अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2023 : थीम (विषय) इतिहास उद्देश्य महत्व | International Day of the Girl 2023Theme

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2023 : थीम (विषय) इतिहास उद्देश्य महत्व

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2023 : थीम (विषय) इतिहास उद्देश्य महत्व |  International Day of the Girl 2023Theme

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2023: थीम (विषय) इतिहास उद्देश्य महत्व

  • दुनिया भर में युवा लड़कियों की आवाज़ को सशक्त करने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिये प्रतिवर्ष 11 अक्तूबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस’ का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष ‘अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस’ की थीम ‘अब हमारा समय है - हमारे अधिकार हमारा भविष्य ’(Our time is now—our rights, our future)  है। 
  • इस दिवस की शुरुआत युवा महिलाओं के समक्ष मौजूद चुनौतियों का समाधान करने हेतु एक गैर-सरकारी, अंतर्राष्ट्रीय कार्य योजना के रूप में की गई थी। वर्ष 1995 में बीजिंग में आयोजित ‘महिला विश्व सम्मेलन’ के दौरान युवा एवं संवेदनशील महिलाओं पर केंद्रित एक कार्यक्रम की आवश्यकता महसूस की गई। इसी आवश्यकता के मद्देनज़र 19 दिसंबर, 2011 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 11 अक्तूबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस’ के रूप में घोषित करने का एक प्रस्ताव पारित किया गया था। गौरतलब है कि लैंगिक समानता एवं महिला सशक्तीकरण जैसे लक्ष्य संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2015 में अपनाए गए कुल 17 सतत् विकास लक्ष्यों का एक अभिन्न अंग है। इस प्रकार ‘अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस’ महिलाओं और लड़कियों, जो कि विश्व की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती हैं, को सशक्त बनाने हेतु आवश्यक कदम उठाने पर ज़ोर देता है।


अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2023 : थीम (विषय)

  • ‘अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस’ 2023  की थीम "Invest in Girls' Rights: Our Leadership, Our Well-being"

  • ‘अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस’ 2022 की थीम ‘अब हमारा समय है - हमारे अधिकार हमारा भविष्य ’(Our time is now—our rights, our future)  है। 
  • वर्ष 2019 के लिये अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम "Girl Force: Unscripted and Unstoppable" है जबकि राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम “उज्जवल कल के लिये लड़कियों का सशक्तीकरण” ('Empowering Girls for a Brighter Tomorrow') थी।
  • वर्ष 2018 में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम “With Her: A Skilled GirlForce” थी।


अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य:

  • बालिकाओं के अधिकारों का संरक्षण करना
  • उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों एवं कठिनाईयों की पहचान करना
  • समाज में जागरूकता लाकर बालिकाओं को बालकों के समान अधिकार दिलाना


पहली बार अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन

पहली बार अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन वर्ष 2012 में किया गया था। प्रथम अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम “बाल विवाह की समाप्ति” (Ending Child Marriage) थी।

 

राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day) 24 जनवरी 

  • 24 जनवरी को भारत राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day) के रूप में मनाता है।
  • राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत पहली बार वर्ष 2008 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (Ministry of Women and Child Development) द्वारा की गई थी।
  • इसका मुख्य उद्देश्य लड़कियों के प्रति समाज का नज़रिया बदलने, कन्या भ्रूण हत्या को कम करने और घटते लिंगानुपात के बारे में जागरूकता पैदा करना है।


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