सामुदायिक विकास योजना का अर्थ एवं परिभाषा एवं उद्देश्य |Community Development Plan in HIndi

सामुदायिक विकास योजना का अर्थ एवं परिभाषा एवं उद्देश्य  

सामुदायिक विकास योजना का अर्थ एवं परिभाषा एवं उद्देश्य |Community Development Plan in HIndi



  • वर्तमान समय में सामुदायिक विकास का संबंध ग्रामीण विकास से जोड़ा गया है । इसका उद्देश्य गांवों में जीवन निर्वाह की मुख्य दशाओं में सुधार करना है।सामुदायिक संगठन तथा विकास का तात्पर्य भी यही है कि समाज की स्थानीय क्रियाओं द्वारा प्रगति हो। इसी को दूसरे देशों में कई नामों से जाना जाता है, जैसे- ग्रामीण पुनर्निर्माण, ग्रामोद्योग, जन शिक्षा तथा सामुदायिक संगठन या सामुदायिक विकास। भारत में प्रथम योजना के प्रारम्भ में इसे ग्रामीण पुनर्निर्माण या 'ग्रामोद्धार का नाम दिया गया था।

 

  • 2 अक्टूबर, सन 1952 में सामुदायिक विकास और विस्तार सेवा कार्यक्रम का प्रारम्भ हुआ। इस योजना को संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की सहायता से भारत में लागू किया गया। देश में 55 सामुदायिक विकास कार्यक्रमों को प्रारम्भ किया गया। इसी समय अन्न उपजाओ जांच समिति ने गांव के सर्वांगीण विकास के लिये एक ऐसे राष्ट्रीय विस्तार संगठन की स्थापना की सिफारिश की जो घर-घर पहुंच सके और ग्रामीण विकास कार्य में उन्हें सहभागी बना सके। 
  • इस प्रकार की सिफारिशो से जहां सामुदायिक विकास योजना को विकसित होने में सहायता मिली, वहीं राष्ट्रीय विस्तार सेवाखण्ड' की भी स्थापना की गयी।


इस प्रकार सामुदायिक विकास कार्यक्रम दो भागों में विभाजित हो गया 

(1) सामुदायिक विकास योजना तथा

 (2) राष्ट्रीय विस्तार सेवा ।

 

सामुदायिक विकास प्रक्रिया प्रस्तावना

 

  • सामुदायिक विकास वह प्रक्रिया है जिसमें स्थानीय जनता का प्रयास सरकारी संगठन से मिलकर अपनी आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों में उन्नति लाये और इन समुदायों को राष्ट्रीय जीवन के साथ जोड़ा जाये, ताकि वे समग्र विकास में योगदान दे सकें। भारत जैसे विशाल देश । के चहुँमुखी विकास के लिये ग्रामीण विकास पर ध्यान केन्द्रित करना नितान्त आवश्यक है, क्योंकि हमारे देश । की लगभग दो-तिहाई जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है। जब तक ग्रामीण समाज को उन्नति के पथ पर अग्रसर नहीं किया जायेगा, उनकी स्थिति में सुधार नहीं किया जायेगा और ग्रामीण समाज को समन्वित और सतत विकास की प्रक्रिया से नहीं जोड़ा जायेगा, जब तक देश"। में समग्र व समावेशी विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इसी बात को दृष्टिगत रखते हुये ही, स्वतंत्रता प्राप्ति के पचात से विकास कार्यक्रमों व पंचवर्षीय योजनाओं में ग्रामीण विकास को महत्व प्रदान किया गया है। इसका परिणाम यह हुआ है कि भारतीय ग्रामीण समाज में स्वतंत्रता के पचात से अनेक विकासवादी परिवर्तन आये हैं, फिर भी कुछ दिक्कतें अभी भी विद्यमान हैं। 


सामुदायिक विकास योजना का अर्थ एवं परिभाषा

 

सामुदायिक विकास योजना का सामान्य अर्थ

  • सामुदायिक विकास योजना का सामान्य अर्थ किसी समुदाय का विकास करना है। इस विकास के अन्तर्गत मूलतः आर्थिक, सामाजिक तथा सांस्कृतिक पक्ष स्वतः आ जाते हैं। दूसरे शब्दों में, समुदाय की प्रगति इस प्रकार से की जाये कि उसका सर्वांगीण विकास हो सके। 


सामुदायिक विकास योजना की  परिभाषा

सामुदायिक विकास योजना को अनेक विद्वानों ने परिभाषित करने का प्रयास किया है

 

ए० आर० देसाई के अनुसारसामुदायिक विकास योजना की  परिभाषा

  • सामुदायिक विकास योजना वह पद्धति है जिसके द्वारा पंचवर्षीय योजना गांव के सामाजिक तथा आर्थिक जीवन का स्थानान्तरण करने की एक प्रक्रिया प्रारम्भ करना चाहती है।

 

