नोबेल पुरस्कार 2017 के विजेता, पद्म पुरस्कार,ज्ञानपीठ पुरस्कार वर्ष 1965 से 2017
नोबेल पुरस्कार 2017
नोबेल पुरस्कार 2017 की घोषणा हाल ही में 6 विभिन्न क्षेत्रों में की गई थी अर्थात फिजियोलॉजी या चिकित्सा, भौतिकी, रसायन विज्ञान, साहित्य, शांति और आर्थिक विज्ञान. हमने एक संपूर्ण तालिका में सभी विजेताओं को संकलित किया है किससे आपको सभी विजेताओं के नाम याद रहेंगे.नोबेल पुरस्कार का संक्षिप्त इतिहास-
27 नवंबर 1895 को, अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी आखिरी इच्छा व मृत्युपत्र पर हस्ताक्षर किए, भौतिकी, रसायन विज्ञान, फिजियोलॉजी या चिकित्सा, साहित्य और शांति. नोबेल पुरस्कार का वितरण सर्वप्रथम 1901 में किया गया था. 1968 में, स्वेरिगेस रिक्शबैंक (स्वीडन के केंद्रीय बैंक) ने अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में स्वेरिगेस रिक्शबैंक पुरस्कार प्रथम प्रदान किया गया था.
भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में 2017 का नोबल पुरस्कार
बैरी बैरिश, किप थोर्ने तथा रेनर वेस “LIGO डिटेक्टर में निर्णायक योगदान के लिए और गुरुत्वाकर्षण तरंगों का अवलोकन”
रसायन विज्ञान के क्षेत्र में 2017 का नोबल पुरस्कार
जैक्स ड्यूबचित जोएचिम फ्रैंक और रिचर्ड हेंडरसन “बायोमोलेक्लस के उच्च संकल्प संरचना निर्धारण के लिए और क्रायो-इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी विकसित करने के लिए”
रसायन विज्ञान के क्षेत्र में 2017 का नोबल पुरस्कार
जैक्स ड्यूबचित जोएचिम फ्रैंक और रिचर्ड हेंडरसन “बायोमोलेक्लस के उच्च संकल्प संरचना निर्धारण के लिए और क्रायो-इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी विकसित करने के लिए”
फिजियोलॉजी या चिकित्सा के क्षेत्र में 2017 का नोबल पुरस्कार
फरी सी हॉल , माइकल रोजबस और माइकल डब्लू यंग सर्कैडियन लय को नियंत्रित करने वाले आणविक तंत्र की उनकी खोजों के लिए
साहित्य के क्षेत्र में 2017 का नोबल पुरस्कार
काजुओ इशीगुरो “महान भावनात्मक शक्ति के उपन्यासों में, दुनिया के साथ संबंध के हमारे भ्रामक अर्थों के नीचे खाई का पर्दाफाश किया है”
नोबेल शांति पुरस्कार 2017
परमाणु हथियार विरोधी अभियान (ICAN) “परमाणु हथियारों के किसी भी इस्तेमाल के विनाशकारी मानवतावादी परिणामों और ऐसे हथियारों के संधि-आधारित निषेध को प्राप्त करने के लिए जमीन-तोड़ने के प्रयासों पर ध्यान आकर्षित करने के अपने कार्य के लिए”
अल्फ्रेड नोबेल 2017 की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में स्वेरिगेस रिक्शबैंक पुरस्कार
रिचर्ड एच थैलर “व्यवहार अर्थशास्त्र के लिए उनके योगदान के लिए”संबंधित क्षेत्रों में 2016 के नोबेल पुरस्कार विजेता निम्नानुसार हैं-
फिजियोलॉजी या मेडिसिन- योशिनोरी ओहसुमी
भौतिकी- जे. माइकल कोस्टरलिट्ज़, डंकन हल्दैन, डेविड जे थौलेस
रसायन विज्ञान- फ्रेजर स्टोडडार्ट, जीन पियरे सॉवगे, बेन फ़िरिंगा
साहित्य- बॉब डायलान
शांति- जुआन मैनुअल सैंटोस
आर्थिक विज्ञान- ओलिवर हार्ट, बैंग हल्मस्ट्रम
पद्म पुरस्कार
पद्म पुरस्कारों की शुरुआत 1954 में की गई थी, सरकार केवल दो पुरस्कार भारत रत्न और पद्म विभूषण की शुरूआत की। भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान के तौर पर जाना जाता है । पद्म विभूषण तीन श्रेणियों पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग के लिए दिया जाता था। 1955 में वहाँ तीन श्रेणियों का क्रमशःपद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री नामकरण किया गया।
