विश्व थायराइड दिवस 2022 : उद्देश्य इतिहास महत्व | World thyroid day 2022 in HIndi

विश्व थायराइड दिवस 2022 : उद्देश्य इतिहास महत्व 
( World thyroid day 2022 in Hindi)

विश्व थायराइड दिवस 2022 : उद्देश्य इतिहास महत्व | World thyroid day 2022 in HIndi

विश्व थायराइड दिवस 2022 : उद्देश्य इतिहास महत्व


विश्व थायराइड दिवस कब मनाया जाता है ?

  • विश्व थायराइड दिवस प्रतिवर्ष 25 मई को मनाया जाता है । 
विश्व थायराइड दिवस प्रथम बार कब मनाया गया था ?
  • विश्व थायराइड दिवस की शुरुआत वर्ष 2008 में की गई थी।

विश्व थायराइड दिवस के उद्देश्य क्या हैं ?

  • इस दिवस की स्थापना मुख्य रूप से थायराइड के नए उपचारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और शिक्षा तथा रोकथाम कार्यक्रमों की तत्काल आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करने के लिये विश्व स्तर पर अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन (ATA) और यूरोपीय थायराइड एसोसिएशन (ETA) के नेतृत्त्व में चल रहे अभियान के एक हिस्से के रूप में की गई थी। 


विश्व थायराइड दिवस 2022 के बारे में जानकारी 

  • थायराइड के संबंध में जागरूकता बढ़ाने और इसके उपचार हेतु लोगों को शिक्षित करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 25 मई को विश्व थायराइड दिवस का आयोजन किया जाता है। विश्व थायराइड दिवस की शुरुआत वर्ष 2008 में की गई थी। इस दिवस की स्थापना मुख्य रूप से थायराइड के नए उपचारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और शिक्षा तथा रोकथाम कार्यक्रमों की तत्काल आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करने के लिये विश्व स्तर पर अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन (ATA) और यूरोपीय थायराइड एसोसिएशन (ETA) के नेतृत्त्व में चल रहे अभियान के एक हिस्से के रूप में की गई थी। थायराइड ग्रंथि, गर्दन के सामने वाले हिस्से में पाई जाती है। आँकड़ों के अनुसार, प्रत्येक 10वाँ वयस्क हाइपोथायराॅॅयडिज़्म (Typothyroidism) रोग से ग्रसित है, इस रोग में थायराइड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हार्मोन्स का उत्पादन नहीं कर पाती है।

 

 

थायराइड:

  • थायराइड ग्रंथि, गर्दन के सामने वाले हिस्से में पाई जाती है।
  • प्रत्येक 10वाँ वयस्क हाइपोथायरायडिज्म (Typothyroidism) रोग से ग्रसित है, इस रोग में थायराइड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हारमोंस का उत्पादन नहीं कर पाती है।
  • थायराइड की वजह से महिलाओं में पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (Poly Cystic Ovary Syndrome) और बांझपन का अधिक खतरा रहता है।


पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (Poly Cystic Ovary Syndrome- PCOS):

  • पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम प्रजनन आयु की महिलाओं में एक हार्मोनल विकार है।
  • PCOS के कारण महिलाओं में मासिक धर्म की निरंतरता प्रभावित होती है, साथ ही  एंड्रोजन हार्मोन का स्तर भी कम या ज़्यादा हो सकता है।
  • PCOS में नियमित रूप से अंडाणु भी नही विकसित हो पाते हैं।

 

थायराइड और मधुमेह:

  • किसी व्यक्ति को थायरॉयड और मधुमेह दोनों रोग हो सकता है।
  • मेटाबॉलिक सिंड्रोम (Metabolic Syndrome), इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance), टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज आदि, थायराइड के जोखिम को दोगुना कर देते हैं। साथ ही थायरॉइड भी मेटाबॉलिक सिंड्रोम और टाइप 2 डायबिटीज की प्रभावित को बढ़ाती है।
  • अधिक वज़न या मोटापे से ग्रस्त लोगों में इस प्रकार के रोगों के पाए जाने की संभावना सामान्य लोगों की अपेक्षा ज़्यादा होती है।


थायरॉक्सिन (Thyroxine) 

  • आधारी उपापचय अर्थात् कोशिकीय ऑक्सीजनन का नियमन करता है जिसके कारण ऊष्मा उत्पन्न होती हैं। यह वृद्धि और परिवर्धनअस्थियों के अस्थीभवनशरीर के तापक्रममानसिक विकास आदि का नियंत्रण करता है।

 

थायरॉक्सिन के अल्प स्रवण (हाइपोथायरॉयडिज्म) से तीन विकार उत्पन्न हो जाते हैं-

 

  • सरल गलगंड-थायरॉयड का विवर्धन जो गर्दन में एक सूजन के रूप में दिखाई देता है। यह विकार भोजन में आयोडीन की कमी के कारण उत्पन्न होता हैक्योंकि थॉयरॉयड के हॉर्मोनों के उत्पादन के लिए आयोडीन की आवश्यकता होती है।

 

  • अवटुवामनता (cretinism = क्रेटीनता) शरीर की वृद्धि बहुत कम (वामनता) और मंद बुद्धि (मानसिक मंदता ) । 


  • मिक्सीडेमा (Myxoedema) चेहरे और हाथों पर सूजन आ जाना। ऐसा व्यक्ति सामान्य रूप से आलसी हो जाता है।

 

थायरॉक्सिन का अतिस्रवण (हाइपरथॉयरॉयडिज्म)

  • थायरॉक्सिन का अतिस्रवण (हाइपरथॉयरॉयडिज्म) के कारण एक्सोफ्थैल्मिक (बाहर की तरफ निकले हुए नेत्र) गलगंड हो जाता है। इस विकार के कारण उपापचयी दर बढ़ जाती है। हृदय - स्पंद तीव्र हो जाता हैदम फूलने लगता हैसाँस हल्की पड़ जाती हैआँखें बाहर की तरफ निकल आती है और गर्दन में गलगंड बन जाता है।

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