आशा कार्यकर्ता कौन होती हैं |आशा कार्यकर्ता के बारे में |ASHA worker kaun hai

आशा कार्यकर्ता कौन होती हैं 

आशा कार्यकर्ता के बारे में 

आशा कार्यकर्ता कौन होती हैं |ASHA worker kaun hai



 सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) का पृष्टभूमि

  • राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की शुरूआत के साथ भारत सरकार ने समुदाय और सार्वजनिक स्वास्थ्य तंत्र के बीच एक कड़ी के रूप में सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) को प्रस्तावित किया। 
  • पहले उपकेन्द्रों पर अधिक आबादी को स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का दबाव था एवं ए.एन.एम. को अत्यधिक काम करना पड़ रहा था। 
  • इसलिए आशा के माध्यम से घर-घर स्तर पर स्वास्थ्य देखभाल पहुंचाने को मिशन की एक मुख्य रणनीति बनाया गया। वर्ष 2005-06 में आशा कार्यकर्ताओं का चयन शुरू  किया गया था।

ASHA worker full form-Accredited social health activist (ASHA)


  • आशा समुदाय में एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता की तरह है।
  • प्रत्येक गांव पर एक हजार जनसंख्या पर एक आशा का प्रावधान है। आदिवासी/पहाड़ी इलाकों में प्रत्येक टोले में आशा हो सकती है।
  • आशा ग्राम सभा की बैठक में चयनित की जायेगी।
  • आशा उन महिलाओं में से चुनी जायेगी जो शादीशुदा/विधवा/परित्यक्ता और 25 से 45 वर्ष के बीच की हो। वह उसी गांव की रहने वाली हो एवं कम से कम 8 वीं तक की शिक्षा प्राप्त हो।
  • आशा पंचायत के प्रति जवाबदेह होगी।
  • आशा आंगनबाड़ी के जरिये काम करेंगी।
  • आशा एक अवैतनिक/ वैतनिक स्वयंसेवक है  
  • आशा काम के आधार पर प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने की हकदार होगी। समुदाय के लिए आशा की सभी सेवाएं निःशुल्क होगीं।
  • आशा को गर्भावस्था, प्रसव के दौरान देखभाल व बाद की देखभाल, नवजात शिशु की देखभाल और स्वच्छता पर प्रशिक्षण दिया जायेगा।


आशा कार्यकर्ता की भूमिका एवं जिम्मेदारियाँ

  • आशा स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलानेे की जिम्मेदारी निभायेगी जैसे
  • समुदाय को पोषण और स्वच्छता आदि के बारे में जानकारी देना।
  • वर्तमान स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में लोगों को जानकारी उपलब्ध कराना और स्वास्थ्य केन्द्रों पर जो स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध है , उनके प्रति समुदाय को प्रेरित करना और उन तक पहुँच में सहायता करना।
  • गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण करना और गरीब महिलाओं को गरीबी रेखा प्रमाण पत्र दिलाने में मदद करना।
  • प्रसव के लिए तैयारी, सुरक्षित प्रसव, स्तनपान, गर्भनिरोधकों, यौन संक्रमण, प्रजनन अंगों के संक्रमण व शिशु की देखभाल के संबंध में सलाह देना।
  • जरूरतमंद गर्भवती महिलाओं, बच्चों को पास के स्वास्थ्य केन्द्र पर इलाज के लिये ले जाना या वहां तक पहुँचने के लिए व्यवस्था करना।
  • पूर्ण टीकाकरण को बढ़ावा देना।
  • छोटी बीमारियों के लिये प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल उपलब्ध करवाना। आशा को सरकार के द्वारा दवाओं का एक किट दिया जायेगा जिसमें आम रोगों के लिए आयुष और अंग्रेजी दवाएं भी शामिल होंगी।
  •  घरेलू शौचालयों के निर्माण को बढ़ावा देना।
  • आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व एएनएम के साथ माह में एक या दो स्वास्थ्य दिवस आयोजित करना।
  • आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा दी जाने वाली आवश्यक सुविधाओं जैसे गर्भनिरोधक गोलियां, निरोध, आयरन की गोलियों आदि के लिये डिपो होल्डर का भी काम करेंगी।