पद्म विभूषण दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है
पद्म भूषण तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है
पद्म श्री चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है
पद्म पुरस्कार विजेताओं की सूची में 120 से अधिक नाम नहीं हो सकते है। वर्ष 1978 और 1979 और 1993 के 1997 को छोड़कर इन पुरस्कारो की घोषणा स्थापना के बाद से हर साल की गई है।
पद्म विभूषण (Padma Vibhushan)
पद्म विभूषण सम्मान भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला दूसरा उच्च नागरिक सम्मान है, जो देश के लिये असैनिक क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है।
- शरद पवार (Sharad Pawar)
- मुरली मनोहर जोशी (Murli Manohar Joshi)
- पीए संगमा (P.A. Sangma) - (मरणोपरांत)
- सुंदर लाल पाटवा (Sunder Lal Patwah) - (मरणोपरांत)
- के.जे. यसुदास (K.J.Yesudas)
- सद्गुरु जग्गी वासुदेव (Sadhguru Jaggi Vasudev)
- उदीपी रामचंद्र राव Udipi Ramachandra Rao
पद्म भूषण (Padma Bhushan)
पद्म भूषण सम्मान भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च सम्मान है, जो देश के लिये बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है।
- विश्व मोहन भट्ट (Vishwa Mohan Bhatt)
- देवी प्रसाद द्विवेदी (Devi Prasad Dwivedi )
- तेहेमटन उदवदिया (Tehemton Udwadia)
- रत्न सुंदर महाराज (Ratna Sundar Maharaj)
- स्वामी निरंजन नंद सरस्वती (Swami Niranjana Nanda Saraswati )
- राजकुमारी महा चाकरी सिरिन्धर्न (Princess Maha Chakri Sirindhorn) (विदेशी)
- टो रामास्वामी (Cho Ramaswamy ) (मरणोपरांत)
पद्मश्री (Padma Shri)
पद्म श्री या पद्मश्री, भारत सरकार द्वारा आम तौर पर सिर्फ भारतीय नागरिकों को दिया जाने वाला चौथा सर्वोच्च सम्मान है, जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि, कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा और सार्वजनिक जीवन आदि में उनके विशिष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए दिया जाता है।
- बसंत बिष्ट (Basanti Bisht )
- चेम्बररी कुनिरमान नायर (Chemanchery Kunhiraman Nair )
- अरुणा मोहंती (Aruna Mohanty )
- भारती विष्णुवर्धन (Bharathi Vishnuvardhan )
- साधू मेहर (Sadhu Meher )
- टी के मूर्ति (T K Murthy)
- लाईश्राम बिरेन्द्रकुमार सिंह (Laishram Birendrakumar Singh)
- कृष्ण राम चौधरी (Krishna Ram Chaudhary )
- बाओ देवी (Baoa Devi)
- तिलक गीताई (Tilak Gitai )
- एक्का यदागिरी राव (Aekka Yadagiri Rao )
- जितेंद्र हरिपल (Jitendra Haripal )
- कैलाश खेर (Kailash Kher)
- पारसला बी पोन्नममल (Parassala B Ponnammal)
- सुकरी बोमागाउडा (Sukri Bommagowda )
- मुकुंद नायक (Mukund Nayak)
- पुरुषोत्तम उपाध्याय (Purushottam Upadhyay)
- अनुराधा पौद्वाल (Anuradha Paudwal )
- वेरपेपा नाबा नील (Wareppa Naba Nil )
- त्रिपुराणी हनुमान चौधरी (Tripuraneni Hanuman Chowdary )
- टी.के. विश्वनाथन (T.K. Viswanathan )
- कंवल सिब्बल (Kanwal Sibal )
- बिरखा बहादुर लिम्बोओ मूरिंगला (Birkha Bahadur Limboo Muringla )
