पारिस्थितिकी तंत्र के महत्त्वपूर्ण अजैविक चक्र |Abiotic cycles of ecosystem

  पारिस्थितिकी तंत्र के महत्त्वपूर्ण अजैविक चक्र

 


पारिस्थितिकी तंत्र के महत्त्वपूर्ण अजैविक चक्र

पारिस्थितिकी तंत्र के महत्त्वपूर्ण अजैविक चक्र (Abiotic cycles) का संक्षिप्त वर्णन निम्न दिया गया है।-

 

गैसीय तथा सेडिमेंट्री चक्र (Gaseous and Sedimentary Cycle)

 

  • हाइड्रोजन (Hydrogen), ऑक्सीजन (Oxygen ) तथा कार्बन (Carbon) प्रकृति के जैविक- विश्व (Biosphere) के मूल तत्व हैं। ये तीनों तत्व यौगिक रूप से पृथ्वी के कुल जैविक पदार्थ (Biomass) का 99 प्रतिशत भाग हैं। वास्तव में सभी जैविक मौलिक्यूलस (Organic Molecules) में हाइड्रोजन (H) तथा कार्बन (C) पाए जाते हैं। इनके अतिरिक्तनाइट्रोजन (Nitrogen), मैगनिशियम (Magnesium), कैल्शियम (Calcium), पोटैशियम (Potassium), सल्फर (Sulphere) तथा फॉस्फेट (Phosphate) जैसे महत्त्वपूर्ण पोषक (Nutrients) भी जैविक विकास के लिये अनिवार्य हैं।

 

  • प्रकृति में कई रासायनिक चक्र (Chemical Cycle) प्रकार्य करते रहते हैं। ऑक्सीजनकार्बन तथा नाइट्रोजन सभी गैसों के चक (Gascous Cycles) वायुमंडल में उपस्थित हैं। अन्य तत्व में सेडीमेंट्री चक्र (Sedimentary Cycle) मौजूद हैं। जो खनिजों पर आधारित हैं। 


  • सेडीमेंट्री में विशेष रूप से फॉस्फोरस (Phosphorous), केल्शियम (Calcium) तथा सल्फर (Sulphur) सम्मिलित रहते हैं। ये तत्व जैविक एवं अजैनिक दोनों ही घटकों में सम्मिलित रहते हैं। ये पुनचक्र ( Recycle) प्रक्रिया बायोकेमिकल साइकिल (Biochemical eyele) कहलाती हैजिसमें जैविक तथा अजैविक दोनों सम्मिलित रहते हैं।

 

कार्बन एवं ऑक्सीजन चक्र (Carbon and Oxygen Cyeles)

 

  • कार्बन तथा ऑक्सीजन दोनों पर एक साथ विचार किया जाएगाक्योंकि इन दोनों चक्रों में भारी घनिष्ठता पाई जाती है।  वायुमंडल ऑक्सीजन का भंडार हैं। ऑक्सीजनभूपटल (Earth's Crust) में भी पाई जाती हैपरंतु वह रासायनिक रूप से अन्य तत्वों में मिश्रित होने के कारण उपलब्ध नहीं हैं।
    गैसीय तथा सेडिमेंट्री चक्र (Gaseous and Sedimentary Cycle)

 

  • कार्बन गैस का सबसे बड़ा भंडार सागर तथा महासागरों में है। पृथ्वी के कुल कार्बन का 93 प्रतिशत महासागरों में पाया जाता है। जिसकी मात्रा 39000 बिलियन टन हैपरंतु रासायनिक प्रक्रिया के द्वारा कार्बन डाइ ऑक्साइड (Carbon dioxide ) में मिश्रित है।


  • सागरों में कार्बन डाइ ऑक्साइड गैस प्रकाश-संश्लेषण (Phptosynthesis) के द्वारा उत्पन्न होती हैजिसमें सूक्ष्म जैविक फाइटोप्लेंकटन (Photoplankton) सहायक होते हैं। कार्बन का संचय कुछ कार्बोनेट खनिजों (Carbonate Mineral) में हो जाता है। 
  • चूना पत्थर (Limestone) कार्बन एकत्रित करने वाला इसी प्रकार का एक उदाहरण है। वायुमंडल में लगभग 700 बिलियन टन कार्बन पाया जाता है। कोयला तथा तेल के भंडारों की तुलना में यह बहुत कम है। कोयले तथा पेट्रोलियम के रूप में लगभग 1200 बिलियन टन हाइड्रोकार्बन पाया जाता है। 
  • वायुमंडल में पाई जाने वाली कार्बन डाइऑक्साइड के मुख्य स्रोतों ज्वालामुखीजैविक श्वसन (Respiration) तथा उद्योगों एवं परिवहन में जलाई जाने वाली लकड़ीकोयलापेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस इत्यादि हैं।

 

कार्बन एवं ऑक्सीजन चक्र (Carbon and Oxygen Cyeles)

नाइट्रोजन चक्र (Nitrogen Cycle)

 

  • वायुमंडल की गैसों में सबसे अधिक नाइट्रोजन गैस पाई जाती है। वायुमंडल में नाइट्रोजन की मात्रा 78.084 प्रतिशत है। जैविक अणु (Organic Molecule) की उत्पत्ति में नाइट्रोजन की बड़ी भूमिका होती है। 
नाइट्रोजन चक्र (Nitrogen Cycle)


  • जीवन के लिए अनिवार्य प्रोटीन (Protein) का उत्पादन नाइट्रोजन गैस ही से होता है।
  • भारी मात्रा के बावजूद नाइट्रोजन जैविक घटकों (Living Organic) को सीधे रूप से प्राप्त नहीं होती। नाइट्रोजन की प्राप्ति उन बैक्टीरियाओं (Bacteria) के द्वारा होती है जो नाइट्रोजन का उत्पाद करते हैं। ये बैक्टीरिया (Bacteria) पेड़-पौधों और दलहनों (Pulses) की जड़ों में पाये जाते हैं। उदाहरण के लिए दलहनों (Legumes) जैसे-मटरउड़दअरहरमूँगमसूरसोयाबीनलोबियागुआरमूँगफली तथा हरी खाद की फसलें (सनीपटसनबैंचा)बरहीम आदि की जड़ों में नाइट्रोजन उत्पन्न होती है। 
  • दलहन की जड़ों में नाइट्रोजन की गाँउ (Nitrogen Nodules) रासायनिक प्रक्रिया के द्वारा नाइट्रेट (NO) तथा अमोनिया (NIT) पैदा करती हैं। इस नाइट्रोजन का पेड़ पौधे उपयोग करते हैं। अंतत: पेड़-पौधे तथा जीव जंतु गलने सड़ने पर बैक्टीरियाओं के द्वारा वायुमंडल में विलय हो जाते हैं।
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