों में
देशान्तरीय विस्तार680 7' पूर्व से 970 25' पूर्व तक अर्थात् 29 देशान्तरों में
मानक देशान्तर82. 30' पूर्वी देशान्तर (इलाहाबाद के पास) ग्रीनविच माध्य समय
 से 5½ घण्टे आगे
प्राकृतिक भागपाँच (1) उत्तर में हिमालय (2) उत्तर का विशाल मैदान (3) दक्षिण
 का प्रायद्वीपीय पठार (4) समुद्रतटीय मैदान तथा (5) थार का मरुस्थल
दक्षिण से भूमध्यरेखा की दूरी876 किमी.
पूर्व से पश्चिम (चौड़ाई)2,933 किमी.
उत्तर से दक्षिण (लम्बाई)3,214 किमी.
द्वीपों सहित समुद्री सीमा की कुल लम्बाई7516.6 किमी.
स्थलीय सीमा की लम्बाई15,200 किमी.
द्वीपबंगाल की खाड़ी में 204 तथा अरब सागर में 43
8 राज्यों से कर्क रेखा गुज़रती हैगुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखण्ड,
 पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा,मिज़ोरम 
पर्वत शिखर
गाडविन आस्टिन (K2)-ऊँचाई 8,611 मीटर, कंचनजंघा,
 नंगा पर्वत, नन्दादेवी, कामेत, मकालू, अन्नपूर्णा, मनसालू,
बद्रीनाथ, त्रिशूल
प्रमुख झीलेंवुलर, चिल्का, डल, सांभर, डीडवाना, हुसैन सागर, नैनी कोलेरु,
 पुलीकट, बेम्बानद, नाकी
कुल जनसंख्या1,21,01,93,422
जनसंख्या का विश्व में प्रतिशत16.44%
जनसंख्या घनत्व382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी
जनसंख्या वृद्धि दर21.54%
लिंगानुपात     940:1000
साक्षरता74.04% (पुरुष 82.14% तथा महिलाएँ 65.46%)
वनक्षेत्र6,90,899 वर्ग किमी (कुल भौगोलिक वनक्षेत्र का प्रतिशत 21.02)
प्रमुख मिट्टियाँजलोढ़ मिट्टी, काली मिट्टी, लाल-पीली मिट्टी, लैटेराइट मिट्टी,
मरुस्थलीय मिट्टी, दलदली मिट्टी
सिंचाई के विभिन्न साधननहर (40.0%), कुआँ (37.8%), तालाब (14.5%) तथा अन्य
 (7.7%) 
कृषि
तर खेती (200 सेमी. वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में बिना सिंचाई के),
आर्द्र खेती (110 से 200 सेमी. वर्षा वाले क्षेत्र में), झूम कृषि
 (उत्तर-पूर्व भारत, पश्चिमी घाट) तथा पर्वतीय कृषि (विशेषतौर
पर हिमालय के ढालों पर)
बड़े बंदरगाहों की संख्या13
प्रथम श्रेणी के नगर300
कुल नगर5,161
सर्वाधिक नगरों वाला राज्यउत्तर प्रदेश
सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या वाला राज्यमहाराष्ट्र
सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या (प्रतिशत में) वाला राज्यगोवा (49.8%)
सबसे कम नगरीय जनसंख्या वाला राज्यहिमाचल प्रदेश (9.8%)
क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा राज्यगोवा (3,702 वर्ग किमी.)
सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्यपश्चिम बंगाल (903 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी., 2001 के अनुसार)
सर्वाधिक विरल जनसंख्या घनत्व वाला राज्यअरुणाचल प्रदेश (13 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी.)
सबसे बड़ा संघशासित प्रदेशअण्डमान निकोबार द्वीप समूह (8249 वर्ग किमी.)
सबसे छोटा संघशासित प्रदेशलक्षद्वीप (32 वर्ग किमी.)
राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या221
सबसे लम्बा राष्ट्रीय राजमार्गराष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-7 (2,369 किमी.)
सबसे बड़ा रेलवे परिमण्डल      उत्तर रेलवे
बाघ परियोजना39
राष्ट्रीय उद्यान99
वन्य प्राणी विहार514
क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्यराजस्थान (3,42,239 वर्ग किमी.)
जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्यउत्तर प्रदेश (166,197,921 व्यक्ति, 2001 जनगणना के अनुसार)
जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा राज्यसिक्किम (540,851 व्यक्ति)
सबसे बड़ा ज़िलालद्दाख (क्षेत्रफल में 82,665 किमी.)
सर्वाधिक ऊँचा जलप्रपातकुंचिकल जल प्रपात (यह वराही नदी पर निर्मित है तथा इसकी
ऊँचाई 1493 फ़ीट अथवा 455 मीटर है। यह कर्नाटक के शिमोगा
ज़िले में स्थित है)
सबसे लम्बा समुद्र तटमैरिना बीच, चेन्नई
सर्वाधिक लम्बे समुद्र तट वाला राज्यगुजरात (1,074 किमी.)
सर्वाधिक ऊँचाई पर स्थित युद्ध स्थलसियाचिन क्षेत्र
सबसे बड़ी झील(मीठे जल की)वुलर झील (जम्मू-कश्मीर)
सबसे लम्बा नदी पुलभूपेन हजारिका सेतु या ढोला-सदिया सेतु भारत का सबसे लम्बा पुल है।जिसका उद्घाटन 26 मई 2017 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कर दिया गया। यह 9.15 किलोमीटर (5.69 मील) लम्बा सेतु लोहित नदी को पार करता है
सबसे लम्बी सुरंग      

