प्रति वर्ष 12
जनवरी को भारत राष्ट्रीय युवा दिवस "युवा दिवस" या "स्वामी
विवेकानंद जन्म दिवस" के रूप में मनाया जाता है।
अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस (International
Youth Day) पूरे
विश्व में 12 अगस्त को मनाया जाता है। पहली बार सन 200 में इसका आयोजन आरम्भ किया गया था।
राष्ट्रीय युवा
दिवस प्रथम बार कब मनाया गया
राष्ट्रीय युवा
दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने के लिये वर्ष 1984 में
भारतीय सरकार द्वारा इसे पहली बार घोषित किया गया था।
1985 से पूरे देश भर में राष्ट्रीय युवा दिवस
के रुप में इसे मनाने की शुरुआत हुई।
राष्ट्रीय युवा
दिवस की पृष्ठभूमि
संयुक्त राष्ट्र
संघ के निर्णयानुसार सन् 1985 ई. को अन्तरराष्ट्रीय युवा वर्ष घोषित किया गया था|
भारत सरकार ने
घोषणा की कि सन 1985 से 12 जनवरी यानी स्वामी विवेकानन्द जयन्ती का दिन राष्ट्रीय
युवा दिन के रूप में देशभर में सर्वत्र मनाया जाए|
राष्ट्रीय युवा दिवसका मुख्य लक्ष्य भारत के युवाओं के बीच स्वामी
विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के महत्व को फैलाना है।
12 जनवरी को
राष्ट्रीय युवा दिवस क्यों मनाया जाता है?
स्वामी
विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था । स्वामी विवेकानंद का दर्शन और
उनके आदर्श की ओर देश के सभी युवाओं को प्रेरित करने के लिये के उद्देश्य से प्रति
वर्ष उनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
राष्ट्रीय युवा दिवस की थीम
2011 की थीम थी “सबसे पहले भारत।”
2012 की थीम थी “विविधता में एकता का जश्न।”
2013 की थीम थी “युवा शक्ति की जागरुकता।”
2014 की थीम थी “ड्रग्स मुक्त संसार के लिये युवा।”
2015 की थीम थी “यंगमंच और स्वच्छ, हरे और प्रगतिशील भारत के लिये युवा।” “(इसका नारा था, ‘हमसे है नयी शुरुआत’)”।
2016 की थीम है “विकास, कौशल और सद्भाव के लिए भारतीय युवा।”
वर्ष 2017 में राष्ट्रीय युवा दिवस के लिए थीम
"डिजिटल इंडिया के लिए युवा" था।
वर्ष 2018 में राष्ट्रीय युवा दिवस के लिए थीम
"संकल्प से सिद्ध" था।
वर्ष 2019 में राष्ट्रीय युवा दिवस के लिए थीम राष्ट्र
निर्माण में युवा शक्ति का इस्तेमाल.
वर्ष 2020 में राष्ट्रीय युवा दिवस के लिए थीम राष्ट्र निर्माण के लिए चैनलाइजिंग यूथ पावर
वर्ष 2021 में राष्ट्रीय युवा दिवस के लिए थीम "YUVAAH - उत्सव नए भारत का"
स्वामी
विवेकानंद के बारे में जानकारी
वास्तविक नाम-नरेन्द्र नाथ दत्त
जन्म-12 जनवरी 1863
जन्म स्थान-कलकता,बंगाल
पिता- विश्वनाथ दत्त
माता- भुवनेश्वरी देवी
गुरु - राम कृष्ण परमहंस
गुरु माता - शारदा देवी
स्वामी विवेकानंद पर वन लाइनर
स्वामी
विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी, 1863
को हुआ तथा उनके बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था।
वह रामकृष्ण
परमहंस के एक मुख्य शिष्य और भिक्षु थे।
शिकागो में 1893
में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया
था
उन्होंने वेदांत
और योग के भारतीय दर्शन का परिचय पश्चिमी दुनिया को कराया।
वर्ष 1897 में
विवेकानंद ने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस की मृत्यु के पश्चात् रामकृष्ण मिशन की
स्थापना की। इस मिशन ने भारत में शिक्षा और लोकोपकारी कार्यों जैसे- आपदाओं में
सहायता, चिकित्सा सुविधा, प्राथमिक और उच्च शिक्षा तथा जनजातियों
के कल्याण पर बल दिया।
1899 में
अमेरिका से लौटते हुए वो बीमार हो गए, और उनकी बिमारी 2-3 वर्षों तक रही इसके बाद 4 जुलाई 1902 को उनका
स्वर्गवास हो गया.
राष्ट्रीय युवा संसद NYPF
31 दिसंबर 2017 को अपने मन की बात संबोधन में
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय युवा संसद समारोह (National Youth Parliament Festival) का जिक्र किया था.
अपने विचार से प्रेरणा लेते हुए पहला NYPF 12 जनवरी से 27 फरवरी 2019 तक
"न्यू वॉयस ऑफ द न्यू इंडिया" थीम के साथ आयोजित किया था. जिस कार्यक्रम
में कुल 88,000 युवाओं ने भाग लिया था.
राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव (एनवाईपीएफ) का
उद्देश्य 18 से 25 वर्ष के बीच के युवाओं की आवाज़ को सुनना है।
दूसरा एनवाईपीएफ 23 दिसंबर, 2020 को वर्चुअल मोड के माध्यम से
लॉन्च किया गया था। पहले चरण में देश भर के 2.34 लाख युवाओं ने भाग लिया। 1 से 5
जनवरी तक वर्चुअल मोड के माध्यम से राज्य युवा संसदों द्वारा इसका अनुसरण किया
गया।
राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2021
2021 का 24 वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव वर्चुअल
मोड में आयोजित किया
राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2021की थीम युवा-उत्साह नए भारत का'है।
पहली बार वर्ष 1995 में भोपाल (उ.प्र.) में
आयोजित किया गया था।
राष्ट्रीय युवा महोत्सव हर साल 12 से 16 जनवरी
तक मनाया जाता है. 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस
के रूप में मनाया जाता है.
24 वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का समापन 16
जनवरी, 2021 को डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में होगा.
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