- एली अहमद (Eli Ahmed )
- नरेंद्र कोहली (Narendra Kohli )
- जी० वेंकटबुबिया (G. Venkatasubbiah)
- अक्कितम अच्युतन नंबुथिरी (Akkitham Achyuthan Namboothiri )
- काशी नाथ पंडित (Kashi Nath Pandita )
- चमू कृष्ण शास्त्री (Chamu Krishna Shastry )
- हरिहर कृपालु त्रिपाठी (Harihar Kripalu Tripathi )
- मिशेल दानिनो (Michel Danino )
- पुनाम सूरी (Punam Suri)
- वीजी पटेल (VG Patel )
- वी कोटेश्वरम्मा (V Koteswaramma )
- बलबीर दत्त (Balbir Dutt )
- भावना सुमाया (Bhawana Somaaya )
- विष्णु पंड्या (Vishnu Pandya )
- सुब्रतो दास (Subroto Das )
- भक्ति यादव (Bhakti Yadav )
- मोहम्मद अब्दुल वाहीद (Mohammed Abdul Waheed )
- मदन माधव गोडबोले (Madan Madhav Godbole )
- देवेंद्र दायभाई पटेल (Devendra Dayabhai Patel )
- हरकिशन सिंह (Harkishan Singh )
- मुकुत मिनज़ (Mukut Minz )
- अरुण कुमार शर्मा (Arun Kumar Sharma )
- संजीव कपूर (Sanjeev Kapoor )
- मीनाक्षी अम्मा (Meenakshi Amma)
- जीनाभाई दरगाभाई पटेल (Genabhai Dargabhai Patel )
- चंद्रकांत पिथावा (Chandrakant Pithawa )
- अजय कुमार रे (Ajoy Kumar Ray )
- चिंतकंडी मल्लेशम (Chintakindi Mallesham)
- जितेंद्र नाथ गोस्वामी (Jitendra Nath Goswami )
- दरिपली राममैया (Daripalli Ramaiah )
- गिरीश भारद्वाज (Girish Bhardwaj )
- करीमुल हाक (Karimul Hak )
- बिपिन गणत्र (Bipin Ganatra )
- निवेदिता रघुनाथ भिडे (Nivedita Raghunath Bhide )
- अप्पासाहेब धर्माधिकारी (Appasaheb Dharmadhikari)
- बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल (Baba Balbir Singh Seechewal )
- विराट कोहली (Virat Kohli )
- शेखर नाइक (Shekar Naik)
- विकास गौड़ा (Vikasa Gowda )
- दीपा मलिक (Deepa Malik )
- मारीप्पन थांगवेलू (Mariyappan Thangavelu )
- दीपा कर्मकार (Dipa Karmakar )
- पी। आर। श्रीजेश (P. R. Shreejesh )
- साक्षी मलिक (Sakshi Malik )
- मोहन रेड्डी वेंकटराम बोडानापु (Mohan Reddy Venkatrama Bodanapu )
- इमरत खान (Imrat Khan) (NRI/PIO)
- अनंत अग्रवाल (Anant Agarwal) (NRI/PIO)
- एचआर शाह (H.R. Shah) (NRI/PIO)
- सुनीती सोलोमन (Suniti Solomon) (मरणोपरांत)
- अशोक कुमार भट्टाचार्य (Asoke Kumar Bhattacharyya) (मरणोपरांत)
- डॉ० मपुसकर (Dr. Mapuskar (Posthumous) (मरणोपरांत)
- अनुराधा कोइराला (Anuradha Koirala) (विदेशी)
ज्ञानपीठ पुरस्कार वर्ष 1965 से 2017
- ज्ञानपीठ पुरस्कार वर्ष 2017 के लिए हिंदी की शीर्षस्थ कथाकार कृष्णा सोबती को प्रदान किया जाएगा.
- भारतीय ज्ञानपीठ की ओर से 2016 का ज्ञानपीठ पुरस्कार आधुनिक बांग्ला साहित्य के लब्ध प्रतिष्ठित बांग्ला कवि शंख घोष को दिया गया ।
- साहित्यकार रघुवीर चौधरी को वर्ष 2015 का ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया ।
ज्ञानपीठ पुरस्कार के रूप 11 लाख रुपये, प्रशस्तिपत्र और वाग्देवी की कांस्य प्रतिमा दी जाती है. प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार 1965 में मलयालम लेखक जी शंकर कुरुप को प्रदान किया गया था. जिसके बाद यह पुरस्कार हर साल दिया जाता है. अब तक 56 लेखकों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. साल 1967, 1973, 1999, 2006 और 2009 में यह पुरस्कार दो-दो लोगों को दिया गया था.