चेनानी-नाशरी सुरंग जिसे पत्नीटॉप सुरंग के नाम से भी जाना जाता हैयह भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग है जिसकी लंबाई 9.28 कि॰मी॰
सबसे बड़ा गुफ़ा मन्दिरकैलाश मन्दिर, एलोरा (महाराष्ट्र)
सर्वाधिक साक्षर राज्यकेरल (भारत का पहला पूर्ण साक्षर राज्य-90%)
सबसे कम साक्षरता वाला राज्यबिहार (47.0%, 2001 के अनुसार)
सबसे बड़ा खनिज तेल उत्खनन वाला क्षेत्रडिगबोई (असम)
सबसे बड़ी कृत्रिम झीलगोविन्द सागर (भाखड़ा-नांगल)
सबसे बड़ा प्राकृतिक बन्दरगाहमुम्बई
सबसे विशाल स्टेडियमयुवा भारती (साल्ट लेक, कोलकाता)
सबसे बड़ा इंडोर स्टेडियमइंदिरा गांधी स्टेडियम, नई दिल्ली
सबसे लम्बी नहरइंदिरा गांधी नहर या राजस्थान नहर
सबसे ऊँचा द्वारबुलन्द दरवाज़ा, फ़तेहपुर सीकरी, आगरा
सबसे बड़ा डेल्टासुन्दरवन का डेल्टा, पश्चिम बंगाल
सबसे बड़ी साइकिल निर्माता कम्पनीहीरो साइकल्स (लुधियाना, पंजाब)
सबसे बड़ा पशु मेलासोनपुर (बिहार)
सबसे बड़ा चिड़ियाघरजियोलॉजिकल गार्डन (कोलकाता, पश्चिम बंगाल)
सर्वाधिक वर्षा वाला स्थानमासिनराम
सबसे कम वर्षा वाला स्थानलेह
सबसे लम्बी सड़कग्राण्ड ट्रंक रोड (ज़ी.टी. रोड)
सबसे बड़ा सूर्य मन्दिरकोणार्क सूर्य मन्दिर, पुरी (उड़ीसा)
सबसे ऊँची मूर्तिगोमतेश्वर की मूर्ति (श्रवणबेलगोला, कर्नाटक)
सर्वोच्च पर्वत चोटीगोडविन आस्टिन (K2)
सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मानभारतरत्न 
सर्वोच्च शौर्य सम्मानपरमवीर चक्र
सबसे बड़ा गिरजाघरसेंट कैथेड्रल चर्च (गोवा)
सबसे बड़ा सिनेमाघरथंगम (तमिलनाडु)
सबसे ख़ूबसूरत सिनेमाघरराजमन्दिर (जयपुर)
सर्वाधिक राज्यों की सीमा से लगा राज्यउत्तर प्रदेश
सबसे लम्बा रेलमार्गजम्मूतवी से कन्याकुमारी
सबसे लम्बी दूरी की रेलगाड़ीहिमसागर एक्सप्रेस (जम्मूतवी से कन्याकुमारी)
सबसे गहरी कोयला ख़ानरानीगंज (पश्चिम बंगाल)
सबसे पहली कोयला ख़ानरानीगंज
सबसे ऊँची झीलदेवताल झील (गढ़वाल हिमालय)
सबसे बड़ा न्यूज पेपर कारख़ानानेपानगर (मध्य प्रदेश)
सबसे लम्बा हिमनदसियाचिन
सबसे बड़ा रेगिस्तानथार का रेगिस्तान (राजस्थान)
सबसे बड़ा रेलवे प्लेटफ़ार्मखड़गपुर (पश्चिम बंगाल)
सबसे बड़ा म्यूजियमइण्डियन म्यूजियम (कोलकाता)
सर्वाधिक व्यस्त पुलहावड़ा पुल (कोलकाता)
वर्षा की सर्वाधिक विषमता वाला राज्यकेरल
सर्वाधिक चिकित्सकों वाला राज्यमहाराष्ट्र
सबसे बड़ी आवासीय इमारतराष्ट्रपति भवन, दिल्ली

