राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2024 :थीम (विषय) इतिहास उद्देश्य महत्व |National Science Day 2024 Theme Aim History

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2024 :थीम (विषय) इतिहास उद्देश्य महत्व 

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 :थीम (विषय) इतिहास उद्देश्य महत्व |(National Science Day 2022 Theme Aim History

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2024 :थीम (विषय) इतिहास उद्देश्य महत्व

 

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस कब और क्यों मनाया जाता है ?

  • सर चंद्रशेखर वेंकट रमन द्वारा रमन इफेक्ट की खोज करने की स्मृति में हर वर्ष 28 फरवरी को  राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day- NSD) के रूप में मनाया जाता है। वेंकट रमन को उनके इस कार्य के लिये वर्ष 1930 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। पहला राष्ट्रीय विज्ञान दिवस वर्ष 1987 में मनाया गया था।

 

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उद्देश्य


  • लोगों में विज्ञान के महत्त्व और उसके अनुप्रयोग के संबंध में संदेश का प्रचार करना।


राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 थीम (विषय) 

  • National Science Day (NSD) 2022 ‘Integrated Approach in S&T for Sustainable Future’.
  • राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (एनएसडी) 2022 'सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण'

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2021 थीम (विषय) 

  • वर्ष 2021 के लिये राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की थीम है- एसटीआई का भविष्य (विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार): शिक्षा, कौशल, कार्य पर प्रभाव (Future of STI (Science, Technology and Innovations): Impacts on Education, Skills, and Work)


राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन: 

  • इसका आयोजन विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद (National Council for Science & Technology Communication- NCSTC) द्वारा किया जाता है।


राष्ट्रीय विज्ञान दिवस और पुरस्कार वितरण:

  • इस अवसर पर नेशनल एसएंडटी कम्युनिकेशन अवार्ड्स, ऑगमेंटिंग राइटिंग स्किल्स फॉर आर्टिकुलेटिंग रिसर्च (AWSAR) अवार्ड्स, एसईआरबी वुमन एक्सीलेंस अवार्ड्स तथा विज्ञान मीडिया और पत्रकारिता में उत्कृष्ट कार्य हेतु राजेंद्र प्रभु मेमोरियल एप्रिसिएशन शील्ड का वितरण किया गया।
  • भारत में एसएंडटी अवार्ड् और विदेश में भारतीय मूल के शिक्षाविदों पर पहली बार राष्ट्रीय एसएंडटी डेटाबेस जारी किया गया।


रमन प्रभाव क्या है ?

  • रमन प्रभाव अणुओं द्वारा फोटॉन कणों का लचीला प्रकीर्णन है जो उच्च कंपन या घूर्णी ऊर्जा स्तरों को प्रोत्साहित करते हैं। इसे रमन स्कैटरिंग भी कहा जाता है।
  • सरल शब्दों में यह प्रकाश की तरंगदैर्ध्य में परिवर्तन है जो प्रकाश की किरणों के अणुओं द्वारा विक्षेपित होने के कारण होता है।
  • जब प्रकाश की एक किरण किसी रासायनिक यौगिक के धूल रहित एवं पारदर्शी नमूने से होकर गुज़रती है तो प्रकाश का एक छोटा हिस्सा आपतित किरण की दिशा से भिन्न अन्य दिशाओं में उभरता है।
  • इस प्रकिर्णित प्रकाश के अधिकांश हिस्से का तरंगदैर्ध्य अपरिवर्तित रहता है। हालांँकि प्रकाश का एक छोटा हिस्सा ऐसा भी होता है जिसका तरंगदैर्ध्य आपतित प्रकाश के तरंगदैर्ध्य से भिन्न होता है और इसकी उपस्थिति रमन प्रभाव का परिणाम है।
  • रमन प्रभाव रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी का आधार निर्मित करता  है जिसका उपयोग रसायन विज्ञानियों और भौतिकविदों द्वारा सामग्री के बारे में जानकारी प्राप्त करने हेतु किया जाता है।
  • स्पेक्ट्रोस्कोपी पदार्थ और विद्युत चुंबकीय विकिरण के मध्य का अध्ययन है।


विश्व मौसम विज्ञान दिवस 23 मार्च

  • प्रत्येक वर्ष विश्व मौसम विज्ञान दिवस 23 मार्च को मनाया जाता है। वर्ष 2021 के विश्व मौसम विज्ञान दिवस की थीम “The ocean, our climate and weather” है।
  • विश्व मौसम विज्ञान दिवस के लिए 23 मार्च का चयन इसलिए किया गया क्योंकि 1873 में स्थापित हुए अंतरराष्ट्रीय मौसम संगठन (आईएमओ) को डब्ल्यूएमओ कन्वेंशन के तहत सन् 1950 में आज के दिन संयुक्त राष्ट्र की एक विशिष्ट इकाई के रूप में विश्व मौसम संगठन (डब्ल्यूएमओ) को स्थापित किया गया था। विश्व मौसम संगठन (डब्ल्यूएमओ) का मुख्यालय जिनेवा में स्थित है।
  • पृथ्वी के वायुमंडल की परिस्थिति और व्यवहार, महासागरों के साथ इसके संबंध, मौसम और इसके परिणामस्वरूप जल संसाधनों के वितरण के सन्दर्भ में जानकारी प्रदान करने के यह संगठन संयुक्त राष्ट्र की विशेषीकृत एजेंसी है।

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