काल कोठरी की घटना तथा उससे जुड़ी सच्चाई | Kaal Kothri Ki Ghatna Aur Fact

काल कोठरी की घटना तथा उससे जुड़ी सच्चाई | Kaal Kothri Ki Ghatna Aur Fact

काल कोठरी की घटना तथा उससे जुड़ी सच्चाई | Kaal Kothri Ki Ghatna Aur Fact


 

  • सिराजुद्दौला को अंग्रेज व्यापारियों के खिलाफ कदम उठाना पड़ा तथा उसने अंग्रेजों की कासिम बाजार की फैक्ट्री पर अधिकार कर लिया। इसके पश्चात् नबाब ने फोर्ट विलियम पर आक्रमण किया। अंग्रेज अधिकारी वहाँ से भाग निकले तथा जिन्हें बन्दी बनाया गयाउन्हें एक कोठरी में बन्द कर दिया गया।
  • जिस कोठरी में अंग्रेजों को बन्दी बनाया गयाउस घटना को हॉलवेल ने बहुत बढ़ा चढ़ा कर प्रस्तुत कियाताकि अंग्रेज भड़क उठे। इस घटना को हम इतिहास में काली कोठरी के नाम से जानते है | 
  • बी0 के गुप्ता के अनुसार हॉलवेल नेजो उन बन्दियों में से एक था एक कोठरी की घटना को झूठे ढंग से बढ़ा चढ़ा कर लिखा। हॉलवेल के बयानों में ही विभिन्नता है। पहले बयान के अनुसार बन्दियों की कुल संख्या 165 से 170 थी। दूसरे बयान में उसने बन्दियों की संख्या 146 बताई। 
  • इतिहासकार लिटिल इस बयान से सहमत नहीं हैं। उनका मानना है कि बन्दियों में महिलाएं तथा बच्चे शामिल नहीं थे। 
  • जादुनाथ सरकार के अनुसार बन्दियों की संख्या 60 से अधिक नहीं थी। 
  • एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि हॉलवेल ने यह कहानी अपनी इंग्लैण्ड की यात्रा के समय लिखी थी इसलिए इस कहानी का बंगाल की तुरन्त घटनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।

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