Bharat ke Sambandh me rochak fact  

  • भारत ने अपने आखिरी 100000 वर्षों के इतिहास में किसी भी देश पर हमला नहीं किया है।
  • जब कई संस्कृतियों में 5000 साल पहले घुमंतू वनवासी थे, तब भारतीयों ने सिंधु घाटी (सिंधु घाटी सभ्यता) में हड़प्पा संस्कृति की स्थापना की।
  • भारत का अंग्रेजी में नाम ‘इंडिया’ इं‍डस नदी से बना है, जिसके आस पास की घाटी में आरंभिक सभ्‍यताएं निवास करती थी। आर्य पूजकों में इस इंडस नदी को सिंधु कहा।
  • ईरान से आए आक्रमणकारियों ने सिंधु को हिंदु की तरह प्रयोग किया। ‘हिंदुस्तान’ नाम सिंधु और हिंदु का संयोजन है, जो कि हिंदुओं की भूमि के संदर्भ में प्रयुक्त होता है।
  • शतरंज की खोज भारत में की गई थी।
  • बीज गणित, त्रिकोण मिति और कलन का अध्‍ययन भारत में ही आरंभ हुआ था।
  • ‘स्‍थान मूल्‍य प्रणाली’ और 'दशमलव प्रणाली' का विकास भारत में 100 बी सी में हुआ था।
  • विश्‍व का प्रथम ग्रेनाइट मंदिर तमिलनाडु के तंजौर में बृहदेश्‍वर मंदिर है। इस मंदिर के शिखर ग्रेनाइट के 80 टन के टुकड़ों से बने हैं। यह भव्‍य मंदिर राजाराज चोल के राज्‍य के दौरान केवल 5 वर्ष की अवधि में (1004 ए डी और 1009 ए डी के दौरान) निर्मित किया गया था।
  • भारत विश्‍व का सबसे बड़ा लोकतंत्र और विश्‍व का सातवां सबसे बड़ा देश तथा प्राचीन सभ्‍यताओं में से एक है।
  • सांप सीढ़ी का खेल तेरहवीं शताब्‍दी में कवि संत ज्ञान देव द्वारा तैयार किया गया था इसे मूल रूप से मोक्षपट कहते थे। इस खेल में सीढियां वरदानों का प्रतिनिधित्‍व करती थीं जबकि सांप अवगुणों को दर्शाते थे। इस खेल को कौडियों तथा पांसे के साथ खेला जाता था। आगे चल कर इस खेल में कई बदलाव किए गए, परन्‍तु इसका अर्थ वहीं रहा अर्थात अच्‍छे काम लोगों को स्‍वर्ग की ओर ले जाते हैं जबकि बुरे काम दोबारा जन्‍म के चक्र में डाल देते हैं।
  • दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट का मैदान हिमाचल प्रदेश के चायल नामक स्‍थान पर है। इसे समुद्री सतह से 2444 मीटर की ऊंचाई पर भूमि को समतल बना कर 1893 में तैयार किया गया था।
  • भारत में विश्‍व भर से सबसे अधिक संख्‍या में डाक खाने स्थित हैं।
  • भारतीय रेल देश का सबसे बड़ा नियोक्ता है। यह दस लाख से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करता है।
  • विश्‍व का सबसे प्रथम विश्‍वविद्यालय 700 बी सी में तक्षशिला में स्‍थापित किया गया था। इसमें 60 से अधिक विषयों में 10,500 से अधिक छात्र दुनियाभर से आकर अध्‍ययन करते थे। नालंदा विश्‍वविद्यालय चौथी शताब्‍दी में स्‍थापित किया गया था जो शिक्षा के क्षेत्र में प्राचीन भारत की महानतम उपलब्धियों में से एक है।
  • आयुर्वेद मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे आरंभिक चिकित्‍सा शाखा है। शाखा विज्ञान के जनक माने जाने वाले चरक में 2500 वर्ष पहले आयुर्वेद का समेकन किया था।
  • भारत 17वीं शताब्‍दी के आरंभ तक ब्रिटिश राज्‍य आने से पहले सबसे सम्‍पन्‍न देश था। क्रिस्‍टोफर कोलम्‍बस भारत की सम्‍पन्‍नता से आकर्षित हो कर भारत आने का समुद्री मार्ग खोजने चला और उसने गलती से अमेरिका को खोज लिया।
  • नौवहन की कला और नौवहन का जन्‍म 6000 वर्ष पहले सिंध नदी में हुआ था। दुनिया का सबसे पहला नौवहन संस्‍कृ‍त शब्‍द नव गति से उत्‍पन्‍न हुआ है। शब्‍द नौ सेना भी संस्‍कृत शब्‍द नोउ से हुआ।
