लेजर क्या है इसके उपयोग | LASER Physics GK in Hindi

 

लेजर क्या है इसके उपयोग  (LASER Physics GK in Hindi)

लेजर क्या है इसके उपयोग  (LASER Physics GK in Hindi)


लेजर क्या होते हैं ( लाइट एम्प्लीफिकेशन बाई स्टीम्युलेटेड इमिशन ऑफ रेडियेशन)

 

  • लेजर एक ऐसा ऑप्टिकल उपकरण हैजो सुसंगत रंग के प्रकाश का तीव्र पुंज उत्पन्न करता है। लेजर ऊर्जा का स्रोत नहीं है। यह प्रेरित उत्सर्जन द्वारा ऊर्जा के लगभग 1% भाग को एकल आवृत्ति विकिरण में केंद्रित करके एक ही दिशा में भेजना है। अन्य उपकरणों की भांति लेजर में भी उत्पन्न ऊर्जा अंदर डाली गयी ऊर्जा से अधिक नहीं सकती है।

 

  • वैसे लेजर का विचार सबसे पहले 1917 में अल्बर्ट आइस्टीन ने दिया थालेकिन वैज्ञानिकों ने इस दिशा में 1950 से ही कार्य प्रारंभ किया। अमेरिकी वैज्ञानिक गार्डन गोउल्ड ने इसका नाम 'लेजररखने का सुझाव दिया। वर्ष 1960 में अमेरिकी वैज्ञानिक थियोडोर मैमन ने पहला कार्य करने वाला लेजर बनाया। इसके बाद से लेजर ने हमारे जीवन में क्रांति ला दी है।


  • लेजर पुज उपयोग पृथ्वी एवं चंद्रमा के बीच की दूरी के सटीक मापन के लिये किया जाता है तथा यह महादीपीय विस्थापन की जानकारी देने में भी सहायक होता है। 
  • आँख की शल्य क्रिया करने करने वाले डॉक्टर इसका उपयोग रेटिना को उसी स्थान पर प्रत्यारोपित करने के लिये करते हैं। 
  • लेजर पुंज की सहायता से संवाद को सीधे अंतरिक्ष वायुमंडल या तारों की तरह मुड़ जाने वाले ऑप्टिकल फाइबर में ले जाया जा सकता है। 
  • लेजर को सहायता से वाहनों से निकलने वाले धुंए से होने वाले की मात्रा भी मापी जा सकती है। 

  • विडियो एक फोनोग्राफ रिकार्ड के लिये बिना नॉन वियरिंग आप्टिकल के आवरण वाली लेजर पुज की आवश्यकता होती है। इसके अलावा कपड़े की दुकानों में कपड़े की दुकानों में कपड़े काटने माँस  का निरीक्षण करने एवं फिंगर प्रिंट का लगाने में भी लेजर उपयोगी होता है।

 

  • पुलिस वाहनों को गति की जांच करने के लिये एक ऐसी बंदूक का उपयोग करते हैजिससे लेजर पुंज का उत्सर्जन होता है। लेजर बंदूक से निकलने वाला लेजर पुज उस वाहन तक जाकर वापस आने में जो समय लगाता हैउससे वाहन को गति का अनुमान लग जाता है। यदि बंदूक सेकेंड बड़ी मात्रा में रोडिंग (लगभग 1000) लेता है तो इसकी दूरी से तुलना करके वाहन की गति का आकलन किया जा सकता है।

 

लेजर एवं उसके अनुप्रयोग 

रूबी लेजर: 

  • इसे क्रिस्टल लेजर के नाम से भी जाना जाता है। यह कुछ हो पल में मोनोकोमैटिक प्रकाश का संगत किरण पूज पैदा करता है।

 

हीलियम-नियॉन लेजर

  • रूबी लेजर के विपरीत एक हिलियम नियॉन लेजर निरंतर प्रकाश का संगत किरण पुंज उत्पन्न करता है। यह वह लेजर हैजिसके लाल पुंज का उपयोग दुकानों एवं सुपरमार्केट में बार कोड पढ़ने के लिये किया जाता है। 


रासायनिक लेजर: 

  • ये काफी प्रभावी एवं शक्तिशाली होते हैं। एक रासायनिक लेजर में हाइड्रोजन एवं फ्लोरीन मिलकर हाइड्रोजन फ्लोराइड बनाते हैं. जो 2 मेगावाट की अवरक्त किरण पुंज रूप में निकलता। 

 

डाई लेजर

  • डाई लेजर में डाई या रंजक के अणुओं का उपयोग किया जाता है। डाई लंजर को उचित तरीके से ट्यून करके इससे वांछित उपयोग की तरंगदैर्ध्य को प्राप्त किया जा सकता है।

 

कार्बन डाइऑक्साइड गैस लेजर: 

  • ये लेजर लगभग 100 वाट के अवरक्त संगत पुंज का उत्सर्जन करते हैं तथा शल्य क्रिया में सहायक होते हैं। ज्यादा शक्तिशाली कार्बन डाइऑक्साइड लेजर का उपयोग धातु उद्योग में भारी वस्तुओं यथा धातुओं आदि को काटने में किया जाता है।

 

छोटे अतिचालक लेजर: 

  • ये लेजर सूचनाओं को प्रोसेस करते हैं तथा उन्हें दूसरे स्थानों पर भेजते हैं। एक सीडी प्लेयर में अतिचालक लेजर पिट के रूप में डाटा कोड को पढ़ता है। फाइवर आप्टिक्स वितरण लाइन के लिये (देखें खंड (6.4) अतिचालक आदर्श होते मात्र एक फाइबर केबल की सहायता से कई हजार टेलीफोन वार्तालापों का संचालन हो सकता है। इसके विपरीततारों के एक जोड़े से एक समय में 32 से अधिक टेलीफान वार्तालापों का संचालन नहीं हो सकता। लेजर प्रिंटर्स में भी अतिचालक लेजर का प्रयोग किया जाता है।

 

एक्जाइमर लेजर: 

  • एक्जाइमर लेजर में एक तीव्र रासायनिक क्रिया होती हैजिससे डाइमर उत्तेजित हो जाता हैजो कि एक डाइमेरिक या हेटरो-डाइमेरिक अणु होता है तथा यह दो प्रजातियों (परमाणु) से मिलकर बना होता है। इनमें से कम से कम एक उत्तेजित इलेक्ट्रॉनिक अवस्था में होता है। ये अवरक्त प्रकाश का उत्सर्जन करते हैं तथा इनका उपयोग अतिचालक फोटो लिथोग्राफ एवं आंख की लेखिक शल्य चिकित्सा में होता है। सामान्यतयाउपयोग में लाये गये एक्जाइमर अणु में F, ( फ्लोरीन) एवं उत्कृष्ट गैस तत्व (ArE, KrF तथा XeF) होते हैं। 
  • एक्स-रे लेजर किरण पुंज इसी से संबंधित है। 
  • लेजर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण उपयोग हाइड्रोजन पेलेट्स को ताप-नाभिकीय तापमान पर लाना है। ताप नाभिकीय संलयन को नियंत्रित करने में भी लेजर अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं 
  • भविष्य में लेजर के अनुप्रयोग की अनंत संभावनायें हैं। आजकल द्वि-आयामी टीवी स्क्रीन के स्थान पर दीवार के आकार की त्रि-आयामी टीवी स्क्रीन आ चुकी हैजो लेजर की ही देन है।

No comments:

Post a Comment

Powered by Blogger.