मध्य प्रदेश की जनसंख्या | MP Population 2011 GK in Hindi

MP Population 2011 GK in Hindi


मध्य प्रदेश की जनसंख्या 2011

जनगणना का अर्थ

  • निश्चित समयांतरल में किसी विस्तृत क्षेत्र में निवास करने वाले जनों की अधिकारिक गणना जनगणना कहलाती है।
  • भारतीय जनगणना जनसांख्यिकी, समाजिक तथा आर्थिक आंकडों का वृहत स्त्रोत है।
भारत में जनगणना का इतिहास

  • भारत में वर्ष 1872 में ब्रिटिश शासन के अंतर्गत लॉर्ड मेयो के कार्यकाल में पहली बार देशव्यापी जनगणना कराई गई।
  • वर्ष 1881 में पहली बार जनगणना के लिये अलग विभाग बनाया गया।
  • इसकी जिम्मेदारी सेंसस कमिश्नर को सौंपी गई, भारत में यह पद 1941 तक रहा।
  • वर्ष 1949 में इस पद का नाम बदलकर रजिस्ट्रार जनरल एंड सेंसस कमिश्नर कर दिया गया।
  • मई 1949 में भारत सरकार ने इस विभाग को केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कर दिया तब से यह विभाग प्रत्येक 10 साल पर जनगणना करवाता है।
  • वर्ष 1872 की जनगणना सहित अब 2011तक 15 जनगणनाएँ हो चुकी हैं।
  • भारत में प्रथम जनगणना 1872 ई. में लार्ड मेयो (1869-1872) के काल में हुई थी, किंतु दशकीय एवं व्यवस्थित जनगणना का प्रारंभ लार्ड रिपन (1880-1884) के काल में प्रारंभ हुआ।
जनगणना अधिनियम, 1948

  • प्रति दस वर्ष की अवधि के लिये जनगणना का कार्य जनगणना अधिनियम 1948 के तहत किया जाता है। अधिनियम के तहत भारत में जनगणना संबंधी अधिकार रजिस्ट्रार जनरल के अधीन होते हैं।
15वीं जनगणना (2011)

  • सामाजिक, आर्थिक एवं अन्य सामयिक परिप्रेक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए जनगणना में नए आयाम जोड़े जाते हैं। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् पहली बार वर्ष 2011 में जातिगत जनगणना हुई।
  • 15वीं जनगणना का कार्य 1 मई, 2010 को शुरू हुआ, इस जनगणना को दो चरणों में पूरा करने के लिये 27 लाख अधिकारियों की नियुक्ति कर उन्हें प्रशिक्षित किया गया था।
  • 30 अप्रैल, 2013 को पंद्रहवीं जनगणना के अंतिम आँकड़े जारी किये गए थे।
  • वर्ष 2011 की जनगणना के आँकड़ों के अनुसार, भारत की कुल जनसंख्या 1,210,854,977 थी।

मध्य प्रदेश में जनगणना

  • मध्यप्रदेश का अस्तित्व 1956 में आने के बाद वर्ष 2011 की जनगणना भारत की छॅटवी जनगणना थी।
  • जनसंख्या की दृष्टि से 2011 की की जनगणना में म.प्र. का भारत में छठवॉ स्थान है।
  • तेलंगाना गठन के  पश्चात जनगणना में म.प्र. का भारत में पॉचवा स्थान है।
  • विश्व में मध्य प्रदेश से अधिक जनसंख्या वाले देशों की संख्या 18 है।
  • मध्य प्रदेश की छटवीं जनगणना 2011
  • म.प्र. के अस्तित्व 1956 के अबाद वर्ष 2011 की जनगणना प्रदेश की छठवी जनगणना है।
  • 30 अप्रैल 2013 को प्रकाशित अंतिम आंकडों के अनुसार म.प्र. की जनसंख्या 7 करोड़, 26 लाख, 26 हजार 809 है जो भारत की कुल जनसंख्या का 5.99 प्रतिशत है।
  • जनगणना 2011 के अनुसार म.प्र. भारत का छटवां राज्य है। 2014-15 में आंध्र प्रदेश के विभाजन के पश्चात मध्य प्रदेश देश का पॉचवा बड़ा राज्यहो गया है।
  • राज्य की गत दशक की जनसंख्या वृद्धि दर 20.3 प्रतिशत रही। विश्व के 18 देशों की जनसंख्या म.प्र. से अधिक है।

मध्यप्रदेश  के  TOP 10 जिले जनसंख्या के आधार 




 मध्य प्रदेश प्रदेश के न्यूनतम जनसंख्या वाले जिले


मध्य प्रदेश के सर्वाधिक जनसंख्या वाली पाँच तहसील

 मध्य प्रदेश के न्यूनतम  जनसंख्या वाली पाँच तहसील 

मध्य प्रदेश मे अधिक्तम दशकीय  जनसंख्या वृद्धि वाले जिले 

मध्य प्रदेश मे न्यूनतम दशकीय  जनसंख्या वृद्धि वाले जिले

भारत और मध्यप्रदेश का तुलनतात्मक जनसंख्या घनत्त्व 

जनसंख्या घनत्त्व के आधार पर मध्य प्रदेश के Top 10 जिले 

जनसंख्या घनत्त्व के आधार पर मध्य प्रदेश के Bottom 10 जिले 


नोट- 2011 के जनगणना में न्यूनतम क्षेत्रफल व न्यूनतम जनसंख्या वाले जिले क्रमशः दतिया और हरदा थे। 2013 में  आगर एवं 2018 में निवाड़ी जिले  के गठन के बाद न्यूनतम क्षेत्रफल और न्यूनतम जनसंख्या वाले जिलों मे बदलाव आत है। वर्तमान में सबसे कम जनसंख्या और क्षेत्रफल वाला जिला निवाड़ी है।