  • भास्‍कराचार्य ने खगोल शास्‍त्र के कई सौ साल पहले पृथ्‍वी द्वारा सूर्य के चारों ओर चक्‍कर लगाने में लगने वाले सही समय की गणना की थी। उनकी गणना के अनुसार सूर्य की परिक्रमा में पृथ्‍वी को 365.258756484 दिन का समय लगता है।
  • भारतीय गणितज्ञ बुधायन द्वारा 'पाई' का मूल्‍य ज्ञात किया गया था और उन्‍होंने जिस संकल्‍पना को समझाया उसे पाइथागोरस का प्रमेय करते हैं। उन्‍होंने इसकी खोज छठवीं शताब्‍दी में की, जो यूरोपीय गणितज्ञों से काफी पहले की गई थी।
  • वर्ष 1896 तक भारत विश्‍व में हीरे का एक मात्र स्रोत था।
  • बेलीपुल विश्‍व‍ में सबसे ऊंचा पुल है। यह हिमाचल पर्वत में द्रास और सुरु नदियों के बीच लद्दाख घाटी में स्थित है। इसका निर्माण अगस्‍त 1982 में भारतीय सेना द्वारा किया गया था।
  • सुश्रुत को शल्‍य चिकित्‍सा का जनक माना जाता है। लगभग 2600 वर्ष पहले सुश्रुत और उनके सहयोगियों ने मोतियाबिंद, कृत्रिम अंगों को लगना, शल्‍य क्रिया द्वारा प्रसव, अस्थिभंग जोड़ना, मूत्राशय की पथरी, प्‍लास्टिक सर्जरी और मस्तिष्‍क की शल्‍य क्रियाएं आदि की।
  • निश्‍चेतक का उपयोग भारतीय प्राचीन चिकित्‍सा विज्ञान में भली भांति ज्ञात था। शारीरिकी, भ्रूण विज्ञान, पाचन, चयापचय, शरीर क्रिया विज्ञान, इटियोलॉजी, आनुवांशिकी और प्रतिरक्षा विज्ञान आदि विषय भी प्राचीन भारतीय ग्रंथों में पाए जाते हैं।
  • भारत में 4 धर्मों का जन्‍म हुआ - हिन्‍दु, बौद्ध, जैन और सिक्‍ख धर्म और जिनका पालन दुनिया की आबादी का 25 प्रतिशत हिस्‍सा करता है।
  • जैन धर्म और बौद्ध धर्म की स्‍थापना भारत में क्रमश: 600 बी सी और 500 बी सी में हुई थी।
  • इस्‍लाम भारत का और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है।
  • भारत में 3,00,000 मस्जिदें हैं जो किसी अन्‍य देश से अधिक हैं, यहां तक कि मुस्लिम देशों से भी अधिक।
  • भारत में सबसे पुराना यूरोपियन चर्च और सिनागोग कोचीन शहर में है। इनका निर्माण क्रमश: 1503 और 1568 में किया गया था।
  • ज्‍यू और ईसाई व्‍यक्ति भारत में क्रमश: 200 बी सी और 52 ए डी से निवास करते हैं।
  • विश्‍व में सबसे बड़ा धार्मिक भवन अंगकोरवाट, हिन्‍दु मंदिर है जो कम्‍बोडिया में 11वीं शताब्‍दी के दौरान बनाया गया था।
  • तिरुपति शहर में बना विष्‍णु मंदिर 10वीं शताब्‍दी के दौरान बनाया गया था, यह विश्‍व का सबसे बड़ा धार्मिक गंतव्‍य है। रोम या मक्‍का धार्मिक स्‍थलों से भी बड़े इस स्‍थान पर प्रतिदिन औसतन 30 हजार श्रद्धालु आते हैं और लगभग 6 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्रति दिन चढ़ावा आता है।
  • सिक्‍ख धर्म का उद्भव पंजाब के पवित्र शहर अमृतसर में हुआ था। यहां प्रसिद्ध स्‍वर्ण मंदिर की स्‍थापना 1577 में गई थी।
  • वाराणसी, जिसे बनारस के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन शहर है जब भगवान बुद्ध ने 500 बी सी में यहां आगमन किया और यह आज विश्‍व का सबसे पुराना और निरंतर आगे बढ़ने वाला शहर है।
  • भारत द्वारा श्रीलंका, तिब्‍बत, भूटान, अफगानिस्‍तान और बांग्‍लादेश के 3,00,000 से अधिक शरणार्थियों को सुरक्षा दी जाती है, जो धार्मिक और राजनैतिक अभियोजन के फलस्‍वरूप वहां से निकल गए हैं।
  • माननीय दलाई लामा तिब्‍बती बौद्ध धर्म के निर्वासित धार्मिक नेता है, जो उत्तरी भारत के धर्मशाला में अपने निर्वासन में रह रहे हैं।
  • युद्ध कलाओं का विकास सबसे पहले भारत में किया गया और ये बौद्ध धर्म प्रचारकों द्वारा पूरे एशिया में फैलाई गई।
  • योग कला का उद्भव भारत में हुआ है और यह 5,000 वर्ष से अधिक समय से मौजूद है।


