राजभाषा क्या है - राजभाषा से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी |Rajbhasha Details in Hindi

राजभाषा क्या है - राजभाषा से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी

राजभाषा क्या है - राजभाषा से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी |Rajbhasha Details in Hindi


  • राजभाषा का शाब्दिक अर्थ है राज-काज की भाषा। जो भाषा देश के राजकीय कार्यों के लिए प्रयुक्त होती हैवह राजभाषा कहलाती है । राजाओं नवाबों के जमाने में इसे दरबारी भाषा कहा जाता है ।


राजभाषा से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी

  • हिन्दी को राजभाषा के रूप में मान्यता 14 सितंबर 1949 को प्राप्त हुई । 
  • संविधान के अनुच्छेद 348 में यह प्रावधान है कि उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालय में सब तरह की कार्यवाही की भाषा अँग्रेजी होगी । 
  • अनुच्छेद 351 के अनुसार संघ का यह कर्तव्य होगा कि वह हिन्दी का प्रसार बढ़ाए । 
  • राजभाषा अधिनियम 1963 ई. में लागू हुआ। राजभाषा अधिनियम में 9 धाराएँ हैं। 
  • संसद की राजभाषा समिति, 1959 का एक अन्य नाम गोविंद बल्लभ पंत समिति भी है। 
  • राजभाषा नियम, 1976 में अस्तित्व में आया । 
  • राजभाषा विभाग गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है 
  • राजभाषा अधिनियम में मुख्यतः 12 नियम हैं। 
  • राजभाषा नियम के नियम-5 के तहत हिन्दी में कहीं से प्राप्त पत्रों के उत्तर हिन्दी में देने होंगे।
  • राजभाषा नियम के नियम-2 के तहत भारत के प्रदेशों / संघ शासित राज्यों को तीन वर्गों क्रमशः कग क्षेत्र में बांटा गया है। इस विभाजन का आधार हिन्दी ज्ञान का आधार है।
  • राजभाषा नियम के अनुपालन का दायित्व कार्यालय प्रधान का होता है।

 

विश्व हिन्दी सम्मेलन का सफरनामा 

  • प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन नागपुर, 10 जनवरी, 1975 
  • दूसरा विश्व हिन्दी सम्मेलन -पोर्ट लुई (मॉरीशस), 1976 
  • तीसरा विश्व हिन्दी सम्मेलन-नई दिल्ली (भारत) 1983
  • चौथा विश्व हिन्दी सम्मेलन -पोर्ट लुई (मॉरीशस), 1993
  • पाँचवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन  - पोर्ट ऑफ स्पेन, 1996 
  • छठा विश्व हिन्दी सम्मेलन लंदन, (ब्रिटेन) 1999 
  • सातवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन -पारामारिबो (सूरीनाम )
  • आठवां विश्व हिन्दी सम्मेलन  -न्यूयार्क (अमेरिका) 
  • नौवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन जोहान्सवर्ग (दक्षिण अफ्रिका) 2012 
  • दसवां विश्व हिन्दी सम्मेलन भोपाल (भारत) 2015 
  • ग्यारहवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन - पोर्ट लुई (मॉरीशस) 2018

 

विश्व हिन्दी दिवस 

  • विश्व हिन्दी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है। 
  • विश्व हिन्दी दिवस का आयोजन प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन के आरंभ की तिथि अर्थात 10 जनवरी की याद में किया जाता है। 
  • प्रथम विश्व हिन्दी दिवस 10 जनवरी 2006 को मनाया गया। 
  • विश्व हिन्दी सम्मेलन का उद्देश्य है- यूएनओ की भाषाओं में हिन्दी को स्थान दिलाना व हिन्दी का प्रचार-प्रसार करना 
  • विश्व हिन्दी सचिवालय मॉरीशस में है। 
  • अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 21 फरवरी को मनाया जाता है। 
  • अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की स्वीकृति यूनेस्को द्वारा 1999 ई. में प्रदान की गई। 
  • फ़िज़ी की राजभाषा फ़िज़ी हिन्दी है।

