रिवर्स आस्मोसिस क्या होता है What is reverse osmosis

 

रिवर्स आस्मोसिस क्या होता है


रिवर्स आस्मोसिस क्या होता है What is reverse osmosis


रिवर्स आस्मोसिस  जल शुद्धिकरण की श्रेष्ठ तकनीक

रिवर्स आस्मोसिस (reverse osmosis) तकनीक जिसे आर.ओ. के नाम से जाना जाता है, जल शुद्धिकरण की श्रेष्ठ तकनीक है। जल से खारेपन (नमक) को अलग करने के लिए इस तकनी का उपयोग किया जाता है। इस तकनीक की खोज वैज्ञानिक एर्वे एवं नौलेट ने 1748 में की थीरिवर्स आस्मोसिस तकनीक में जल को कई अर्द्धपारगम्य झिल्लियों से गुजारा जाता है। यह झिल्ली जल से निलंबित ठोस पदार्थों जिसका आकार 3-6 नैनोमीटर होता है को अलग कर देती है। झिल्ली के द्वारा सूक्ष्म बैक्टीरिया को भी अलग कर दिया जाता है जो शरीर के लिए हानिकारक होते हैं।

अर्द्धपारगम्य झिल्ली को दो विलयनों के बीच इस प्रकार रखा जाता है कि यह विलेय कणों के प्रवाह को रोक सके। किन्तु जो विलायक कण झिल्ली से निकल जाते हैं वे फिल्टर नहीं हो पाते हैं क्योंकि जब क घोल का घटक झिल्ली से फिल्टर होता है तो दूसरा घटक इसे रोक रखता है। लेकिन विलायक संचलन द्वारा दूसरे घटक को भी झिल्ली द्वारा फिल्टर किया जाता है जिस आस्मोसिस कहते हैं।

घरों में प्रयोग किए जाने पर यह तकनीक 220 से 240 पीपीएम युक्त जल को स्वच्छ कर 25 पीपीएम तक ले आती है।

एक घरेलू आरओ प्रणाली के मुख्यतः 5 हिस्से होते हैं जिनसे गुजरते हुए जल पूरी तरह शुद्ध होकर हम तक पहुंचता है।

1- प्रैक्टिकल फिल्टर

  • इसे पी-फिल्टर भी कहते हैं। सबसे पहले पानी को पी फिल्टर से गुजारा जाता है। संवेदनशील झिल्यिों की लंबी आयु के लिए पी- फिल्टर का उपयोग आवश्यक है। पी-फिल्टर पानी में उपस्थित धूल मिट्टी के कणों को झिल्लियों तक ले जाने से रोकता है।

2- आर.ओ. फिल्टर

  • रिवर्स आस्मोसिस प्रणाली का काम यहीं से प्रारंभ होता है। उपकण में सामान्यतः 7 प्रकार की झिल्लियां होती हैं। इन झिल्लियों से गुजरते हुए पानी हानिकारक रसायन और बैक्टीरिया से मुक्त हो जाता है।

3- स्टोरेज टेैंक

  • झिल्लियों से फिल्टर होने के बाद पानी को स्टोरेज टैंक में जमा किया जाता है।

4- पोस्ट फिल्टर

  • अंतिम रूप से पानी का एक बार फिर पारगम्य झिल्लियों से गुजारा जाता है। यह अंतिम सुरक्षात्मक उपाय है।

5- डिलीवरी टैप

  • पूरी तरह शुद्ध होने के बाद पानी उपकरण के उस हिस्से में पहुंचता है जिसमें टैप लगा होता है। इस टैप से ही शुद्ध जल प्राप्त किया जाता है।

आर.ओ. तकनीक के लाभ  Benefits of Ro technology

  • इस तकनीक का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इससे बोरवेल, म्युनिसिपल अथवा पानी की टंकी मंे स्टोर किए जल को शुद्ध किया जा सकता है। यह पानी से बैक्टीरियां एवं वायरस को नहीं हटाती बल्कि पानी में घुली अशुद्धियों को भी हटाती है। आज विश्व के 13000 से अधिक रिवर्स आस्मोसिस संयत्रों के द्वारा 300 लाख घन मीटर से अधिक शुद्ध जल का उत्पादन हो रहा है। घरेलू स्तर पर रिवर्स आस्मोसि उपकरणों का व्यापक रूप से प्रयोग हो रहा है। यह दिनोदिन बढ़ता जा रहा है।

आर.ओ. तकनीक के दोष

  • आर.ओ. तकनीक के कुछ दोष भी हैं। घरेलू स्तर पर यह उपकरण पानी में घुली अशुद्धियों को निकालते समय जल में मौजूद स्वास्थ्यवर्धक खनिजों को भी निकाल देता है। कभी-कभार लगातार इस्तेमाल से झिल्लियों के छेद बड़े हो जाते हैं जिससे जल की शुद्धता में कमी आती है। शुद्ध जल उत्पादन करने वाले औद्योगिक संयत्रों में भी इस प्रकार की कठिनाई देखी गयी है। सूक्ष्म जैवीय गतिविधियों के कारण एक जैविक परत बन जाती है जो झिल्लियों को अवरूद्ध कर देती है। ऐसे में झिल्ली पर प्रतिबल बढ़ने से झिल्ली के नष्ट होने का खतरा बढ़ जाता है।

No comments:

Post a Comment

Powered by Blogger.