Bhartiya mahadeep ka vibhjan

भारतीय उप महाद्वीप को निम्नलिखित भागों मे बाँटा जा सकता है
  1. हिमालय की महान पर्वत श्रृंखला The great mountains (wall of north)
  2. महान उत्तरी मैदान Great northern plains
  3. तटीय मैदान The coastal plain
  4. प्रायद्वीपीय पठार Great Indian peninsular plateau
  5. भारत के महान मरुस्थल  The Great Indian Desert
  6. द्वीप समूह The island groups

हिमालय की महान पर्वत श्रृंखला The great mountains (wall of north)

  1. हिमालय विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत है जो की भारत की उत्तरी सीमा में स्थित है|
  2. यह नगा पर्वत (पाकिस्तान शासित कश्मीर) से नामचा बरवा (तिब्बत) तक फैला हुआ है|
  3. यह पश्चिम से पूर्व की ओर 2500 किमी० (15.50 मील) लंबा है तथा इसकी औसत चौड़ाई 200 से 400 किमी० है|
  4. माउंट एवरेस्ट (नेपाल) इसकी सबसे ऊँची छोटी है|

हिमालय का विभाजन Himalaya ka Vibhajan

हिमालय तीन समानांतर भागों में बॅंटा हुआ है-
  1. वृहद् हिमालय या हिमाद्री The Greater Himalaya (Himadri).
  2. निम्न हिमालय या हिमाचल हिमालय Lesser Himalaya (Himanchal Himalaya).
  3. वाह्य हिमालय या शिवालिक Outer Himalaya (Shivalik Range).

