जब कोई सूचना, निर्देश अथवा अनुदेश अपने अधीन कार्यालय या कार्यालयों को देनी हो, तो एक परिपत्र निकाला जाता है जिस पर या
जिसके साथ नत्थी एक अलग तावपर सारे अमला (कर्मचारीगण) के हस्ताक्षर हो जाते हैं
ताकि सूचना पाने का प्रमाण रहे।
प्रायः इस तरह का नोटिस आंतरिक और व्यापक जानकारी
के लिए वितरित और प्रसारित किया जाता है।
प्रायः कार्यालयों में परिपत्र मुद्रित फार्म
होते हैं जिन पर कार्यालय या कार्यालय का नाम मुद्रित रहता है। यह पत्र लगभग
ज्ञापन के रूप में रहता है।
परिपत्र कैसे लिखते हैं
सबसे ऊपर तद्विषयक पंजी के अनुसार परिपत्र
संख्या लिख दी जाती है और उसके बाद थोड़ी जगह छोड़कर अगली पंक्ति के लगभग मध्य में
विषय का संकेत रहता है।
प्रेषक का नाम तभी दिया जाता है जब परिपत्र मुख्यालय से
बाहर अधीनस्थ कार्यालयों को प्रेषित किया जाता है।
इसमें संदर्भ, संबोधन और अधोलेख (भवदीय) की आवश्यकता
नहीं होती है। हस्ताक्षर और कोष्ठकमें
नाम तथा पदनाम अंकित होता है।
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