 

संविधान की आठवीं अनुसूची

  • संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित भाषाओं की संख्या 22 हैजो निम्नांकित हैं- असमियाउड़ियाउर्दूकन्नडकश्मीरीकोंकणीगुजरातीडोगरीतमिलतेलुगुनेपालीपंजाबीबांगलाबोड़ोमणिपुरीमराठीमलयालममैथिलीसंथालीसंस्कृतसिन्धी, हिंदी 
  •  भाषायी अल्पसंख्यक वर्गों के लिए राष्ट्रपति द्वारा एक विशेष अधिकारी की नियुक्ति का प्रावधान अनुच्छेद 351 में है। 
  • राजभाषा आयोग- 1955 बीजी खेर आयोग के नाम से भी जाना जाता है। 
  • प्रतियोगी परीक्षाओं में हिन्दी को एक अनिवार्य प्रश्न-पत्र रखने की सिफारिश राजभाषा आयोग 1955 द्वारा की गई थी। 
  • उच्च न्यायालयों में क्षेत्रीय भाषाओं के व्यवहार का सुझाव बीजी खेर आयोग ने दिया था। 
  • संविधान का अनुच्छेद 350 अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों को प्राथमिक शिक्षा उनकी मातृभाषा में दिए जाने हेतु सुविधा का प्रावधान करता है। 
  • राजभाषा नियम 1976 का निर्माण राजभाषा अधिनियम 1963 की धारा 8 के निर्देशानुसार किया गया
  • राजभाषा संकल्प संसद के दोनों सदनों से 1968 में पारित हुआ। हिन्दी दिवस 14 सितंबर 1953 ई. को मनाया गया। 
  • नागालैंड की राजभाषा अंग्रेजी है। 
  • 'शासकीय प्रयोजनों के लिए अँग्रेजी भाषा का प्रयोग 15 वर्ष की अवधि तक किया जाता रहेगा। यह प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 343 में है। 
  • संयुक्त राष्ट्रसंघ की आधिकारिक भाषाओं की संख्या 6 है। 
  • हिन्दी देवनागरी लिपि में लिखी जाती है। 
  • विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन प्रत्येक 3 वर्ष पर होता है। 
  • राजभाषा आयोग का गठन राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है। 
  • राजभाषा आयोग अपनी सिफारिशें राष्ट्रपति को प्रस्तुत करता है। 


राजभाषा अधिनियम की धारा 3 (3) के अंतर्गत 14 दस्तावेजों को अनिवार्य रूप से द्विभाषिक जारी किया जाना चाहिए।

 

  • 1. संकल्प 
  • 2. सामान्य आदेश 
  • 3. नियम 
  • 4. अधिसूचनाएं 
  • 5. प्रशासनिक एवं अन्य प्रतिवेदन 
  • 6. प्रेस विज्ञप्तियाँ 
  • 7. संसद के सदनों के समक्ष रखे जाने वाले प्रशासनिक या अन्य प्रतिवेदन 
  • 8. राजकीय कागज पत्र 
  • 9. संविदाएँ 
  • 10. करार 
  • 11. अनुज्ञप्तियाँ 
  • 12. अनुज्ञा पत्र 
  • 13. निविदा सूचनाएं 
  • 14. निविदा प्रपत्र (फॉर्म)

 

राजभाषा विभाग की त्रैमासिक पत्रिका राजभाषा भारती का प्रकाशन 1978 से प्रारम्भ हुआ।