वृहद् हिमालय या हिमाद्री The greater Himalaya (Himadri)

  • हिमाद्री की औसत ऊँचाई 1600 फीट (4900मी०) है| 
  • यह हिमालय के तीनो भाग में सबसे ऊँचा है|
  • माउंट एवरेस्ट इसी भाग में स्थित है|
  • माउंट एवरेस्ट, चाईना-नेपाल सीमा (ऊँचाई 8850 मी० या 29035 फीट ), कंचनजंघा, सिक्किम (ऊँचाई 8586 मी० या 28169 फीट), नंदा देवी (ऊँचाई7817 मी० या 25646 फीट), कामेत (ऊँचाई 7755 मी० 25446 फीट), त्रिशूल (ऊँचाई 7120 मी० 23359 फीट) यह तीनो उत्तरांचल में स्थित हैं|
  • ग्रेट हिमालय ज़्यादातर बर्फ से ढँका होता है, हिमालय के ज़्यादातर ग्लेशियर इसी भाग में पाए जाते हैं|

निम्न हिमालय या हिमाचल हिमालय Lesser Himalaya (Himanchal Himalaya)


  • इसकी औसत ऊँचाई 3600 से 4600 मी० तक है तथा इसकी चौड़ाई 60 से 80 किमी० तक है|
  •  टूरिस्ट सेंटर- शिमला, मंसूरी, नैनीताल इसी रेंज में स्थित है|

वाह्य हिमालय या शिवालिक Outer Himalaya (Shivalik Range)


  • हिमालय का सबसे दक्षिणी भाग इसे शिवालिक भी कहते है|
  •  इसकी औसत ऊंधई 900 से 1500 मी० है तथा चौड़ाई 10 से 50 मी० है|

महान उत्तरी मैदान Great Northern Plains

महान उत्तरी मैदानी क्षेत्र को तीन मुख्य भागों में बाँटा गया है-
  1. पंजाब और हरियाणा के मैदान
  2. गंगा का मैदान
  3. ब्रम्हपुत्र के मैदान
सतलज, गंगा व ब्रम्हपुत्र इसके अंतर्गत आते हैं| यह विश्व का सबसे उपजाऊ और घनी जनसंख्या वाला क्षेत्र है| यह क्षेत्र काँप मिट्टी से बना है|
पश्चिमी मैदान -यह सिंधु या सतलज का मैदान है| इस मैदान में मुख्य रूप से सिंधु, सतलज, ब्यास और रावी नदियाँ बहती हैं|
पूर्वी मैदान- पूर्वी मैदान को गंगा का मैदान कहते हैं तथा इसको मुक्या रूप से दो भागो 'बांगर और खादर' में बाँटा गया है| जहाँ बाढ़ का पानी नहीं पहुँचता है उसे बांगर कहा जाता है, और जहाँ बाढ़ का पानी प्रतिवर्ष नई मिट्टी जमा कर देता है उसे खादर कहते हैं| बांगर के मैदान का विस्तार उत्तर प्रदेश मे स्थित है तथा खादर का विस्तार बिहार और बंगाल में|
भांभर प्रदेश-जहाँ हिमालय पर्वत और सतलज गंगा के मैदान मिलते हैं, इस क्षेत्र को भांभर कहते हैं| हिमालय क्षेत्र से निकालने वाली असंख्य धाराओं द्वारा लाए गये कंकर पत्थरों से ढँका भाग भांभर कहलाता है| इस क्षेत्र में लंबी जड़ों वाले वृक्ष पाए जाते हैं परन्तु छोटे पौधे खेतों तथा जनसंख्या का प्रायः आभाव पाया जाता है|
तराई प्रदेश-भांभर का निचला प्रदेश तराई है| इस भाग में मुख्यतः दकदक और ऊँची घांस जैसे- हाथी घांस, कांस भांभर घांस पाई जाती गई|