अब तक इन लेखकों को दिया जा चुका है ज्ञानपीठ पुरस्कार :
1965 (पहला) - जी शंकर कुरुप (मलयालम)
1966 (दूसरा) - ताराशंकर बंधोपाध्याय (बांग्ला)
1967 (तीसरा) - केवी पुत्तपा (कन्नड़) और उमाशंकर जोशी (गुजराती)
1968 (चौथा) - सुमित्रानंदन पंत (हिन्दी)
1969 (5वां) - फिराक गोरखपुरी (उर्दू)
1970 (6वां) - विश्वनाथ सत्यनारायण (तेलुगु)
1971 (7वां) - विष्णु डे (बांग्ला)
1972 (8वां) - रामधारी सिंह दिनकर (हिन्दी)
1973 (9वां) - दत्तात्रेय रामचंद्र बेन्द्रे (कन्नड़) और गोपीनाथ महान्ती (ओड़िया)
1974 (10वां) - विष्णु सखा खांडेकर (मराठी)
1975 (11वां) - पी.वी. अकिलानंदम (तमिल)
1976 (12वां) - आशापूर्णा देवी (बांग्ला)
1977 (13वां) - के. शिवराम कारंत (कन्नड़)
1978 (14वां) - एच. एस. अज्ञेय (हिन्दी)
1979 (15वां) - बिरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य (असमिया)
1980 (16वां) - एस.के. पोट्टेकट (मलयालम)
1981 (17वां) - अमृता प्रीतम (पंजाबी)
1982 (18वां) - महादेवी वर्मा (हिन्दी)
1983 (19वां) - मस्ती वेंकटेश अयंगर (कन्नड़)
1984 (20वां) - तक्षी शिवशंकरा पिल्लई (मलयालम)
1985 (21वां) - पन्नालाल पटेल (गुजराती)
1986 (22वां) - सच्चिदानंद राउतराय (ओड़िया)
1987 (23वां) - विष्णु वामन शिरवाडकर कुसुमाग्रज (मराठी)
1988 (24वां) - डॉ. सी नारायण रेड्डी (तेलुगु)
1989 (25वां) - कुर्तुल एन. हैदर (उर्दू)
1990 (26वां) - वी.के.गोकक (कन्नड़)
1991 (27वां) - सुभाष मुखोपाध्याय (बांग्ला)
1992 (28वां) - नरेश मेहता (हिन्दी)
1993 (29वां) - सीताकांत महापात्र (ओड़िया)
1994 (30वां) - यूआर अनंतमूर्ति (कन्नड़)
1995 (31वां) - एमटी वासुदेव नायर (मलयालम)
1996 (32वां) - महाश्वेता देवी (बांग्ला)
1997 (33वां) - अली सरदार जाफरी (उर्दू)
1998 (34वां) - गिरीश कर्नाड (कन्नड़)
1999 (35वां) - निर्मल वर्मा (हिन्दी) और गुरदयाल सिंह (पंजाबी)
2000 (36वां) - इंदिरा गोस्वामी (असमिया)
2001 (37वां) - राजेन्द्र केशवलाल शाह (गुजराती)
2002 (38वां) - दण्डपाणी जयकान्तन (तमिल)
2003 (39वां) - विंदा करंदीकर (मराठी)
2004 (40वां) - रहमान राही (कश्मीरी)
2005 (41वां) - कुंवर नारायण (हिन्दी)
2006 (42वां) - रवीन्द्र केलकर (कोंकणी) और सत्यव्रत शास्त्री (संस्कृत)
2007 (43वां) - ओएनवी कुरुप (मलयालम)
2008 (44वां) - अखलाक मुहम्मद खान शहरयार (उर्दू)
2009 (45वां) - अमरकान्त व श्रीलाल शुक्ल (हिन्दी)
2010 (46वां) - चन्द्रशेखर कम्बार (कन्नड)
2011 (47वां) - प्रतिभा राय (ओड़िया)
2012 (48वां) - रावुरी भारद्वाज (तेलुगू)
2013 (49वां) - केदारनाथ सिंह (दोनों हिन्दी)
2014 (50वां) - भालचन्द्र नेमाड़े (मराठी)
2015 (51वां) - रघुवीर चौधरी (गुजराती)
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