कारल सी० टेलर के अनुसारसामुदायिक विकास योजना की  परिभाषा

  • सामुदायिक योजना वह प्रणाली है, जिसके द्वारा व्यक्ति, जो स्थानीय गांवों में रहते हैं, अपनी आर्थिक एवं सामाजिक दाओं को उन्नत करने में सहायता देने के लिये प्रवृत्त होते हैं तथा भौतिक उन्नति के विकास में प्रभाव" गली कार्यकारी समूह बनाते हैं।'

 

योजना आयोग के अनुसार सामुदायिक विकास योजना की  परिभाषा

  • यह स्वयं ग्रामवासियों द्वारा आयोजित तथा कार्यान्वित किया हुआ एक अनुदान प्राप्त आत्मनिर्भर कार्यक्रम है, सरकार तो केवल टैक्नीकल मार्गद"नि और आर्थिक सहायता प्रदान करती है।

 

संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार सामुदायिक विकास योजना की  परिभाषा

  • सामुदायिक विकास योजना एक प्रक्रिया है जो संपूर्ण समुदाय के लिए उसके पूर्ण सहयोग के लिये, आर्थिक और सामाजिक विकास की परिस्थितियों को उत्पन्न करती है और जो पूर्ण रूप से समुदाय की प्रेरणा पर निर्भर करती है ।

 

उपर्युक्त परिभाषाओं से स्पष्ट होता है सामुदायिक विकास एक समन्वित प्रणाली है जिसके द्वारा ग्रामीण जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयत्न किया जाता है। इस योजना का आधार जन-सहभाग तथा स्थानीय साधन हैं। एक समन्वित कार्यक्रम के रूप में इस योजना में जहां एक ओर शिक्षा प्रशिक्षण, स्वास्थ्य, कुटीर उद्योगों के विकास, कृषि, संचार तथा समाज सुधार पर बल दिया जाता है, वहीं यह ग्रामीणों के विचारों, दृष्टिकोण तथा रूचियों में इस तरह परिवर्तन लाने का प्रयत्न करती है, जिससे ग्रामीण अपना विकास स्वयं करने के योग्य बन सकें। इस दृष्टिकोण से सामुदायिक विकास योजना को सामाजिक-आर्थिक पुनर्निर्माण तथा आत्म-निर्भरता में वृद्धि करने वाली एक ऐसी पद्धति कहा जा सकता है जिसमें सामाजिक, आर्थिक तथा सांस्कृतिक विशेषताओं का समावेश है।

 

सामुदायिक विकास योजना के उद्देश्य

 

सामुदायिक विकास योजना के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं 


(1) ग्रामीण समुदाय का सर्वांगीण विकास करना ।

( 2 ) ग्रामीण व्यक्ति में सामुदायिक भावना का प्रचार व प्रसार करना। 

(3) ग्रामीण व्यक्तियों में उत्तरदायित्व की भावना, आत्म-ज्ञान और स्थानीय समूहों में कार्य करने की प्रवृति का विकास करना 

(4) स्थानीय संस्थाओं को उत्साहित करना जिससे वे ग्रामीण पुनर्निर्माण के कार्य में सहायता कर सकें। 

(5) उत्पादन की पद्धतियों का विकास करना। 

(6) आवागमन एवं सन्देश वाहन के साधनों में वृद्धि करना ।

(7) शिक्षा का पर्याप्त प्रसार व प्रचार करना। 

(8) ग्रामीण स्वास्थ्य तथा स्वच्छता का ध्यान रखना।

( 9 ) ग्रामीण व्यक्तियों को आत्मनिर्भर व प्रगतिशील  होने की प्रेरणा देना। 

(10) कृषि कार्यों में आधुनिक एवं वैज्ञानिक उपकरणों के प्रयोग पर बल देना और उसके महत्व को समझना। 

(11) कुटीर उद्योग-धन्धों को प्रोत्साहित करना ।

(12) रोजगार के नये अवसर खोजना। 

(13) सहकारिता का प्रचार व प्रसार करना। 

(14) सामुदायिक विकास कार्यक्रम को सफल बनाने का प्रयास करना ।

(15) स्त्रियों की दशा  में सुधार करना

 

इस प्रकार सामुदायिक विकास योजना का उद्देश्य सम्पूर्ण ग्रामीण जीवन का सर्वांगीण विकास करना तथा ग्रामीण समुदाय की प्रगति एवं श्रेष्ठतम जीवन स्तर के लिए प्रदर्शन  करना है।


विषय सूची-

 

सामुदायिक विकास योजना का अर्थ एवं परिभाषा एवं उद्देश्य

सामुदायिक विकास योजनाओं का वर्तमान स्वरूप ग्रामीण

सामुदायिक विकास कार्यक्रम एवं ग्रामीण सामाजिक संरचना में परिवर्तन

समन्वित ग्रामीण विकास कार्यक्रम का अर्थ आरम्भ एवं महत्व

समन्वित ग्रामीण विकास कार्यक्रमों के मार्ग में बाधाऐं

भारत में सामुदायिक विकास के विभिन्न कार्यक्रम

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