प्रायद्वीपीय पठार Great Indian peninsular plateau

प्रायद्वीपीय भारत या डेक्कन उत्तरी भारत मैदान के दक्षिण में फैले हुए उस भू-भाग का नाम है, जो तीन तरफ से समुद्र से घिरा है| इसको दो भागो में बाँटा गया है-

  1. मालवा का पठार
  2. दक्कन का पठार

मालवा का पठार Malwa ka Pathar

  • मालवा का पठार नदियों के प्रवाह के कारण टूट गया है| इस भाग में पूर्व की ओर बघेलखंड तथा पश्चिम की ओर बुंदेलखंड में, नदियों द्वारा निर्मित बीहड़ पाए जाते हैं| 
  • इस भाग में विंध्याचल की पहाड़िया, ग्वालियर की पहाड़ियाँ पाई जाती है| 
  • सतपुड़ा, अमरकंटक, छोटा नागपुर का पठार, राजमहल पहाड़ियाँ आदि मालवा के पठार के अंतर्गत पाये जाते हैं|
  • छोटा नागपुर का पठार के अंतर्गत झारखंड में राँची, हज़ारीबाग, सिंहभूमि, पलामू, लोहारदग्गा आदि ज़िले आते हैं|इस पठार में कई गहरी नदियाँ महनदी, सोन और सुवर्णरेखा बहती है| ये
  • छोटा नागपुर पठार में केवेलिन(चिकनी मिट्टी), टंगस्टन, चूना पत्थर, क्वॉर्ट्ज़,कोयला व तांबा आदि मिलता है छोटा नागपुर पठार को "खनिज संसाधानो का भंडार" भी कहा जाता है|सतपुडा पर्वत के . में तापी नदी की भ्रंश घाटी है| इन्ही भ्रंश घाटियों से तापी तथा नर्मदा नदियाँ बहती है ये नदियाँ पठारों से उतरते हुए अनेक जलप्रपात बनाती है|
  • जबलपुर के निकट नर्मदा नदी का धुआँधार जलप्रपात इसका मुख्य उदाहरण है| इसमे सर्वोत्तम सफेद  गमरमर की चट्टानें मिलतीं है| नर्मदा और तापी दोनो नदियाँ पठार के सामान्य ढाल के विरुध बहती है| क्योकि जिन भ्रंश में यह बहती है|।
  • अरवाली की पहाड़ियाँ इस क्षेत्र की सबसे ऊँची छोटी गुरु पहाड़ियाँ है| कुछ वैज्ञानिको के अनुसार ये धरातल के सबसे प्राचीन पहाड़ है, जो अभी भी मौजूद है|

