भ्रष्टाचार का मापन | Measuring Corruption in Hindi

भ्रष्टाचार का मापन (Measuring Corruption in Hindi)

भ्रष्टाचार का मापन | Measuring Corruption in Hindi
 

भ्रष्टाचार का मापन  (Measuring Corruption in Hindi)


भ्रष्टाचार एक जटिल प्रघटना यह लगातार अपने नए रूप में सामने आता रहता है। हालाँकि वर्तमान में भ्रष्टाचार मापन की कई विधियाँ और उपाय मौजूद हैं लेकिन फिर भी भ्रष्टाचार के संबंध में कोई स्पष्ट साक्ष्य और इसकी तीव्रता के कोई निश्चित प्रमाण उपलब्ध नहीं है। अनैतिक व्यवहार और भ्रष्टाचार की गतिविधियाँ सामान्यतः छिपी रहती हैं जो कि भ्रष्टाचार के आकलन को ज्यादा कठिन बना देती है। 


वर्तमान में भ्रष्टाचार मापन के कई साधन हैं जिनका वर्णन इस प्रकार है-

 

1) भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (CPI) -

  • ट्रांसपेरेन्सी इंटरनेशनल का द्वारा जारी किया जाने वाला यह सूचकांक सबसे ज्यादा चर्चित है। इसका प्रकाशन प्रतिवर्ष किया जाता है। इसका आरंभ वर्ष 1995 से किया गया था। CPI-2014 विश्व के 175 देशों में सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार के प्रति लोगों की धारणा प्रदर्शित करता है। 


2) वैश्विक भ्रष्टाचार बैरोमीटर 

  • इसका प्रकाशन भी ट्रांसपेरेन्सी इंटरनेशनल द्वारा किया जाता है। यह पब्लिक ओपिनियन पर आधारित सर्वे है। 


3) घूस दाता सूचकांक (Bribe Payer Index) -

  • इस सूचकांक का प्रकाशन भी ट्रांसपेरेन्सी इंटरनेशनल द्वारा किया जाता हैजो कि विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की कंपनियों द्वारा अपने व्यापार के संबंध में घूस ( रिश्वत) दिए जाने की स्थिति बतलाता है।

 

4) राजस्व पारदर्शिता संवर्धन (promoting Revenue Transparency)- 

यह सूचकांक कंपनियों को उनकी राजस्व पारदर्शिता संबंधी स्थिति के अनुसार सूचित करता है। इसमें कंपनियों द्वारा उठाए गए भ्रष्टाचार रोधी कदम और राजस्व संग्रहण संबंधी सूचना के जनता तक पहुँच का मापन किया जाता है। 


5) रक्षा क्षेत्र की कंपनियों का भ्रष्टाचार रोघी सूचकांक (Defence Companies Anti-Corruption Index) - CI

 

  • इसका प्रथम प्रकाशन वर्ष 2012 में लिया गया था। यह विश्व की 129 रक्षा क्षेत्र की कंपनियों द्वारा भ्रष्टाचार रोधी उपाय का विश्लेषण करता है। इसका अगला प्रकाशन वर्ष 2015 में होगा।

 

6) शासकीय रक्षा संबंधी भ्रष्टाचार रोधी सूचकांक (Government Defence Anti-Corruption Index-GI) 

  • GI का प्रथम प्रकाशन वर्ष 2013 में किया गया था। यह विश्व के 82 देशों के रक्षा प्रतिष्ठानों में भ्रष्टाचार के जोखिम का विश्लेषण करता है। इसका अगला प्रकाशन वर्ष 2015 में होगा जिसमें 130 से ज्यादा देशों को शामिल किया जाएगा।

 

7) वैश्विक शासन संकेतक (Worldwide Governance Indicators- WGI)

  • इसका प्रकाशन विश्व बैंक द्वारा किया जाता है। इसमें विश्व के देशों का आकलन 6 संकेतों- जवाबदेहिता और अधिकारराजनीतिक स्थिरता और हिंसा मुक्त क्षेत्रशासन की प्रभावशीलतानियामक संस्थाओं की गुणवत्ताविधि का शासनभ्रष्टाचार पर नियंत्रण आदि पर किया जाता है।

 

8) अफ्रीकन शासन पर इब्राहिम सूचकांक (Ibrahim Index of African Governance)-

  • यह मोहम्मद इब्राहिम फाउंडेशन द्वारा अफ्रीकी देशों में शासन की स्थिति दर्शाता है। इसकी स्थापना वर्ष 2007 में की गई थी। इसमें चार आयाम शामिल हैं सुरक्षा व विधि का शासन सहभागिता और मानव अधिकारसतत आर्थिक अवसरमानव विकास।

 

(9) वैश्विक सत्यनिष्ठा रिपोर्ट और सूचकांक (Global Integrity Report & Global Integrity Index) - 

  • इनका प्रकाशन " वैश्विक सत्यनिष्ठा' (Global Integrity) द्वारा किया जाता है। यह एक स्वतंत्र गैर लाभकारी संस्था है। यह वाशिंगटन डी.सी. (अमेरिका) में अवस्थित है। इसकी स्थापना 1999 में की गई थी। 

  • यह विश्व में भ्रष्टाचार की जाँच और परीक्षण का नया तरीका है। साथ ही भ्रष्टाचार से सरकार कैसे निपटती है इसका भी यह परीक्षण करता है। 

  • वैश्विक सत्यनिष्ठा सूचकांक में विश्व के देशों में राष्ट्रीय स्तर पर भ्रष्टाचार रोधी उपायों की उपस्थितिप्रभावशीलता और नागरिकों की उन तक पहुँच का परीक्षण भी किया जाता है।

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