Vishv Viklang Divas | विश्व विकलांग (दिव्यांग ) दिवस 3 दिसम्बर |World Disabled (Divyang) Day 3 December


World Disabled (Divyang) Day 3 December
कब मनाया जाता है 
प्रतिवर्ष 3 दिसम्बर

पृष्ठभूमि

  • प्रथम बार विकलांग (दिव्यांग) दिवस वर्ष 1992 में मनाया गया था।
  •  दिव्यांगों के प्रति लोगों की मानसिकता में बदलाव लाने और प्रत्येक दिव्यांग को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए वर्ष 1976 में संयुक्त राष्ट्र की आम सभा द्वारा वर्ष
  •  1981 को विश्व विकलांग (दिव्यांग )वर्ष घोषित किया गया था।
  •  दिव्यांगों के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए है वर्ष 1991 में संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय विकलांग (दिव्यांग) दिवस के रूप में मनाने की स्वीकृति प्रदान की थी । एक दिवस के तौर पर इस आयोजन की औपचारिक शुरुआत वर्ष 1992 में हुई थी।
  • दिव्यांग दिवस के अवसर पर कई जगहों पर दिव्यांगों द्वारा बनाई गई पेंटिंग थी या अन्य चीजों की प्रदर्शनी लगाई जाती है साथ ही साथ अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए दिव्यांगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक भी किया जाता है।
  • वर्ष 2030 तक संयुक्त राष्ट्र एक एजेंडा तैयार किया है जिसका मकसद है कि इस दौर में कोई भी व्यक्ति पीछे ना छूटे फिर वह चाहे दिव्यांग ही क्यों ना हो इसलिए  संयुक्त राष्ट्र की ओर से इस दिन खास कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।


 विश्व दिव्यांग दिवस के लिए विषय निर्धारण
  • विश्व विकलांगता दिवस के लिए प्रति वर्ष एक विषय का निर्धारण किया जाता है।
  • वर्ष 2019  का विषय सभी के लिए शांति और विकास ।
  • वर्ष 2018  का विषय दिव्यांग व्यक्तियों को सशक्त बनाओ और उनके समावेश और समानता को सुनिश्चित करो।

विश्व दिव्यांग दिवस मनाए जाने के लक्ष्य

  • दिव्यांग जनों को कौशल विकास के लिए प्रोत्साहित करना।
  • दिव्यांगजन की अक्षमता के मुद्दे के प्रति लोगों की जागरूकता और समझ को बढ़ाना भी इस दिवस को मनाए जाने का एक उद्देश्य है।
  • राजनीतिक ,आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में दिव्यांग जनों की भागीदारी सुनिश्चित करना।
  • दिव्यांगों के प्रति लोगों की मानसिकता में बदलाव लाना भी इसका एक उद्देश्य है।

No comments:

Post a Comment

Powered by Blogger.