  • राजभाषा नियम, 1976 के नियम 11 के अंतर्गत स्टेशनरी की मदेंलिफाफापत्रशीर्षसूचनापट्ट इत्यादि द्विभाषी होने चाहिए जिसमें हिन्दी का स्थान ऊपर व अँग्रेजी का उससे नीचे होना चाहिए।
  • किसी भी स्थिति में अँग्रेजी का फॉन्ट हिन्दी से बड़ा नहीं होना चाहिए ।
  • ग क्षेत्र से हिन्दी में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिन्दी में देने का प्रतिशत लक्ष्य 100 है। 
  • सन 1935 ई. में हिन्दी साहित्य सम्मेलन का अधिवेशन इंदौर में हुआ था।
  • नागरी लिपि सुधार समिति के सभापति महात्मा गांधी थे। 
  • 1947 ई. में नागरी लिपि में सुधार हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक समिति का गठन किया गया जिसके अध्यक्ष श्री आचार्य नरेंद्र देव थे। 
  • हिन्दी वर्तनी का मानकीकरण नामक पुस्तिका का प्रकाशन 1976 ई. में किया गया जिसे तत्कालीन शिक्षा मंत्रालय ने प्रकाशित करवाया था। 
  • देवनागरी का सर्वप्रथम प्रयोग गुजरात के राजा जयभट्ट (7वीं 8वीं शती ई.) के एक शिलालेख में हुआ। 
  • देवनागरी का विकास कुटिलाक्षरा लिपि से माना जाता है।
  • राजभाषा संसदीय समीति का गठन राजभाषा अधिनियम की धारा-4 के अंतर्गत हुआ। 
  • नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक वर्ष में 2 बार (प्रत्येक छमाही में की जानी चाहिए। 
  • राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक वर्ष में 4 बार (प्रत्येक तिमाही में एक) की जानी चाहिए । 
  • खड़ी बोली का एक और नाम कौरवी है। 
  • हिन्दी की बोलियों में बोलने वालों के हिसाब से भोजपुरी सबसे बड़ी बोली है। 
  • खड़ी बोली के अन्य नाम हैं- हिन्दुस्तानीसरहिन्दीबोलचाल की हिन्दुस्तानी नागरी लिपि सुधार समिति के संयोजक काका कालेलकर थे। 
  • 92 वें संविधान संशोधन द्वारा मैथिलीडोगरीबोडो और संथाली को 2003 में आठवीं अनुसूची में जोड़ा गया। 
  • हिन्दी की बोलियों में सर्वाधिक बोली जाने वाली भोजपुरी आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं है। नराकास नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति का संक्षिप्त रूप है। . 
  • राजभाषा अधिनियम 1963 में प्रथम संशोधन 1967 ई. में हुआ। 
  • राजभाषा नियम 1976 के नियम 6 के अनुसार दस्तावेजों के द्विभाषी निकाले जाने का उत्तरदायित्व उन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने वाले अधिकारी का होता है। 
  • राजभाषा नियम 1976 के नियम 7 के अनुसार हिन्दी में हस्ताक्षरित आवेदन का जवाब हिन्दी में देना अनिवार्य है। 
  • किसी कार्यालय के 80 % कर्मचारियों के प्राज्ञ या प्राज्ञ के समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण होने की स्थिति में उस कार्यालय का नाम राजपत्र में अधिसूचित किया जाएगा। संख्या की दृष्टि से सर्वाधिक लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा मंदारिन है। 
  • मूल रूप से आठवीं अनुसूची में 14 भाषाएँ थीं। 
  • 21 वें संविधान संशोधन द्वारा 1967 में सिंधी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया । 
  • 71 वें संविधान संशोधन द्वारा 1992 में कोंकणीमणिपुरी और नेपाली भाषाओं को शामिल किया गया। 
  • हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिलाने में अथक प्रयासों के लिए याद किए जाने वाले पुरुषोत्तम दास टंडन को राजर्षि भी कहा जाता है। 
  • वर्ष 1951 में आलोचना (पत्रिका) का प्रकाशन आरंभ हुआ । दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार मद्रास की स्थापना 1927 में हुई . 
  • राष्ट्रभाषा प्रचार समितिवर्धा की स्थापना 1936 में हुई । 
  • नागरी लिपि परिषदनई दिल्ली की स्थापना 1975 ई. में हुई। 
  • राजभाषा का शाब्दिक अर्थ है राज-काज की भाषा। जो भाषा देश के राजकीय कार्यों के लिए प्रयुक्त होती हैवह राजभाषा कहलाती है । राजाओं नवाबों के जमाने में इसे दरबारी भाषा कहा जाता है ।

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