दक्कन का पठार

यह ज्वालामुखी उद्गारो के निकले लावे से बना है जो कपास की खेती के लिए विख्यात है|
मैसूर या कर्नाटक का पठार
यह खनिज पदार्थों का धनी है|  भारत का अधिकांश उत्तम कोयला यहीं पाया जाता है|
छत्तीसगढ़ निम्न भूमि (गृहजात पहाड़िया)
इसमें छत्तीसगढ़ के मैदान प्रमुख हैं जिसे चावल का कटोरा भी कहते हैं| अरब सागर में गिरने वाली नर्मदा, गंगा में मिलने वाली सोन, बंगाल की खाड़ी की ओर बहाने वाली महानदी, सभी का उदगम इसी क्षेत्र से होता है|
दण्डकारण्य पठार प्रदेश
इसका अधिकांश क्षेत्र वनो से ढँका है| यह जनजाति प्रधान क्षेत्र है, लौह अयस्क की यहाँ प्रमुखता है|
पश्चिमी घाट
  • यहाँ सहयाद्री की पहाड़ियाँ पाई जाती हैं|
  • दो प्रमुख दर्रे थालघाट और भोरघाट से होकर रेल व राजमार्ग निकले गये हैं| इससे कृष्णा, भीमा, गोदावरी, तुंगभद्रा नदियाँ निकल कर पूर्व की ओर बहतीं है|
  • कृष्णा के उदगम के निकट महाराष्ट्र का प्रसिद्ध स्वास्थ वर्धक स्थान महाबलेश्वर है| 
  • यहाँ सबसे ऊँची चोटी अनाइमुडी है तथा दोद्दाबेत्ता दूसरी सबसे ऊँची चोटी है| 
  • पश्चिमी घाट समुद्र के बहुत निकट है| इसकी नदियों से कई जलप्रपात निकले हैं जैसे- कावेरी नदी का शिवसमुद्रम जलप्रपात (100मी०), गोकक नदी का गोकक प्रपात (55मी०), सरवती नदी का गुरुसोप्पा या महात्मा गाँधी जलप्रपात (भारत का सबसे ऊँचा जलप्रपात है इसकी ऊँचाई 250 मी० है), महाबलेश्वर का येना प्रपात (183मी०) पाए जाते हैं| 
  • पश्चिमी घाट में नीलगिरि की पहाड़ियाँ (पालनी, अन्नामलाई व इलायची पहाड़ियाँ) हैं|
पूर्वी घाट

  • नल्लबैमलाई, पालकोंडा, जावडी, शिवराय तथा अन्य पहाड़ी आती हैं|
  • महेंद्रगिरी (1501मी०) इसकी सबसे ऊँची पहाड़ी है|

भारत के महान मरुस्थल The Great Indian Desert

थार मरुस्थल -लगभग 644 की.मी. लंबा तथा 360की.मी. चौड़ा  है | अनुमान है की यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा और मथुरा की ओर स्थानांतरित हो रहा है|
सौराष्ट्र और कच्छ का रण-यह लगभग 322 किमी० लंबा तथा 161 किमी० चौड़ा है इसमे गिरनार की पहाड़ियों का क्षेत्र ही उपजाऊ है|
तटीय मैदान The coastal plain- तटीय मैदान दो भागों में फैला है, पूर्वी तथा पश्चिमी तटीय मैदान
पश्चिमी तटीय मैदान-इसमें गुजरात का तटीय मैदान, कोंकण का तटीय मैदान, कर्नाटक (मैसूर) का तटीय मैदान, मालाबार का तटीय मैदान आते हैं|
पूर्वी तटीय मैदान-इसके निचले भाग को कोरोमंडल तट कहते हैं| निचला भाग जिसमें कृष्णा, गोदावरी तथा कावेरी नदियों के डेल्टा हैं, इसी को कोरोमंडल तट कहटें हैं.
यह उपजाऊ क्षेत्र है| इसके तीन भाग हैं-
  • उत्कल का तटीय मैदान- यह उड़ीसा के तट के किनारे है| यहाँ चिलका झील स्थित है टॅता महानदी के डेल्टा में ज्वारीय वन फैले हुए हैं| उपजाऊ होने के कारण यहाँ चावल और जूट की खेती होती है|
  • आंध्र या काकिनारा का तटीय मैदान- इसमें कृष्णा और गोदावरी के डेल्टा स्थित हैं| इस तट पर विशाखापट्टनम, काकिनारा और मसुलिपट्टनम प्रमुख बंदरगाह है|
  • तमिलनाडु या कोरोमांडल का तटीय भाग- इस भाग को मुख्यतः कावेरी नदी उपजाऊ बनती है| चेन्नई, तूतिकोरिन और नागापट्टनम यहाँ के प्रमुख बंदरगाह हैं| यहाँ मन्नार की खड़ी मोटी के लिए प्रसिद्ध है|

द्वीप समूह The island groups

इसमे लक्षद्वीप तथा अंडमान-निकोबार द्वीप समूह आते हैं| लक्षद्वीप 36 कोरल द्वीपो का स्मूह है तथा निकोबार 324 द्वीपो का समूह है| 10 डिग्री चैनल अंडमान और निकोबार को अलग करता है| 10 डिग्री अक्षांश रेखा यहीं से हो कर गुज़रती है|

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