मनोवृत्ति के तत्व | Elements of Attitude in Hindi

मनोवृत्ति के तत्व | Elements of Attitude in Hindi


मनोवृत्ति के तत्व | Elements of Attitude in Hindi

 


  • किसी वस्तु के प्रति अनुकूल एवं प्रतिकूल मूल्यांकन जो कि किसी व्यक्ति की मनोवृत्ति को परिभाषित करता है। उसे करने के लिए इच्छामहसूस एवं विश्वास के रूप में प्रदर्शित किया जा सकता है। इसे मनोवृत्ति के तीन तत्व या तीन संरचनाओं के रूप में देखा गया है। यह तीन तत्व ही मनोवृत्तियों के मूल निर्माण का ढांचा कहे जा सकते हैं। उदाहरण मेरा मूल विश्वास है कि योग व्यायाम का उत्तम तरीका हैमैं महसूस कर रहा हूँ कि मेरा झुकाव इस ओर है इसलिए मेरी इच्छा है कि मैं प्रातःकाल प्रतिदिन योग करूँ।

 

मनोवृत्ति के तत्व 

  1. संवेगात्मक संघटक
  2. क्रियात्मक/व्यवहारात्मक संघटक
  3. संज्ञानात्मक संघटक

 

1. संवेगात्मक संघटक- Affective factor

  • ये मनोवृत्ति का यह संघटक व्यक्ति के भावनात्मक पक्ष से जुड़ा हुआ है। किसी भी मनोवृत्ति को प्रभावशाली ढंग से प्रदर्शित होने के लिए भावोंसंवेदनों की आवश्यकता होती है। अर्थात मनोवृत्ति में संवेगमूल्य और विश्वास सम्मिलित हैं। 
  • उदाहरणस्वरूप- कैंसर के रोगियों को देखकर दुःख का भाव उत्पन्न होना।

 2. व्यवहारात्मक संघटक (Behavioural factor)

  • क्रिया करने की प्रकृति या तत्परता को व्यवहारात्मक संघटक कहते हैं। यह घटक व्यक्ति के व्यवहार को निर्देशित करता है। जैसे- क्रोधित होनाभेदभाव करना पसंद करनापक्षपात करना इत्यादि।

  

(3) संज्ञानात्मक संघटक (Congnative factor)

  • संज्ञानात्मक संघटक में किसी वस्तुस्थिति या व्यक्ति के संबंध में पक्ष या विपक्ष में निर्णय-निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विचार प्रक्रिया के निर्माण का महत्वपूर्ण आधार भी यही है। जो मनोवृत्ति को कबकहाँकैसेकिससेकिस पर किस मात्रा में प्रदर्शित किया जाए यह संज्ञान द्वारा निर्धारित होता है। एक अन्य उदाहरण के माध्यम से भी मनोवृत्ति के संघटकों को हम समझ सकते हैं। योग शिविर में हम संवेगात्मक व्यवहारात्मक एवं संज्ञानात्मक पक्षों को देख सकते हैं।

 

निःशुल्क योग शिविर

 

व्यवहारात्मक संघटक

 

  • निश्चित ही योग शिविर में सक्रिय रूप से भाग लेना और लोगों को योग के प्रति जोड़ना ।

 

 

भावनात्मक संघटक

 

  • योग शिविर आयोजन में जाने के लिए प्रसन्नता का अनुभव तथा न जाने पर दुःख का अनुभव करना

 

संज्ञानात्मक संघटक

 

  • योग के प्रति पर्याप्त ज्ञान रखना एवं इसके लाभों के बारे में जानना करना एवं प्रचार-प्रसार करना 


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