राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 : इतिहास उद्देश्य महत्व |National security day in Hindi

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 : इतिहास उद्देश्य महत्व

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 : इतिहास उद्देश्य महत्व |National security day in Hindi

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 : इतिहास उद्देश्य महत्व

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना को चिह्नित करने के लिये प्रतिवर्ष 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का प्राथमिक उद्देश्य दुर्घटनाओं और किसी अन्य आपात परिस्थिति को रोकने के लिये आवश्यक सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के स्थापना दिवस पर पहली बार वर्ष 1972 में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषदराष्ट्रीय स्तर पर एक गैर-लाभकारीस्व-वित्तपोषितत्रिपक्षीय निकाय है। इसे श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय द्वारा 4 मार्च, 1965 को सुरक्षास्वास्थ्य और पर्यावरण पर एक स्वैच्छिक आंदोलन शुरू करने के लिये स्थापित किया गया था। यह एक स्वायत्त निकाय है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का उद्देश्य समाज की रक्षा एवं सुरक्षा सुनिश्चित करना और लोगों में एक निवारक संस्कृति तथा वैज्ञानिक मानसिकता को बढ़ावा देना है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद आम जनता के बीच सुरक्षा से संबंधित संदेश प्रसारित करने वर्ष सड़क दुर्घटनाओं के कारण देश में 1.50 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु होती है और इससे भी अधिक संख्या में लोग शारीरिक रूप से अक्षम हो जाते हैंजिसके कारण पीड़ित परिवारों के साथ-साथ संपूर्ण देश को भारी क्षति का सामना करना पड़ता है।


राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के बारे में जानकारी 

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद’ (NSC) एक त्रिस्तरीय संगठन है, जो सामरिक चिंता के राजनीतिक, आर्थिक, ऊर्जा और सुरक्षा मुद्दों की देखरेख करता है।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार’ (NSA) ‘राष्ट्रीय सुरक्षा परिषदकी अध्यक्षता करता है और वे प्रधानमंत्री का प्राथमिक सलाहकार भी होता है। 


राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद’ (NSC) गठन:

 

इसका गठन वर्ष 1999 में किया गया था और यह राष्ट्रीय सुरक्षा के सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श करता है।


त्रिस्तरीय संरचना:

NSC में तीन स्तरीय संरचना शामिल है- रणनीतिक नीति समूह (SPG), राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय।

कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में SPG अंतर-मंत्रालयी समन्वय और एकीकरण हेतु प्रमुख मंच है।

NSAB दीर्घकालिक मुद्दों का विश्लेषण करता है और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर दृष्टिकोण प्रदान करता है।


राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद’ (NSC) के कार्य:

यह भारत के प्रधानमंत्री के कार्यकारी कार्यालय के तहत संचालित होता है, सरकार की कार्यकारी शाखा और खुफिया सेवाओं के बीच संपर्क करता है एवं  खुफिया तथा सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर नेतृत्व को सलाह देता है।

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद’ (NSC) के सदस्य:

गृह, रक्षा, विदेश और वित्त मंत्री इसके सदस्य हैं।

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