आशा कार्य हेतु आवेदक महिला

  • आवेदक महिला गांव की निवासी विवाहित/विधवा/तलाकषुदा हो।
  • उसकी आयु 25 से 45 वर्ष हो।
  • उसने कक्षा 8वीं (उत्तीर्ण) तक औपचारिक षिक्षा प्राप्त की हो,
  • यदि 8वीं पास कोई ऐसी महिला उस ग्राम में न हो तो उस स्थिति में पाचवीं पास महिला का चयन आशा के रूप मे किया जा सकता है।


आशा चयन की प्रक्रिया :

  • आशा का चयन ग्राम सभा द्वारा किया जाता है |


आशा की भूमिका

  • आशा की भूमिका बहुत व्यापक है इसे एक सामान्य सरकारी कर्मचारी से अलग देखना होगा। आशा मान्यता प्राप्त सामाजिक (सक्रिय/कर्मठ) स्वास्थ कार्यकर्ता है। वर्तमान में म.प्र. में 60105 आशा चयन के लक्ष्य के विरूद्ध़ 57317 आशा चयनित होकर कार्यरत हैं। 3922 आशा सहयोगी चयन लक्ष्य के विरूद्ध 3640 चयनित होकर कार्यरत हैं।

 

  • आशा गाँव के स्वास्थ्य विकास हेतु बीमारियों से बचाव तथा स्वास्थ्यवर्धन के कार्य करती है।
  • ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस को आयोजित करने में आशा की प्रमुख भूमिका है। इस दिन बच्चों को टीकाकरण के लिए केन्द्र लाना, माता तथा गर्भवती स्त्रियों को आंगनबाड़ी केन्द्र लाकर उनकी जांच तथा स्वास्थ्य षिक्षा करने में मदद करना।
  • सुरक्षित मातृत्व एवं बाल मृत्यु दर कम करने के लिए संस्थागत प्रसव के लिए आशा प्रमुख प्रेरक है। वह प्रसव के समय गर्भवती महिला के साथ स्वास्थ्य संस्था में जाती है तथा उसके साथ मदद के लिए कम से कम दो दिन तक रूकती है।
  • गाँव में स्वच्छता, साफ पानी, सुरक्षित मातृत्व, बच्चों का स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं पोषण आदि के बारे में जागरूकता तथा ग्रामवासियों द्वारा इसे हासिल करने में आशा की भूमिका है। यह कार्य आशा ए.एन.एम., एम.पी.डब्ल्यू तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ मिलकर करती है।


आशा कार्यकर्ता के लिए प्रोत्साहन राशि

  • आशा कार्यकर्ता को स्वास्थ्य के क्षेत्र में विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों व गतिविधियों के संचालन व समन्वय करने में सहयोग हेतु कार्य आधारित प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाता है।


आशा के लिए सहयोगी तंत्र

प्रेरित होकर बेहतर रूप से कार्य करने के लिये आशा को सामाजिक एवं शासकीय सहयोग तथा प्रोत्साहन की आवष्यकता होती है। इस हेतु निम्नलिखित अनुसार पहल की गई है:-


  • राज्य स्तर पर आशा रिसोर्स सेण्टर, संभाग स्तर पर संभागीय कम्युनिटी मोबिलाईजर, जिला स्तर पर जिला कम्युनिटी मोबिलाईजर, ब्लॉक स्तर पर ब्लॉक कम्युनिटी मोबिलाईजर तथा 10 से 12 गांव पर आशा सहयोगी का दायित्व निर्धारित किया गया है।


आशा का प्रशिक्षण

आशा की क्षमता विकास हेतु विभिन्न प्रशिक्षण की योजना का प्रावधान है। समय समय पर यह प्रशिक्षण, राज्य स्तर पर आयोजित किये जाते हैं। आशा की क्षमता विकास हेतु विभिन्न प्रशिक्षण की योजना का प्रावधान है -

1. इण्डक्सन/प्रारंभिक मॉड्यूल 8 दिवसीय।

2. 6 एवं 7 मॉड्यूल 5 दिन, 4 राउण्ड।

3. 6 एवं 7 का रेफ्रेशर 5 दिन।

4. आशा सहयोगी 3 दिन प्रति वर्ष एक वार।

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