  • मध्यप्रदेश से जनसंख्या में बड़े चार राज्य - उ.प्र., महाराष्ट्र, बिहार, पं. बंगाल
  • म.प्र. में 1 लाख से अधिक वाले नगर 33 है। (वर्ष 2001 में 25 थे)
म.प्र. में 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले नगर 01 हैं। (इंदौर, भोपाल,जबलपुर, ग्वालियर)
मध्य प्रदेश में अनुसूचित जाति एवं जनजाति की जनसंख्या
  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, मध्य प्रदेश में अनुसूचित जातियों की कुल जनसंख्या 1.13 करोड़ तथा प्रतिशत की दृष्टि से 15.6 प्रतिशत है। प्रदेश का अनुसूचित जाति की कुल जनसंख्या में 8वां प्रतिशतता में 17वां स्थान है।
मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति की जनसंख्या
  • मध्य प्रदेश भारत का सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति जनसंख्या वाला राज्य है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार प्रदेश की जनजाति 1,53,16,784 हैं यह प्रदेश की कुल जनसंख्या का 21.09 प्रतिशत तथा देश की कुल जनसंख्या का 14.70 प्रतिशत हैं भारत में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, अनुसूचित जनजातियों की संख्या 404281034 है जो देश की कुल जनसंख्या का 8.6 प्रतिशत है।
  • प्रदेश में अधिकतम अनुसूचित जनजाति बाहुल्य जिला धार 1222814 तथा न्यूनतम भिण्ड 6131 है। किंतु प्रतिश्तता की दृष्टि से सर्वाधिक अलीराजपुर 89.0 प्रतिशत तथा न्यूनतम भिण्ड 0.4 प्रतिशत है।

मध्यप्रदेश में अनुसूचित जन जाति की जनसंख्या

  • सर्वाधिक एवं न्यूनतम अनुसूचित जनजाति जनसंख्या दशकीय वृद्धि दर वाले जिले
  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार मध्य प्रदेश में मात्र 1040 हजार आदिवासी ही नगरों में निवास करते हैं, जो कुल जनजातीय जनसंख्या का मात्र 6.8 प्रतिशत है।
  • भिण्ड जिले में अधिकतम 76.8 प्रतिशत तथा डिंडोरी जिले में न्यूनतम 1.6 प्रतिशत आदिवासी नगरों में निवास करते है।
धार्मिक संरचना
  • मध्य प्रदेश में अनेक धार्मिक समूह पाए जाते हैं जिनमें हिन्दू (90.89 प्रतिशत) धर्म को मानने वालों की जनसंख्या सर्वाधिक है जबकि सबसे कम जनसंख्या सिक्ख धर्म (0.21) मानने वालों की है।
  • भारत के महापंजीयन और जनगणना आयुक्त ने वर्ष 2011 के धार्मिक जनगणना के ऑकडो जारी किये हैं-

बढ़ती जनसंख्या एवं तीव्र वृद्धि दर के कारण उत्पन्न समस्याएँ

भोजन की समस्या
कुपोषण की समस्या
निम्न जीवन स्तर
निम्न उत्पादकता
गरीबी एवं बेरोजगारी की समस्या
प्रति व्यक्ति निम्न आय
गरीबी एवं बेरोजगारी की समस्या


जनसंख्या नियंत्रण

भारत के साथ मध्य प्रदेश के लिए भी जनसंख्या वृद्धि एक गंभीर समस्या है। जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए अनेक आयोगों का गठन, कार्यक्रम एवं नीतियों को लागू किया गया है।
प्रमुख कार्यक्रम

  • परिवार नियोजन कार्यक्रम - 1948 ई.
  • राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग का गठन- 1978 ई.
  • स्वामीनाथन समिति का गठन - 1984 ई.
  • राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की घोषणा- 1999 ई.
जनसंख्या नीति 2000 के लक्ष्य

  • 2070 ई. तक जनसंख्या को स्थिरता प्रदान करना है।
  • स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यक्रमों की गुणवत्ता में सुधार लाना है।
  • जनसंख्या नियंत्रण संबंधी कार्यक्रमों में महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करना हैं राष्ट्रीय जनसंख्या नीति  के अनुसार मध्य प्रदेश में जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए अनेक कार्य किये जा रहे हैं, जैसे-2070 ई. तक जनसंख्या को स्थिर करने के लएि कुल प्रजनन दर को 2.1 के स्तरपर करना है। परिवार नियोजन के कार्यक्रम उपयों जैसे- बंध्याकरण, गर्भनिरोधक साधनों की आपूर्ति एवं उनका प्रचार प्रभावशाली बनाना आदि पर विशेष बल दिया गया है।

विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई


  • इस दिवस का प्रारंभ वर्ष 1988 में संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष द्वारा किया गया इसका आधार 11 जुलाई 1987 को माना गया।
  • इस तिथि को विश्व के 5 अरबवें शिशु का जन्म युगोस्वालिया में हुआ था। यही कारण है कि प्रतिवर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  • विश्व जनसंख्या ने 6 अरब की संख्या 12 अक्टूबर 1999 को तथा 7 अरब की संख्या 31 अक्टूबर 2011 को पूरी की थी।

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